भाजपा नेता नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल के पैगंबर मोहम्मद के बारे में दिए गए बयान की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आलोचना जारी है. खाड़ी देशों के बाद मालदीव, ओमान, इंडोनेशिया, जॉर्डन, संयुक्त अरब अमीरात, मिस्र, लीबिया जैसे देशों ने भी विवादित टिप्पणी को लेकर अपनी नाराज़गी ज़ाहिर की है.
मीडिया आउटलेट 'मिल्लत टाइम्स' के संपादक शम्स तबरेज़ क़ासमी ने उन पर लगे आरोपों को आधारहीन बताते हुए कहा है कि यूपी पुलिस की उन्हें चुप कराने की यह कोशिश काम नहीं आएगी. वे सत्ता से सवाल पूछने के लिए पत्रकारिता करते रहेंगे.
भाजपा नेता नूपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद को लेकर की गई टिप्पणी और पार्टी के प्रवक्ता नवीन जिंदल के इसी तरह के 'अपमानजनक' ट्वीट की निंदा करते हुए खाड़ी देशों- क़तर, कुवैत, ईरान और सऊदी अरब के साथ पाकिस्तान ने भी भारतीय राजनयिकों को तलब किया है. वहीं, भारत ने इन्हें 'फ्रिंज' तत्वों द्वारा की टिप्पणी बताते हुए कहा कि विवादित बयान भारत सरकार के विचारों को नहीं दर्शाते.
इस वक़्त गोदी जगत को नए कुमार की ज़रूरत है और अक्षय कुमार से बड़ा कुमार सूझ नहीं रहा है. काम वही करना होगा लेकिन नया चेहरा करेगा तो चेंज लगेगा. वो पत्रकार बनकर आएंगे तो एक ही शो को हर चैनल पर एक साथ चलवाया जाएगा. सीज़न भी आम का है, जितना आम मांगेंगे, उतना खिलवाया जाएगा.
उत्तर प्रदेश की आगरा पुलिस ने बताया कि ताजगंज क्षेत्र में एक निर्माणाधीन सड़क पर एक बाइक सवार ने रविवार शाम संतुलन खो दिया और ग़लती से एक राहगीर को टक्कर मार दी. दोनों के बीच बहस हुई जो दो समुदायों के बीच पथराव का कारण बन गई. इस सिलसिले में चार लोगों को गिरफ़्तार किया गया है.
भाजपा की राष्ट्रीय प्रवक्ता रहीं नूपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद के ख़िलाफ़ कथित रूप से आपत्तिजनक टिप्पणी के विरोध में उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर में बीते तीन जून को जुमे की नमाज़ के बाद दुकाने बंद कराने को लेकर हुए विवाद पर दो समुदायों के लोग एक दूसरे से भिड़ गए थे और हिंसा भड़क गई थी. इस मामले में गिरफ़्तार लोगों की संख्या बढ़कर 29 हो गई है.
पैगंबर मोहम्मद के ख़िलाफ़ टिप्पणी करने को लेकर भाजपा नेता नूपुर शर्मा के ख़िलाफ़ महाराष्ट्र में बीते दिनों केस दर्ज किया गया था. वहीं दिल्ली इकाई के प्रवक्ता रहे नवीन जिंदल ने बीते एक जून को पैगंबर मोहम्मद का उल्लेख करते हुए एक ट्वीट किया था, जिससे उनकी आलोचना हो रही थी.
पुलिस ने बताया कि हाल ही में भाजपा की प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा ज्ञानवापी मस्जिद मामले पर एक टीवी बहस के दौरान पैगंबर मोहम्मद के ख़िलाफ़ टिप्पणी किए जाने के विरोध में शुक्रवार को जुमे की नमाज़ के बाद दुकानें बंद कराने के प्रयास के दौरान दो समुदायों के लोग एक दूसरे से भिड़ गए जिसके बाद कानपुर के कुछ हिस्से में हिंसा भड़क गई. 500 से अधिक लोगों के ख़िलाफ़ दंगा और हिंसा को लेकर तीन एफ़आईआर दर्ज की
एक समाचार चैनल पर परिचर्चा के दौरान पैगंबर मोहम्मद के ख़िलाफ़ की गई टिप्पणी से धार्मिक भावनाएं आहत करने आरोप में भाजपा की प्रवक्ता नूपुर शर्मा के ख़िलाफ़ पुणे के अलावा मुंबई, ठाणे, भिवंडी और हैदराबाद में केस दर्ज किया गया है.
यह हिंसा पिछले साल अगस्त में पूर्वी बेंगलुरु के डीजे हल्ली और केजी हल्ली इलाकों में पुलाकेशीनगर निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले कांग्रेस विधायक आर. अखंड श्रीनिवास मूर्ति के भतीजे पी. नवीन की फेसबुक पोस्ट के बाद हुई थी. इन दंगों में चार लोगों की मौत हो गई थी. आरोप है कि नवीन द्वारा पैगंबर मोहम्मद के बारे में सोशल मीडिया पर एक सांप्रदायिक और अपमानजनक पोस्ट करने के बाद भीड़ हिंसक हो गई थी.
वीडियो: बंगलुरु में बीते 11 अगस्त की रात एक कथित फेसबुक पोस्ट के बाद हिंसा भड़क गई. तीन लोग मारे गए और 70 से ज़्यादा घायल हुए. इस मुद्दे पर दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफ़ेसर अपूर्वानंद का नज़रिया.
आपत्तिजनक पोस्ट करने के आरोपी कांग्रेस विधायक के रिश्तेदार को गिरफ़्तार कर लिया गया है. मंगलवार देर रात हुई हिंसा में भीड़ ने पुलिस वाहनों समेत कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया. पथराव और तोड़फोड़ की घटनाएं भी हुईं. हिंसा के संबंध में 100 से अधिक लोगों को गिरफ़्तार किया गया है. इस दौरान 50 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हुए हैं.
उत्तर प्रदेश के डीजीपी ने बताया कि कमलेश तिवारी हत्या मामले का आतंकवाद से संबंध होने का संकेत नहीं मिला है. प्रारंभिक पूछताछ से लगता है कि 2015 में कमलेश तिवारी द्वारा दिया गया एक भाषण उनकी हत्या की वजह हो सकता है. कमलेश तिवारी की मां ने भाजपा नेता पर लगाया हत्या का आरोप.
लखनऊ पुलिस ने बताया कि ऐसा लगता है कि किसी परिचित ने आपसी रंजिश के तहत इस वारदात को अंजाम दिया है.