अक्टूबर 2015 में कानपुर के फजलगंज इलाके में मुहर्रम के जुलूस के दौरान कथित तौर पर एक धार्मिक पोस्टर फाड़े जाने को लेकर सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई थी. मामले के जिन 32 आरोपियों के ख़िलाफ़ केस वापस लेने को कहा गया है, उनका नाम चार्जशीट में है और वे सभी हिंदू समुदाय के हैं.
सुप्रीम कोर्ट मुस्लिम संगठन जमीयत-उलेमा-ए-हिंद द्वारा दायर याचिकाओं पर सुनवाई कर रहा था, जिसमें उत्तर प्रदेश सरकार और अन्य राज्यों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश देने का अनुरोध किया गया है कि हिंसा के हालिया मामलों के आरोपियों की संपत्तियों में और तोड़फोड़ न की जाए.
मुस्लिम संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने सुप्रीम कोर्ट में दो नई याचिकाएं दायर कर उत्तर प्रदेश सरकार को यह सुनिश्चित करने का निर्देश देने की मांग की कि राज्य में उचित प्रक्रिया का पालन किए बिना कोई और निर्माण न गिराया जाए तथा इस तरह की कवायद पर्याप्त नोटिस देने के बाद ही की जाए. बीते 10 जून को हिंसा के बाद प्रशासन ने कई आरोपियों के घरों को बुलडोज़र चलाकर ध्वस्त कर दिया है.
जमीयत उलेमा-ए-हिंद की ओर से कहा गया है कि पैगंबर मोहम्मद के ख़िलाफ़ टिप्पणी का विरोध करना मुसलमानों का संवैधानिक अधिकार है. पुलिस गोलीबारी, बुलडोज़र का इस्तेमाल और ‘अंधाधुंध तरीके से लोगों को गिरफ़्तार करके’ इस अधिकार का हनन करना किसी भी लोकतांत्रिक सरकार के लिए ‘शर्म की बात’ है.
इस बीच भाजपा से निष्कासित पार्टी की दिल्ली इकाई के मीडिया प्रमुख नवीन जिंदल के ख़िलाफ़ महाराष्ट्र के पुणे शहर में एक एफ़आईआर दर्ज की गई है. स्टूडेंट्स इस्लामिक ऑर्गनाइजेशन एंड मुस्लिम स्टूडेंट फेडरेशन ने पैगंबर मोहम्मद के ख़िलाफ़ टिप्पणी को लेकर भाजपा से निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल की गिरफ़्तारी की मांग को लेकर दिल्ली विश्वविद्यालय के आर्ट्स फैकल्टी के सामने प्रदर्शन किया.
निलंबित भाजपा नेताओं नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल द्वारा पैगंबर के ख़िलाफ़ टिप्पणी के लिए देश के विभिन्न हिस्सों में शुक्रवार को प्रदर्शन के दौरान हिंसा हुई थी. बंगाल के हावड़ा में हिंसा के बाद धारा 144 लागू और इंटरनेट सेवाएं बाधित. रांची के पड़ोसी रामगढ़ ज़िले में भी धारा 144 लागू. महाराष्ट्र के औरंगाबाद में 100 से अधिक लोगों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज. दिल्ली पुलिस ने जामा मस्जिद के बाहर विरोध प्रदर्शन के संबंध में एफ़आईआर दर्ज की.
निलंबित भाजपा नेताओं नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल द्वारा पैगंबर मोहम्मद के ख़िलाफ़ टिप्पणी के लिए उनकी गिरफ़्तारी की मांग पर बीते 10 जून को देश के कई शहरों और क़स्बों में विरोध प्रदर्शन हुए थे. झारखंड की राजधानी रांची में हिंसक प्रदर्शन के दौरान दो लोगों की मौत हो गई थी. बीते नौ जून को दिल्ली पुलिस ने नूपुर शर्मा, नवीन जिंदल और यति नरसिंहानंद समेत 31 लोगों के ख़िलाफ़ केस दर्ज किया गया था.
झारखंड पुलिस ने बताया कि शुक्रवार रात से राजधानी राजधानी में स्थिति पूरी तरह से नियंत्रित एवं शांतिपूर्ण है. हालांकि, एहतियाती तौर पर शहर के 12 थाना क्षेत्रों में धारा 144 लागू कर निषेधाज्ञा लागू की गई है. निलंबित भाजपा नेताओं नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल द्वारा पैगंबर के ख़िलाफ़ टिप्पणी को लेकर उनकी गिरफ़्तारी की मांग पर शुक्रवार को देश भर के कई शहरों में प्रदर्शन हुए थे.
भाजपा से निलंबित किए गए नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल द्वारा पैगंबर मोहम्मद के बारे में टिप्पणी के ख़िलाफ़ देश के विभिन्न शहरों में प्रदर्शन हुए. दिल्ली की जामा मस्जिद में शर्मा की गिरफ़्तारी की मांग को लेकर प्रदर्शन हुए. उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद और झारखंड की राजधानी रांची में हुए विरोध के दौरान हिंसा और आगज़नी भी हुई.
पहले कभी किसी शहर में राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री या मंत्री वगैरह का दौरा होता है तो माना जाता है कि कम से कम उस दिन वहां सफाई, पानी, बिजली आपूर्ति के साथ शांति व्यवस्था भी चाक-चौबंद रहेगी. लेकिन यूपी में अब सब इतना ‘बदल’ गया है कि राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री के दौरे पर उपद्रव और मुख्यमंत्री-उपमुख्यमंत्री के दौरे के वक़्त हत्याएं तक हो जा रही हैं और किसी भी स्तर पर इसकी शर्म नहीं महसूस की जा रही.
पुलिस ने बताया कि हनुमान मंदिर के पास हुए पथराव और हिंसक संघर्ष में रांची के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, डेली मार्केट के थानेदार समेत दर्जन भर पुलिसकर्मी एवं अन्य लोग घायल हो गए. पुलिस को हिंसक भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले दागने पड़े और हवा में गोलियां चलानी पड़ी.
भाजपा की अपदस्थ प्रवक्ता नूपुर शर्मा के एक टीवी चैनल की बहस में पैगंबर मोहम्मद पर दिए गए बयान को लेकर कानपुर में हुई हिंसा और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हुई आलोचना को लेकर एडिटर्स गिल्ड ने प्रसारकों से कड़ी सतर्कता बरतने का आह्वान करते हुए कहा कि वे ठहरकर सोचें कि कैसे जानबूझकर विभाजनकारी हालात तैयार किए जा रहे हैं.
भाजपा की राष्ट्रीय प्रवक्ता रहीं नूपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद के ख़िलाफ़ कथित रूप से आपत्तिजनक टिप्पणी के विरोध में उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर में बीते तीन जून को जुमे की नमाज़ के बाद दुकाने बंद कराने को लेकर हुए विवाद पर दो समुदायों के लोग एक दूसरे से भिड़ गए थे और हिंसा भड़क गई थी. इस मामले में गिरफ़्तार लोगों की संख्या बढ़कर 29 हो गई है.
पुलिस ने बताया कि हाल ही में भाजपा की प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा ज्ञानवापी मस्जिद मामले पर एक टीवी बहस के दौरान पैगंबर मोहम्मद के ख़िलाफ़ टिप्पणी किए जाने के विरोध में शुक्रवार को जुमे की नमाज़ के बाद दुकानें बंद कराने के प्रयास के दौरान दो समुदायों के लोग एक दूसरे से भिड़ गए जिसके बाद कानपुर के कुछ हिस्से में हिंसा भड़क गई. 500 से अधिक लोगों के ख़िलाफ़ दंगा और हिंसा को लेकर तीन एफ़आईआर दर्ज की