पुणे ज़िले के एक औद्योगिक क्षेत्र में स्थित एसवीएस एक्वा टेक्नोलॉजीज के संयंत्र में सोमवार दोपहर को आग लग गई थी, जिसमें क्लोरीन डायऑक्साइड का उत्पादन होता है. जिस समय वहां आग लगी प्लांट में और उसके आसपास कुल 37 लोग काम कर रहे थे. मृतकों में 15 महिलाएं हैं.
गुजराज के भरूच स्थित वेलफेयर अस्पताल में हुआ हादसा. हादसे के वक़्त अस्पताल में क़रीब 50 अन्य मरीज़ भी थे, जिन्हें स्थानीय लोगों एवं दमकलकर्मियों ने सुरक्षित बाहर निकाला. पिछले साल से इस अस्पताल का इस्तेमाल ज़िले के कोविड-19 मरीज़ों के इलाज के लिए किया जा रहा था.
घटना ठाणे के समीप मुंब्रा इलाके में स्थित प्राइम क्रिटिकेयर हॉस्पिटल की है, जहां बुधवार तड़के आग लग गई. बताया गया है कि अस्पताल में कोई कोरोना संक्रमित मरीज़ नहीं था. स्थानीय विधायक जितेंद्र अव्हाड ने बताया कि मामले की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय जांच समिति गठित की गई है.
महाराष्ट्र में पालघर ज़िले के विरार में शुक्रवार तड़के एक निजी अस्पताल के आईसीयू वार्ड में आग लगी. मृतकों में पांच महिलाएं और आठ पुरुष हैं. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं.
घटना रत्नागिरि ज़िले की है, जहां रविवार सुबह एक रसायन कंपनी में रविवार आग लग गई. पुलिस ने बताया कि इकाई में विस्फोट होने के बाद आग लगने का संदेह है. सही कारण का पता लगाने की कोशिश की जा रही है.
मुंबई के भांडुप पश्चिम इलाके में एक मॉल में स्थित सनराइज़ अस्पताल में बृहस्पतिवार देर रात आग लग गई थी. अस्पताल में कोरोना मरीज़ों का इलाज चल रहा था. आठ लोगों की मौत के अलावा दो और शव भी मिले हैं. अस्पताल प्रशासन का कहना है कि इनकी मौत कोरोना वायरस से हुई है.
घटना भरुच की है, जहां कृषि रसायन कंपनी यूनाइटेड फॉस्फोरस लिमिटेड के झगड़िया संयंत्र में मंगलवार देर रात आग लग गई. पुलिस के अनुसार अभी इसका कारण ज्ञात नहीं हो सका है. दो श्रमिकों के शव बरामद हो चुके हैं और पांच से अधिक लापता हैं. राज्य के श्रम व रोजगार विभाग ने संयंत्र बंद करने का आदेश दिया है.
अहमदाबाद में नवरंगपुर इलाके के श्रेय अस्पताल के आईसीयू वार्ड में गुरुवार तड़के आग लग गई. हादसे के वक़्त 40-45 मरीज़ यहां भर्ती थे. मृतकों में पांच पुरुष और तीन महिलाएं शामिल हैं.
आग लगने की एक अन्य घटना मंगलवार सुबह उत्तर-पश्चिमी दिल्ली के केशवपुरम इलाके में जूते बनाने वाली एक फैक्टरी में हुई. दोनों ही हादसों में किसी के घायल होने की जानकारी नहीं है.
वीडियो: दिल्ली के कीर्तिनगर के चुनाभट्टी जेजे क्लस्टर स्लम एरिया में 21 मई की रात क़रीब 11 बजे भीषण आग लग गई थी. यहां 20 हजार से ज्यादा मजदूर रहते हैं. शेखर तिवारी की प्रभावित लोगों से बातचीत.
पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक पिछले तीन साल के दौरान जंगल में आग लगने की घटनाओं में सर्वाधिक बढ़ोतरी ओडिशा और आंध्र प्रदेश में हुई है. उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, राजस्थान और मणिपुर में भी जंगल में आग लगने की घटनाएं बढ़ी हैं.
बीते 22 जुलाई को सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी एमटीएनएल और बीएसएनएल की दिल्ली, मुंबई और कोलकाता की इमारतों में आग लगी थी. सरकार ने इन तीनों घटनाओं की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दे दिए थे.
22 जुलाई को एमटीएनएल के मुंबई स्थित बांद्रा टेलीफोन एक्सचेंज और बीएसएनएल की कोलकाता के साल्ट लेक स्थित इमारत में भीषण आग लगी थी. वहीं दिल्ली में एमटीएनएल के किदवई भवन इमारत में भी आग लगी थी.
सूरत के एक व्यावसायिक परिसर में चल रहे कोचिंग सेंटर में हुआ हादसा. आग से बचने के लिए कई लोग इमारत से कूदने लगे, जिसमें चार की मौत हो गई.