सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को निर्देश दिया कि वह हाथ से मैला ढोने की प्रथा को समाप्त करने और आने वाली पीढ़ियों को इस ‘अमानवीय प्रथा’ से रोकने के अपने लगभग 10 साल पुराने फैसले को लागू करने के लिए उठाए गए क़दमों का रिकॉर्ड छह सप्ताह के भीतर अदालत के सामने पेश करे.
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित बाल गृह में 45 से 100 दिन की उम्र के चार शिशुओं की मौत 10 से 14 फरवरी के बीच होने का मामला सामने आया है. ज़िला प्रोबेशन अधिकारी विकास सिंह ने कहा कि बच्चे कुछ समय से बीमार थे और इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.
आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू बुधवार को नेल्लोर ज़िले के कंदुकुर में जनसभा को संबोधित कर रहे थे. पुलिस के मुताबिक, बड़ी संख्या में लोग सभास्थल पर पहुंच गए थे और उनमें आगे जाने की आपाधापी होने लगी. इससे भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई.
घटना करौली ज़िले के शाहगंज क्षेत्र की है, जहां से पिछले तीन दिनों से उल्टी-दस्त से पीड़ित मरीज़ हिंडौन, करौली और जयपुर के अस्पतालों में पहुंच रहे हैं. दूषित पानी की सरकारी पाइपलाइन से आपूर्ति हुई थी. करौली के डीएम ने बताया है कि फ़िलहाल पानी की सप्लाई रोक दी गई है और नमूने जांच को भेजे गए हैं.
कोविड टीकाकरण के कथित प्रतिकूल प्रभावों से दो लड़कियों की मौत के मामले में उनके माता-पिता ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है. इस संबंध में केंद्र सरकार ने अदालत में पेश हलफ़नामे में कहा है कि टीकों के इस्तेमाल से मौत के मामलों के लिए सरकार को मुआवज़े के लिए जवाबदेह ठहराना क़ानूनन सही नहीं है.
खसरे से अब तक हुईं 13 मौतों में से नौ मुंबई में, जबकि बाकी चार शहर के बाहरी इलाकों में दर्ज की गईं. इन चार में से एक नालासोपारा से और तीन बच्चे भिवंडी से थे. मृतकों में तीन 0-11 महीने, आठ 1-2 वर्ष और दो 3-5 वर्ष के बच्चे थे.
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य विभाग के एक बुलेटिन में कहा गया है कि महाराष्ट्र में 26 स्थानों से खसरा फैलने की सूचना मिली है. मुंबई में आठ नगरपालिका वार्ड खसरे से प्रभावित हुए हैं और मौत के सभी मामले यहीं दर्ज किए गए हैं.
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़े बताते हैं कि 2018 से 2021 तक सड़क हादसों में हुईं कुल मौतों में बस यात्रियों की मौत का प्रतिशत क़रीब 3-4 फीसदी रहा है.
हादसा बुधवार तड़के क़रीब तीन बजे हुआ. पांच मृतकों के साथ आठ लोग घायल भी हुए हैं. पुलिस के मुताबिक, हादसे का शिकार बने लोग पुल पर बने डिवाइडर से टकराई एक कार की मदद कर रहे थे, तभी पीछे से तेज़ रफ़्तार में आई एक अन्य कार ने उनमें टक्कर मार दी.
इंडोनेशिया में इंडोनेशियाई प्रीमियर लीग के एक मैच में अपनी टीम की हार के बाद स्थानीय प्रशंसक मैदान के अंदर घुस गए, जिन्हें नियंत्रित करने के लिए पुलिस द्वारा आंसू गैस के गोले छोड़े गए. इससे भगदड़ मच गई और निकासी द्वार से बाहर निकलने के प्रयास में दम घुटने और कुचलने से लोगों की मौत हो गई.
नोएडा प्राधिकरण द्वारा सेक्टर 21-ए स्थित जल वायु विहार में एक आवासीय सोसाइटी की दीवार के पास बनी नाली की सफाई व मरम्मत का काम करवाया जा रहा था. इसी दौरान दीवार का एक हिस्सा गिर गया और मौके पर काम कर रहे 12 मज़दूर मलबे के नीचे दब गए.
पुलिस के मुताबिक़, ठाणे के घोड़बंदर और पालघर ज़िले के दपचारी के बीच मुंबई-अहमदाबाद राजमार्ग के 100 किलोमीटर के हिस्से में इस साल अब तक 262 दुर्घटनाएं हुई हैं, जिनमें कम से कम 62 लोगों की मौत हुई है और 192 लोग घायल हुए हैं.
स्वास्थ्य मामलों से संबंधित संसद की एक स्थायी समिति ने कहा कि पहली लहर के बाद जब देश में कोविड-19 के मामलों में गिरावट दर्ज की गई, तब सरकार को देश में महामारी के दोबारा ज़ोर पकड़ने के ख़तरे और इसके संभावित प्रकोप पर नज़र रखने के अपने प्रयास जारी रखने चाहिए थे.
बीते सप्ताह गणेशोत्सव के बाद प्रतिमा विसर्जन के दौरान विभिन्न राज्यों में तीस से अधिक मौतें हुईं. अफ़सोस की बात यह है कि इन मौतों को अचानक हो गए हादसों का परिणाम नहीं कहा जा सकता क्योंकि यह मानने के एक नहीं, अनेक कारण हैं कि बचाव के पर्याप्त उपाय करके ऐसी अप्रिय घटनाओं को रोका जा सकता था.
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण संबंधी संसद की स्थायी समिति ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को लेकर टिप्पणी करते हुए कहा है कि वह ऑक्सीजन की कमी के कारण कोविड-19 के मरीज़ों की मौत होने से मंत्रालय द्वारा इनकार किए जाने पर व्यथित है.