भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ प्रदर्शन करने वाले पहलवानों ने बीते अप्रैल में आरोप लगाया था कि कोच महावीर प्रसाद बिश्नोई शिकायतकर्ताओं को केस वापस लेने के लिए धमका रहे हैं. दिल्ली की एक अदालत में बिश्नोई के ख़िलाफ़ एक खिलाड़ी के यौन उत्पीड़न का मामला चल रहा है.
वीडियो: बुधवार को बृजभूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रहे पहलवानों- बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक के साथ लंबी बैठक के बाद केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा था कि उन्होंने पहलवानों से 15 जून तक आंदोलन स्थगित करने को कहा है और सरकार द्वारा उन्हें दिए गए सभी आश्वासन पूरे किए जाएंगे.
वीडियो: भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण सिंह के ख़िलाफ़ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाते हुए देश के कई पदक विजेता पहलवानों ने 23 अप्रैल को दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन शुरू किया था. तीस दिनों के बाद भी पहलवानों की सिंह की गिरफ़्तारी की मांग पर पुलिस या सरकार की तरफ से कोई कार्रवाई होनी बाकी है.
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष ने कहा कि सरकार एक तरफ बेटी पढ़ाओ और महिला उत्थान की बात करती है, वहीं दूसरी तरफ देश के लिए ओलंपिक पदक लाने वाली लड़कियां राष्ट्रीय राजधानी में न्याय पाने के लिए संघर्ष कर रही हैं. उसे आरोपी व्यक्ति के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए, जो भाजपा का नेता भी है.
वीडियो: यौन शोषण के आरोपों को लेकर भारतीय कुश्मी महासंघ के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ दिल्ली के जंतर मंतर पर पहलवानों द्वारा किए जा रहे प्रदर्शन को लगभग एक महीने हो चुके हैं. हाल ही में एक मार्च निकाला गया था, इसमें शामिल लोगों से बातचीत.
असम जातीय परिषद नामक राजनीतिक दल ने राज्य के गुवाहाटी शहर में प्रदर्शन के दौरान ‘चैंपियन पहलवानों की दुर्दशा पर केंद्र सरकार की दयनीय उदासीनता’ के ख़िलाफ़ नारे लगाए. उन्होंने कहा कि पहलवानों को न्याय सुनिश्चित करने में केंद्र की हिचकिचाहट से भारतीय खिलाड़ियों के मनोबल पर गंभीर प्रभाव पड़ेगा.
द इकोनॉमिक टाइम्स ने एक रिपोर्ट में पहलवानों की ओर से दर्ज एफ़आईआर के हवाले से बताया है कि उन्हें कथित तौर पर यह जानकर ‘झटका’ लगा है कि निगरानी समिति ने ‘आरोपी बृजभूषण शरण सिंह के कृत्यों को सही ठहराने’ की कोशिश की है. समिति ने पिछले महीने अपनी रिपोर्ट केंद्र को सौंपी थी. तब से इसे सार्वजनिक नहीं किया गया है.
पहलवानों के हालिया आंदोलन में न केवल कुश्ती बल्कि भारतीय खेल संस्कृति के भविष्य को मोड़ने की ताक़त है. हालांकि, आंदोलन की क़रीबी पड़ताल करें तो एक तरफ़ ये आंदोलन राज्य की पितृसत्ता का विरोध कर रहा है, लेकिन साथ ही जातिगत पितृसत्ता के साथ खड़ा मिलता है.
भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ प्रदर्शनरत पहलवानों को समर्थन देने संयुक्त किसान मोर्चा, भाकियू, खाप पंचायतों के नेताओं समेत सैकड़ों लोग जंतर-मंतर पहुंचे थे. पहलवानों को परामर्श देने के लिए गठित 31 सदस्यीय समिति ने बृजभूषण की गिरफ़्तारी के लिए 21 मई की समयसीमा देते हुए कहा है कि यदि ऐसा नहीं हुआ तो प्रदर्शनकारी 'अहम फैसला' लेंगे.
वीडियो: दिल्ली के जंतर मंतर पर भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ पहलवानों के विरोध प्रदर्शन को लेकर कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हुए उन पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
वीडियो: भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ दिल्ली पुलिस द्वारा एफ़आईआर दर्ज न किए जाने पर पहलवानों ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाया था. इसके बाद सिंह के ख़िलाफ़ दिल्ली पुलिस ने दो केस दर्ज किए गए हैं.
वीडियो: भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ दिल्ली के जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों का आजाद समाज पार्टी के नेता चंद्रशेखर आज़ाद ने समर्थन किया है.
सुप्रीम कोर्ट ने बीते 4 मई को महिला पहलवानों द्वारा दायर उस याचिका पर कार्यवाही बंद कर दी, जिसमें वे चाहती थीं कि बृजभूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ यौन उत्पीड़न के उनके आरोपों की जांच की जाए. विरोध कर रहे पहलवानों ने कहा है कि वे अपना विरोध जारी रखेंगे. वहीं किसान संगठनों ने उनके आंदोलन का समर्थन किया है.
वीडियो: यौन उत्पीड़न के आरोपों का सामना कर रहे भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह भाजपा के सांसद हैं और उत्तर प्रदेश के बड़े 'बाहुबलियों' में शुमार हैं. उनके ख़िलाफ़ देश के बड़े पदक विजेता पहलवान चार महीनों से आवाज़ उठा रहे हैं लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस पर मौन हैं. उनकी चुप्पी की वजह क्या है?
भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ दिल्ली के जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने बीते बुधवार की देर रात दिल्ली पुलिस पर उनके साथ मारपीट और दुर्व्यवहार करने के आरोप लगाया था. पहलवानों ने इस दौरान हिरासत में लिए गए प्रदर्शनकारियों को रिहा करने की अपील की है.