केरल सचिवालय ने एक आदेश में कहा था कि राज्य का कोई भी वैज्ञानिक या भूस्खलन मामलों का जानकार वायनाड न जाए और न ही इस मामले को लेकर अपने विचार मीडिया के समक्ष रखे.
केरल के वायनाड जिले के मेप्पाडी में 30 जुलाई की सुबह भूस्खलन की एक श्रृंखला के बाद कम से कम 77 लोगों की मौत हो गई है. मलबा हटने के साथ मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है.
बंगाल की खाड़ी में आए चक्रवाती तूफ़ान रेमल का असर मिज़ोरम, असम, मणिपुर और मेघालय जैसे पूर्वोत्तर राज्यों में देखा जा रहा है, जहां विभिन्न हिस्सों से लोगों के हताहत होने की ख़बरें सामने आ रही हैं.
असम के तिनसुकिया ज़िले में एक रैट-होल खदान में भूस्खलन के बाद फंसे तीन कोयला खनिकों के बारे में अधिकारियों ने कहा है कि ऐसा संदेह है कि खदान के अंदर उनकी मौत हो गई होगी लेकिन जब तक उनके शव नहीं मिल जाते, हम यह दावा नहीं कर सकते.
द वायर बुलेटिन: आज की ज़रूरी ख़बरों का अपडेट.
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असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, राज्य में बाढ़ की स्थिति गुरुवार को बिगड़ गई है. लगातार बारिश के कारण राज्य के तीन ज़िले धेमाजी, डिब्रूगढ़ और लखीमपुर बाढ़ की चपेट में हैं. वहीं, भारी बारिश के कारण मिज़ोरम को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग-6 पर भूस्खलन हुआ है.
उत्तराखंड में हाल ही में घटी लगातार आपदाएं हिमालयी जनजीवन के अस्तित्व पर आगामी सदियों के ख़तरों की आहट दे रही हैं. सरकार व नौकरशाही के कामचलाऊ रुख़ से जलवायु परिवर्तन समेत मानव निर्मित गंभीर विषम स्थितियों का सामना करना दुष्कर हो चला है.
भारत मौसम विज्ञान विभाग द्वारा जुटाए गए आंकड़ों के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मानसून के कारण विषम मौसम की घटनाओं में पिछले तीन महीने में देशभर में कम से कम 435 लोगों की मौत हो गई. इनमें आकाशीय बिजली गिरने से जान गंवाने वाले 240 लोग शामिल हैं. यह संख्या कुल हताहतों का 50 फीसदी से अधिक है. इन घटनाओं में हुई मौतों में से एक तिहाई मौत महाराष्ट्र में हुई.
भूस्खलन हिमाचल प्रदेश के किन्नौर ज़िले के चौरा गांव में दोपहर से ठीक पहले हुआ. किन्नौर के उपायुक्त ने बताया कि हिमाचल प्रदेश सड़क परिवहन की बस समेत अनेक वाहन भूस्खलन के मलबे में दब गए. बस किन्नौर के रेकॉन्ग प्यो से शिमला जा रही थी. बस में तकरीबन 40 लोग सवार थे. हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका है.
पश्चिमी महाराष्ट्र के पुणे मंडल में भारी बारिश और नदियों के उफान पर होने के चलते 84,452 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. इनमें 40,000 से अधिक लोग कोल्हापुर ज़िले से हैं. पिछले दो दिनों से महाराष्ट्र में हो रही भारी बारिश के कारण रायगढ़, रत्नागिरी, पालघर, ठाणे, सिंधुदुर्ग, कोल्हापुर, सांगली और सतारा आदि ज़िले भीषण बाढ़ की चपेट में हैं. कर्नाटक में भारी बारिश में तीन लोगों की मौत और हज़ारों लोगों को सुरक्षित निकाला गया.
महाराष्ट्र के तटीय रायगढ़ ज़िले में यह हादसा महाड तहसील के तलाई गांव में बृहस्पतिवार शाम को हुआ. इस हादसे में मृतकों की संख्या बढ़ सकती है. मुंबई के गोवंडी में मकान ढहने से चार की मौत होने की सूचना है. पिछले दो दिनों से राज्य में हो रही भारी बारिश के कारण रायगढ़, रत्नागिरी, पालघर, ठाणे, सिंधुदुर्ग, कोल्हापुर, सांगली और सतारा ज़िलों में भीषण बाढ़ आई हुई है, जिसके कारण कई हादसे भी हो चुके हैं.
प्रधानमंत्री ने मुंबई में भारी बारिश के बाद मकान ढहने की घटनाओं में मारे गए लोगों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो-दो लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक मदद देने की घोषणा की.
उत्तर भारत के विभिन्न राज्यों में बीते कुछ दिनों से लगातार बारिश हो रही है. आकाशीय बिजली की चपेट में आकर उत्तर प्रदेश में कम से कम 41, राजस्थान में 23 और मध्य प्रदेश में छह लोगों की मौत के मामले सामने आए हैं. उत्तर प्रदेश में मृतक के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की सहायता प्रदान की जाएगी. प्रधानमंत्री ने मृतकों के लिए दो-दो लाख रुपये की सहायता देने की घोषणा की है.
विपक्ष ने सत्तारूढ़ सीपीएम पर निशाना साधते हुए कहा है कि भूस्खलन से पीड़ित परिवार के लिए जारी मुआवज़ा राशि पर्याप्त नहीं. आरोप है कि केरल सरकार ने कोझिकोड विमान हादसे में मारे गए लोगों के लिए प्रति परिवार 10 लाख रुपये के मुआवज़े की घोषणा की, जबकि उसी दिन भूस्खलन में मारे गए लोगों के लिए प्रति परिवार सिर्फ़ पांच लाख की घोषणा की है.