पिछले पांच वर्षों में भारत में 140 निजी विश्वविद्यालय स्थापित हुए, गुजरात शीर्ष पर रहा

शिक्षा मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, पिछले पांच वर्षों के दौरान देश भर में सबसे ज़्यादा 28 निजी विश्वविद्यालय गुजरात में स्थापित हुए. इसके बाद महाराष्ट्र में 15 और मध्य प्रदेश में 14 ऐसे विश्वविद्यालय स्थापित हुए. इसके अलावा शैक्षणिक सत्र 2018-19 में सबसे अधिक 40, जबकि शैक्षणिक सत्र 2021-22 के दौरान 34 निजी विश्वविद्यालय शुरू किए गए थे.

एमपी: शाजापुर में स्कूल के बच्चों के सांता की ड्रेस पहनने के लिए माता-पिता की मंज़ूरी ज़रूरी

मध्य प्रदेश के शाजापुर के ज़िला शिक्षा अधिकारी विवेक दुबे द्वारा जारी सर्कुलर में कहा गया है कि यह स्कूलों में किसी भी कार्यक्रम पर प्रतिबंध नहीं लगाता है. अतीत में माता-पिता द्वारा ऐसी शिकायत करने के मामले सामने आए हैं कि उनके बच्चों को उनकी सहमति के बिना स्कूलों में ऐसे कार्यक्रमों का हिस्सा बनाया जा रहा है.

एमपी विधानसभा चुनाव में हार के बाद कमलनाथ की जगह जीतू पटवारी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नियुक्त

कमलनाथ 2018 के विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस की मध्य प्रदेश इकाई के अध्यक्ष बनाए गए थे. उनकी जगह लेने वाले जीतू पटवारी हालिया संपन्न विधानसभा चुनाव में राऊ सीट से चुनाव हार गए थे. इसके अलावा उमंग सिंघार को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष नियुक्त किया गया है. वहीं, छत्तीसगढ़ में पार्टी ने चरण दास महंत को नेता प्रतिपक्ष नियुक्त किया है.

संविधान, समाज और देश को धर्म की राजनीति का ख़तरा, क्या इंडिया गठबंधन 2024 में दे पाएगा जवाब?

वीडियो: हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी को मिली हार और अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर विपक्ष के ‘इंडिया गठबंधन’ की रणनीति पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह और द वायर के सह-संस्थापक एमके वेणु से इंद्र शेखर सिंह की बातचीत.

एमपी: नई सरकार की पहली बुलडोज़र कार्रवाई, भाजपा कार्यकर्ता पर हमले के आरोपियों के घर ढहाए गए

मोहन यादव के नेतृत्व वाली मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार ने पार्टी के एक कार्यकर्ता पर हमला करने के आरोपी तीन लोगों के घरों को ध्वस्त कर दिया है. यह कार्रवाई उस घोषणा के एक दिन बाद की गई है, जब मुख्यमंत्री ने धार्मिक समारोहों और सार्वजनिक स्थानों पर निर्धारित सीमा से अधिक ध्वनि में लाउडस्पीकर/डीजे बजाने पर प्रतिबंध लगा दिया था.

कांग्रेस के पास 2024 के लिए उत्तर भारत में फिर उठ खड़े होने के अलावा कोई विकल्प नहीं है

मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ इस विपक्षी गठबंधन के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यहां भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा मुक़ाबला है.

मध्य प्रदेश: भाजपा की जीत के बीच सीट बचाने में विफल रहे शिवराज सरकार के 40 फीसदी मंत्री

मध्य प्रदेश में जहां भारतीय जनता पार्टी ने इतिहास का सबसे अधिक वोट प्रतिशत (48.55) अर्जित किया, वहीं उसका अपने सभी मंत्रियों पर भरोसा जताने का दांव ज़्यादा सफल साबित नहीं हुआ. चुनाव में उतरे शिवराज सिंह कैबिनेट के 31 में से 12 मंत्री चुनाव हारे हैं.

विधानसभा चुनाव परिणाम दिखाते हैं कि महिला आरक्षण अभी दूर की कौड़ी है

पीआरएस लेजिस्लेटिव रिसर्च के मुताबिक, हालिया विधानसभा चुनावों में छत्तीसगढ़ एकमात्र राज्य है जहां 20% से अधिक महिला विधायक चुनी गई हैं. यहां कुल 90 विधायकों में से 19 महिलाएं जीती हैं.

मध्य प्रदेश: क्या केंद्रीय मंत्रियों, सांसदों को चुनाव में उतारने से भाजपा को कोई लाभ हुआ?

मध्य प्रदेश में भाजपा ने 3 केंद्रीय मंत्रियों, 4 सांसदों और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को चुनाव लड़ाया था. इन आठ नेताओं में से छह अपनी-अपनी सीट बचाने में कामयाब रहे हैं.

2024 आम चुनाव के मद्देनज़र हिंदी पट्टी में कांग्रेस की हार के क्या मायने हैं?

वीडियो: तीन विधानसभा चुनावों में भाजपा की बड़ी जीत को लेकर वरिष्ठ पत्रकारों- राजन महान, आलोक पुतुल और द वायर के पॉलिटिकल एडिटर के साथ चर्चा कर रही हैं द वायर की सीनियर एडिटर आरफ़ा ख़ानम शेरवानी.

आंकड़ों की रोशनी में फीका है नरेंद्र मोदी का लोकसभा चुनाव में ‘हैट्रिक’ का दावा

विधानसभा चुनावों में तीन राज्यों की जीत के बाद नरेंद्र मोदी ने 'हैट्रिक' शब्द कहते हुए आगामी लोकसभा चुनावों के लिए प्रचार की ज़मीन तैयार कर दी है. हालांकि, आंकड़ों के साथ इस दावे की पड़ताल भाजपा के लिए उतनी आश्वस्तकारी नहीं है, जितनी समझी जा रही है.

विधानसभा चुनाव में उतरे 21 भाजपा सांसदों में से 11 को सफलता मिली

भाजपा ने राजस्थान और मध्य प्रदेश में सात-सात, छत्तीसगढ़ में चार और तेलंगाना में तीन सांसदों को चुनावी मैदान में उतारा था, जिनमें से मध्य प्रदेश में पांच, राजस्थान में चार और छत्तीसगढ़ में तीन सांसद विजयी हुए. हालांकि तेलंगाना में तीनों हार गए.

विधानसभा चुनाव: राजस्थान, एमपी, छत्तीसगढ़ में आम आदमी पार्टी सभी सीटें हारी, नोटा से भी कम वोट

आम आदमी पार्टी ने मध्य प्रदेश में 66, राजस्थान में 85 और छत्तीसगढ़ में 54 सीटों पर चुनाव लड़ा, लेकिन हर सीट पर उसे हार मिली. पार्टी तीनों राज्यों में से किसी में भी 1% वोट हासिल करने में विफल रही, जो नोटा  विकल्प से भी कम वोट हैं.

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