यूपी: लखनऊ में तीन मंजिला इमारत ढहने से 8 लोगों की मौत, दर्जनों घायल

घटना लखनऊ के ट्रांसपोर्ट नगर इलाके की है, जो शनिवार शाम हुई तेज बारिश के बाद घटी. इमारत में कुछ गोदाम और एक मोटर वर्कशॉप संचालित थे. मलबे में अभी भी कई लोगों के दबे होने की आशंका है.

रामकथा का वर्षा कांड: अयोध्या का महल टपक रहा है

'मैं अयोध्या आ गया हूं. लेकिन लग रहा है वनवास अभी तक ख़त्म नहीं हुआ है. जब वन में रहता था, पावस ऋतु में कुटिया की छत टपकती थी और अब इस तथाकथित भव्य मंदिर में भी भीग रहा हूं.'

निरंतर हादसों से जूझते भारतीय उनकी ज़िंदगी को दूभर बनाती राजनीति के साथ क्यों खड़े हैं?

कभी-कभार | अशोक वाजपेयी: धर्म और सांप्रदायिकता की राजनीति ने एक बेहद ग़ैर-ज़िम्मेदार अर्थव्यवस्था को पोसा-पनपाया है जिसके लिए सामान्य नागरिक की ज़िंदगी का कोई मोल नहीं है.

अयोध्या: बारिश में राम पथ क्षतिग्रस्त होने के बाद पीडब्ल्यूडी, जल निगम के छह कर्मचारी निलंबित

उत्तर प्रदेश सरकार ने 14 किलोमीटर लंबे राम पथ के निर्माण और सैरगाह के नीचे सीवरलाइन बिछाने में घोर लापरवाही बरतने के आरोप में लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) और उत्तर प्रदेश जल निगम के छह अधिकारियों को निलंबित कर दिया है. 23 जून और 25 जून की रात हुई बारिश के बाद राम पथ क्षतिग्रस्त हो गया था.

मणिपुर में बाढ़ से हज़ारों लोग प्रभावित, कई इलाकों में बिजली-पानी समेत संचार सेवाएं बाधित

चक्रवाती तूफ़ान रेमल के प्रभाव से राज्य में कई इलाकों में अचानक बाढ़ आ गई. कांगपोकपी ज़िला देश के बाकी हिस्सों से पूरी तरह कट गया है.

नरेंद्र मोदी स्टेडियम को विश्वस्तरीय बताने का अमित शाह का दावा एक ही बारिश में धुल गया!

अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम को उद्घाटन के समय केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने विश्व के अत्याधुनिक स्टेडियम में से एक बताया था. लेकिन, इस अत्याधुनिकता की पोल बीते दिनों आईपीएल के फाइनल मैच के दौरान खुली, जब बारिश के बाद मैदान को सुखाने के लिए बाल्टी और स्पंज का सहारा लिया गया.

वर्ष 2021-22 में प्राकृतिक आपदाओं और रखरखाव के कारण क़रीब 1,693 टन अनाज बर्बाद: आरटीआई

सूचना का अधिकार क़ानून से पता चला है कि भारतीय खाद्य निगम के गोदामों में 2018-19 में 5,213 टन, 2019-20 में 1,930 टन और 2020-21 में 1,850 टन अनाज प्राकृतिक आपदाओं और रखरखाव के कारणों से नष्ट हुआ था.

असम: बाढ़ की स्थिति गंभीर, 12 लोगों की मौत और 31.5 लाख लोग प्रभावित

असम में बाढ़ और भूस्खलन के चलते 151 लोग जान गंवा चुके हैं. कछार ज़िले का सिलचर दस दिन से जलमग्न हैं और वहां के निवासी भोजन, पेयजल व दवाइयों की कमी का सामना कर रहे हैं. अरुणाचल प्रदेश में भी भारी बारिश के चलते बाढ़ की स्थिति बन गई है. राज्य में बाढ़ और भूस्खलन में अब तक 17 लोगों की मौत हो चुकी है.

‘हमारे प्रधानमंत्री को असम के बारे में ट्वीट करने के लिए पांच दिन लगे’

वीडियो: असम बाढ़ से बुरी तरह से प्रभावित है. तिब्बत से होते हुए असम पहुंचने वाली ब्रह्मपुत्र नदी में हर साल आने वाली बाढ़ राज्य की बड़ी जनसंख्या को प्रभावित करती है. इस साल बाढ़ के चलते अब तक 139 लोगों की मौत हो चुकी है. क्या वजह है कि असमवासियों को हर साल इस तबाही का सामना करना पड़ता है. द वायर की रिपोर्ट.

असम: बाढ़ की बिगड़ती स्थिति के बीच पांच और लोगों की मौत, क़रीब 25 लाख लोग प्रभावित

असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, बीते 24 घंटे में राज्य के 28 ज़िलों में 24.92 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. राज्य में इस साल बाढ़ से जुड़े हादसों में अब तक 139 लोगों की जान गई है. हफ्ते भर से अधिक समय से जलमग्न सिलचर शहर में अपने परिजन को खोने वाले परिवार पानी भरे होने के कारण शवों को श्मशान नहीं ले जा पा रहे हैं, वहीं ज़िला प्रशासन भी उन तक नहीं पहुंच पा

असम में बाढ़ की स्थिति में सुधार, पांच लोगों की मौत, 22 लाख लोग प्रभावित

असम के अलग-अलग हिस्सों में बाढ़ के चार बच्चों समेत पांच लोगों की मौत हो गई, जिससे राज्य में इस साल बाढ़ और भूस्खलन में जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 126 हो गई है. अधिकारियों के अनुसार, राज्य के 23 ज़िलों में 680 राहत शिविर और वितरण केंद्र चल रहे हैं, जहां 2,17,413 लोगों ने शरण ले रखी है.

असम बाढ़: 12 और लोगों की मौत, 55 लाख लोग प्रभावित; ब्रह्मपुत्र, बराक नदियों का जलस्तर बढ़ना जारी

असम में बाढ़ और भूस्खलन से अभी तक 101 लोगों की मौत हो गई है. इस साल बाढ़ की मौजूदा लहर में 99,026 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र के फसल को नुकसान पहुंचा है. काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में बाढ़ के पानी से कुल 233 शिविरों में से कम से कम 26 जलमग्न हो गए हैं और 11 जानवरों की डूबने से मौत हो गई है.

असम में 11 और लोगों की मौत, बाढ़ से अब तक 47 लाख लोग प्रभावित

असम पिछले एक सप्ताह से विनाशकारी बाढ़ की चपेट में है, जिससे इसके 36 में से 32 ज़िलों में 47,72,140 लोग उससे प्रभावित हुए हैं. राज्य में वर्षाजनित हादसों में अब तक 82 लोगों की मौत हुई है. क़रीब 1.90 लाख लोगों ने 744 राहत शिविरों में शरण ली है. शिविरों में नहीं जाने वाले प्रभावित लोगों को 403 अस्थायी केंद्रों से राहत सामग्री वितरित की गई है.

असम में बाढ़ से 42 लाख से अधिक लोग प्रभावित, अब 71 लोगों की मौत

असम के नगांव ज़िले में बाढ़ में फंसे लोगों की मदद करने के लिए गए कामपुर पुलिस थाने के प्रभारी समेत दो पुलिसकर्मी पानी के तेज़ बहाव में बह गए. उनके शव सोमवार को बरामद किए गए. आपदा प्रबंधन प्राधिकरण बारपेटा सबसे अधिक प्रभावित ज़िला है, जहां 12.76 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हैं, इसके बाद दरांग में लगभग 3.94 लाख लोग और नगांव में 3.64 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हैं.

उत्तर-पूर्व के राज्यों में बारिश और बाढ़ के चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त

भारत मौसम विभाग के अनुसार, असम और मेघालय में 15 जून को सामान्य से 272 मिमी अधिक बारिश हुई, जिससे व्यापक बाढ़ और भूस्खलन हुआ. असम के 28 जिलों में इस साल 18.95 लाख से अधिक लोग बाढ़ से बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं. बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं में राज्य में अब तक 55 लोगों की मौत हो चुकी है.

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