द वायर बुलेटिन: आज की ज़रूरी ख़बरों का अपडेट.
यह मामला हरियाणा के पटौदी स्थित बाबा शाह मोहल्ला में 6 फरवरी को दो समूहों के बीच हुई झड़प से संबंधित है, जिसमें गोरक्षक मोनू मानेसर ने कथित तौर पर अपने लाइसेंसी हथियारों से गोलियां चलाई थी, जिससे अल्पसंख्यक समुदाय के एक व्यक्ति घायल हो गए थे. मानेसर राजस्थान के चचेरे भाइयों जुनैद और नासिर की हत्या में भी आरोपी हैं.
द वायर बुलेटिन: आज की ज़रूरी ख़बरों का अपडेट.
पुलिस के सूत्रों ने बताया कि बीते 31 जुलाई को हुई सांप्रदायिक हिंसा के संबंध में नूंह पुलिस सोशल मीडिया पर अपलोड किए जा रहे पोस्ट की जांच कर रही थी. एक फ़र्ज़ी एकाउंट से ऐसे ही पोस्ट करने के आरोप में मोनू मानेसर को पकड़ा गया है. वह राजस्थान के दो भाइयों जुनैद और नासिर की पीट-पीटकर हत्या मामले में भी आरोपी है.
नूंह के मेव मुसलमान सदियों से क्षेत्र के हिंदुओं के साथ घनिष्ठ संबंध और सामाजिक-सांस्कृतिक जीवन साझा करते आए हैं, लेकिन 2017 के बाद से शुरू हुईं लिंचिंग की घटनाओं और नफ़रत के चलते होने वाली हिंसा ने इस रिश्ते में दरार डाल दी है.
31 जुलाई को नूंह में हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद से किसानों ने हरियाणा में सांप्रदायिकता का मुक़ाबला करने के लिए क्षेत्र में तीन बड़ी बैठकें की हैं. इसके अलावा खाप पंचायतों की इसी तरह की 20 से अधिक बैठकें हो चुकी हैं. किसान संगठनों का कहना है कि आगामी राज्य और संसदीय चुनावों से पहले लोग ‘ध्रुवीकरण को रोकने के लिए एकजुट’ हो गए हैं.
गुड़गांव के सेक्टर 69 की एक चाय की दुकान की दीवार पर ये आपत्तिजनक पोस्टर चिपकाए गए थे, जिनमें मुसलमानों से सोमवार तक जगह छोड़ने वरना परिणाम भुगतने की धमकी दी गई थी. हालांकि दुकान के मालिक ने कबाड़ का काम करने वाले एक व्यक्ति पर इसका संदेह जताया है, जिससे कुछ दिन पहले उनका विवाद हुआ था.
नूंह प्रशासन ने 28 अगस्त को प्रस्तावित विश्व हिंदू परिषद की 'ब्रज मंडल यात्रा' को आधिकारिक तौर पर अनुमति देने से इनकार कर दिया है. इसके पहले 31 जुलाई को दक्षिणपंथी संगठनों की यात्रा के दौरान नूंह और आसपास के इलाकों में सांप्रदायिक हिंसा हुई थी, जिसमें छह लोगों की मौत हो गई थी.
बीते 31 जुलाई को हरियाणा के नूंह शहर में विश्व हिंदू परिषद और अन्य हिंदू दक्षिणपंथी समूहों द्वारा निकाली गई एक धार्मिक यात्रा के दौरान सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई थी. इस दौरान छह लोगों की मौत हो गई थी. अब कुछ दक्षिणपंथी समूहों ने घोषणा की है कि वे नूंह में धार्मिक यात्रा ‘फिर से शुरू’ करेंगे.
हरियाणा की नूंह पुलिस ने गोरक्षक राजकुमार उर्फ बिट्टू बजरंगी बीते 31 अगस्त को हुई सांप्रदायिक हिंसा के सिलसिले में गिरफ़्तार किया है. इस हिंसा में छह लोगों की मौत हो गई थी. मामले में गोरक्षक मोनू मानेसर भी आरोपी हैं. दोनों पर दक्षिणपंथी समूहों की यात्रा से पहले मुस्लिम बहुल ज़िले नूंह में सांप्रदायिक तनाव फैलाने का आरोप है.
हरियाणा में गोरक्षकों के एक प्रमुख चेहरे मोनू मानेसर, जुनैद और नासिर की हत्याकांड मामले में नामित 21 आरोपियों में से एक हैं. 16 फरवरी को हरियाणा के भिवानी में एक वाहन में दोनों चचेरे भाइयों के जले हुए शव पाए गए थे. मृतकों के ख़िलाफ़ गो-तस्करी के आरोप लगाए जाने के बाद इस घटना को अंजाम दिया गया था.
नूंह में हुई हिंसा के बाद राज्य के कई क्षेत्रों में फैले सांप्रदायिक तनाव के बीच हरियाणा की लगभग 30 खापों, संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं, कई किसान संघों और विभिन्न धर्मों के लोगों ने हिसार में महापंचायत में हिस्सा लिया, जहां शांति और सद्भाव बनाए रखने की अपील की गई.
नूंह में सोमवार को हुई सांप्रदायिक झड़पों के बाद राज्य के गृहमंत्री अनिल विज ने दावा किया था कि नलहर महादेव मंदिर में मुस्लिम दंगाइयों ने लगभग तीन-चार हज़ार लोगों को 'बंधक बना लिया' था. मंदिर के पुजारी ने द वायर को बताया कि ऐसा नहीं हुआ था. लोग बाहर माहौल तनावग्रस्त होने के चलते वहां फंसे हुए थे.
जननायक जनता पार्टी के नेता और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने आरोप लगाया है कि विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने प्रशासन को इस बात का सटीक विवरण नहीं दिया कि कितने लोग शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि अगर प्रशासन को सही ढंग से सूचित किया गया होता, तो सांप्रदायिक हिंसा से बचा जा सकता था.
हरियाणा के भिवानी में मिले राजस्थान निवासी जुनैद और नासिर के जले हुए शवों के मामले में राजस्थान पुलिस ने आरोप-पत्र दायर किया है, जिसमें कहा गया है कि कथित गोरक्षक दोनों को पीटने के बाद हरियाणा के नूंह ज़िले के थाने ले गए थे, लेकिन जब पुलिस ने उन्हें लौटा दिया तो उन्होंने दोनों की हत्या कर दी.