घटना रविवार शाम को धनबाद के झरिया में कोल इंडिया लिमिटेड की सहायक कंपनी भारत कोकिंग कोल लिमिटेड द्वारा संचालित गोंदुडीह खास कुसुंडा कोलियरी के पास हुई. आक्रोशित ग्रामीणों ने मौक़े पर पहुंचे कुछ अधिकारियों के साथ मारपीट भी की.
मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम ज़िले के चौकीपुरा गांव का मामला. पुलिस ने बताया कि इस संबंध में अज्ञात लोगों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया गया है. उपद्रवियों की पहचान करने और उन्हें पकड़ने के लिए टीमें गठित की गई हैं.
दक्षिणी दिल्ली के ग्रेटर कैलाश-2 स्थित एक वृद्धाश्रम में हुई घटना. पुलिस ने बताया कि आग लगने की वजह फिलहाल पता नहीं लग सकी है और घटना की जांच जारी है. दक्षिणी दिल्ली में यह पिछले एक हफ्ते में आग लगने की दूसरी घटना है. इससे पहले 29 दिसंबर को संगम विहार इलाके में तीन मंज़िला एक इमारत में मौजूद दुकानों में आग लग गई थी.
पुलिस ने बताया कि आगरा के नरीपुरा इलाके में बुधवार को इमारत की पहली मंज़िल पर सुबह करीब साढ़े पांच बजे आग लग गई. हादसे में अस्पताल के मालिक और उनके दो बच्चों की मौत हो गई जो इमारत की पहली मंज़िल पर रहते थे.
घटना भदोही ज़िले के औराई थानाक्षेत्र में हुई. नरथुआ गांव में एक पूजा समिति के पंडाल में रविवार रात करीब साढ़े नौ बजे भीषण आग लग गई. अधिकारियों का कहना है कि ऐसा लगता है कि ‘हैलोज़न’ के अधिक गर्म हो जाने से पंडाल में बिजली के तार में आग लग गई, जो बाद में हर जगह फैल गई.
पुलिस ने बताया कि सोमवार देर रात को सिकंदराबाद के एक इलेक्ट्रॉनिक बाइक शोरूम में लगी आग उसके ऊपर बने होटल में फैल गई, जिसके कारण वहां ठहरी हुई एक महिला समेत आठ लोगों की मौत हो गई और सात अन्य लोग घायल हो गए. घटना को लेकर शोरूम और होटल मालिक पर केस दर्ज किया गया है.
बाहरी दिल्ली के मुंडका में 13 मई को एक चार मंज़िला इमारत में लगी भीषण आग में कम से कम 27 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हुए थे. मृतकों के परिजनों ने अधिकारियों पर निष्क्रियता का आरोप लगते हुए कहा कि घटना के दो सप्ताह से अधिक बीतने के बावजूद कई पीड़ितों के अवशेष परिवारों को नहीं सौंपे गए हैं.
राष्ट्रीय राजधानी के पश्चिमी इलाके में मुंडका मेट्रो स्टेशन के पास स्थित चार मंज़िला व्यावसायिक इमारत में शुक्रवार शाम आग लगी. पुलिस के अनुसार, आग इमारत की पहली मंज़िल से लगनी शुरू हुई जहां सीसीटीवी कैमरा और राउटर निर्माता कंपनी का कार्यालय था. कंपनी के मालिकों- हरीश गोयल और वरुण गोयल को हिरासत में ले लिया गया है और इमारत के मालिक की पहचान मनीष लाकरा के रूप में हुई है.
आंध्र प्रदेश के एलुरु ज़िले के अक्कीरेड्डीगुडेम में स्थित एक रसायन फैक्ट्री में हुए इस हादसे में कम से कम 12 लोग घायल हुई हैं. अधिकारियों ने आशंका जताई है कि बुधवार देर रात पॉलीमर पावर बनाने वाले संयंत्र के ‘रिएक्टर’ में आग लगने के कारण यह हादसा हुआ.
घटना इंदिरापुरम थाना क्षेत्र में हुई. अधिकारियों ने बताया कि आग गौशाला से सटी एक झुग्गी बस्ती में कबाड़ गोदाम में लगी और तेजी से फैलते हुए गौशाला तक पहुंच गई. घटना के समय वहां क़रीब डेढ़ सौ गायें थीं. अग्निशमन अधिकारी के अनुसार, इस दौरान लगभग 100 झुग्गियां भी जलकर खाक़ हो गईं.
उत्तर-पूर्वी दिल्ली के गोकुलपुरी इलाके में शनिवार तड़के आग लगी. एक अधिकारी ने बताया कि कि सात जले हुए शव बरामद किए गए हैं, करीब 60 झुग्गियां क्षतिग्रस्त हुई हैं और 30 आग में जलकर राख हो गई हैं.
मुंबई के ताड़देव इलाके में स्थित एक बहुमंज़िला आवासीय इमारत में सुबह क़रीब सात बजे आग लगी. बृहन्मुंबई महानगरपालिका ने घटना की छानबीन के लिए एक जांच समिति बनाई है. इस मामले में दुर्घटनावश मौत की छह रिपोर्ट दर्ज की गई हैं.
मध्य प्रदेश के भोपाल स्थित कमला नेहरू बाल चिकित्सालय (हमीदिया अस्पताल परिसर) की विशेष नवजात शिशु इकाई में सोमवार रात आग लग गई थी. यहां कुल 40 बच्चों को भर्ती किया गया था. इनमें से 36 बच्चों को अलग-अलग वार्डों में रखा गया है. प्रदेश सरकार ने घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं.
अहमदनगर के ज़िलाधिकारी ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं. आग लगने के समय सरकारी अस्पताल के कोविड वार्ड में 17 मरीज़ थे. शुरुआत में आग में 10 मरीज़ों की मौत हो हुई थी, जबकि सात अन्य को स्थानांतरित कर दिया गया था. बाद में सात में से एक गंभीर मरीज़ की मौत हो गई.
सुप्रीम कोर्ट ने कोविड-19 रोगियों के उचित इलाज पर स्वत: संज्ञान लिए गए मामले को सुनते हुए कहा कि अस्पताल कठिनाई के समय में राहत प्रदान करने के लिए होते हैं न कि नोट छापने की मशीन। साथ ही कोर्ट ने निर्देश दिया कि आवासीय इलाकों में दो-तीन कमरे में चलने वाले ‘नर्सिंग होम’ सुरक्षा पर ध्यान नहीं देते, इसलिए उन्हें बंद किया जाना चाहिए.