असम: हिंदू संगठन ने ईसाई स्कूलों को धार्मिक प्रतीक छोड़ने या ‘गंभीर परिणाम भुगतने’ की धमकी दी

हिंदुत्ववादी संगठन ‘कुटुंब सुरक्षा परिषद’ द्वारा जारी अल्टीमेटम में यीशु और मैरी की प्रतिमाओं और तस्वीरों के साथ-साथ स्कूल परिसरों में स्थित चर्चों को भी हटाना शामिल है. संगठन ने दावा किया है कि इस क़दम का उद्देश्य ‘ईसाई मिशनरियों को धर्मांतरण गतिविधियों के लिए स्कूलों का उपयोग करने से रोकना’ है.

तेलंगाना: राजनीतिक वीडियो बनाने के कारण महिला पत्रकार को मौत की धमकी, ऑनलाइन ट्रोलिंग भी जारी

कुछ साल पहले अपना यूट्यूब चैनल शुरू करने के बाद से तेलंगाना की स्वतंत्र पत्रकार तुलसी चंदू को ऑनलाइन दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ रहा है. अपने वीडियो को लेकर उन्हें ‘हिंदू विरोधी’, ‘अर्बन नक्सल’ और ‘कम्युनिस्ट’ के रूप में ब्रांड किया जाता है. अब उन्हें जान से मारने की धमकी भी मिलने लगी है.

संघ और भाजपा द्वारा संचालित आज की रामनवमी में आस्था नहीं बल्कि आक्रोश है

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ तथा भाजपा ने पहले राम का नाम लेकर, उनकी जन्मभूमि को आधार बनाकर अपनी पकड़ मजबूत की, और फिर राजनीतिक सत्ता पाई. अब रामनवमी उसी सत्ता का शक्ति-प्रदर्शन मात्र बनकर रह गई है.

अमेरिका में भेदभाव विरोधी क़ानून में जाति को जोड़ने पर सिर्फ़ हिंदू ख़फ़ा क्यों हैं?

भले ही शास्त्रीय मान्यता न हो, व्यवहार में जातिगत भेद भारत के हर धार्मिक समुदाय की सच्चाई है. अमेरिका जाने वाले सिर्फ़ हिंदू नहीं, अन्य धर्मों के लोग भी हैं. अमेरिका के सिएटल में लागू जातिगत भेदभाव संबंधी क़ानून सब पर लागू होगा, सिर्फ़ हिंदुओं पर नहीं. फिर हिंदू ही क्यों क्षुब्ध हैं?

रामनवमी हिंसा: मध्य प्रदेश के बाद गुजरात के खंभात में कथित अवैध निर्माण पर बुलडोज़र चला

आणंद ज़िला कलेक्टर ने बताया कि अवैध कब्ज़े और अवैध निर्माण सहित सड़कों के किनारे खड़ी झाड़ियों पर भी बुलडोज़र चलवाया जा रहा है क्योंकि रामनवमी के जुलूस पर पथराव के बाद बदमाश इन्हीं झाड़ियों में छुप रहे थे. कांग्रेस ने इस अभियान को असंवैधानिक और मानवाधिकारों का उल्लंघन बताया.

गुजरात: हिम्मतनगर में फ़िर से भड़की सांप्रदायिक हिंसा, चार लोग हिरासत में

गुजरात के साबरकांठा ज़िले के हिम्मतनगर में 10 अप्रैल को रामनवमी के जुलूस के दौरान हिंसा हुई थी. एक दिन बाद फिर दो समुदायों के लोगों ने एक दूसरे पर पथराव किया. हिंसा को लेकर तीन मामले दर्ज किए गए हैं. वहीं, झारखंड के लोहरदगा ज़िले में रामनवमी के अवसर पर हुई हिंसा में एक व्यक्ति की मौत हो गई है.

रामनवमी पर निकले जुलूसों के दौरान चार राज्यों में सांप्रदायिक हिंसा, गुजरात में एक मौत

गुजरात के हिम्मतनगर और खंभात शहरों में रविवार को रामनवमी के जुलूस के दौरान दो समुदायों के बीच सांप्रदायिक झड़प हो गई. मध्य प्रदेश के खरगोन शहर में जुलूस पर पथराव, कुछ वाहनों और घरों में आगजनी की घटनाओं के बाद कर्फ्यू लगा दिया गया. झारखंड के लोहरदगा ज़िले में पथराव और हमले में दर्जनों लोग घायल हो गए हैं और बंगाल में भी हावड़ा के शिबपुर इलाके में झड़प की ख़बर है.

गुड़गांव: खुले में नमाज़ पढ़ने का हिंदू समूहों ने किया विरोध

वीडियो: गुड़गांव के सेक्टर 47 में हर शुक्रवार जुमे की नमाज़ के लिए मुस्लिम समुदाय के लोगों का समूह इकट्ठा होता है. वे मई 2018 से यहां की एक ख़ाली ज़मीन पर नमाज़ अदा कर रहे हैं. इस साल बजरंग दल और भारत माता वाहिनी के कार्यकर्ता इसका विरोध कर रहे हैं.

एमपी: विवादास्पद धार्मिक पुस्तकें बांटने पर हिंदुत्ववादी संगठनों की आपत्ति, आठ लोग हिरासत में

मध्य प्रदेश के दतिया शहर का मामला. कथित रूप से धर्मांतरण के लिए विवादास्पद पुस्तकों का वितरण करने के मामले में पुलिस ने पांच महिलाओं सहित 10 लोगों के ख़िलाफ़ कोतवाली पुलिस थाने में प्रकरण दर्ज किया है.

सुरेश चव्हाणके के ख़िलाफ़ एफआईआर, धार्मिक उन्माद फैलाने की कोशिश का आरोप

राजस्थान आदिवासी मीणा सेवा संघ के सदस्य गिरराज मीणा द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर में कहा गया है कि 23 जुलाई की शाम सुदर्शन टीवी के संपादक सुरेश चव्हाणके ने उन्हें और पूरे आदिवासी समुदाय को गाली दी. यह भी कहा गया कि वे सांप्रदायिक सद्भाव को भंग करने के लिए अराजकता और दंगे फैलाना चाहते हैं.

महाराष्ट्रः अंतरधार्मिक विवाह का कार्ड लीक होने पर’ लव जिहाद’ बताकर हुआ विरोध, समारोह रद्द

मामला नासिक का है, जहां एक हिंदू महिला की मुस्लिम पुरुष से शादी का कार्ड वॉट्सऐप पर लीक होने के बाद कुछ लोगों ने इसे 'लव जिहाद' बताते हुए इसका विरोध किया. परिवारों की सहमति से होने वाला वैवाहिक समारोह 18 जुलाई को होना था, लेकिन अब इसे रद्द कर दिया गया है.

कर्नाटकः तर्कवादी विचारक एवं लेखक केएस भगवान पर महिला वकील ने स्याही फेंकी

महिला वकील ने उन पर हिंदू धर्म का अपमान करने और धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया है. जब पुलिस पत्रकार गौरी लंकेश हत्या मामले की जांच कर रही थी, तब उसे उन लोगों की हिट लिस्ट मिली थी, जो दक्षिणपंथी हिंदू समूहों के निशाने पर थे, इसमें केएस भगवान का भी नाम शामिल था.

कर्नाटक सरकार के आदेश के बाद अदालतों ने सांप्रदायिक हिंसा के 21 मामले वापस ले लिए थे

कर्नाटक की विभिन्न अदालतों का यह फ़ैसला राज्य की भाजपा सरकार के 31 अगस्त 2020 के आदेश पर आधारित है. सरकार के क़दम से मैसूर से भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा, हिंदुत्ववादी संगठनों के 206 सदस्यों और 106 मुस्लिमों को राहत मिली है.