केंद्रीय गृहमंत्री और भाजपा के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के बारे में वर्ष 2018 में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कथित तौर पर टिप्पणी की थी कि ‘भाजपा एक हत्यारोपी को अपनी पार्टी के अध्यक्ष के रूप में स्वीकार कर सकती है, लेकिन कांग्रेस में ऐसा कभी नहीं हो सकता.’
झारखंड के रांची ज़िले का मामला. मृतक की पहचान ज़िले के चान्हो प्रखंड के पंडरी गांव के 22 वर्षीय पेंटर वाजिद अंसारी के रूप में हुई है. पुलिस ने इस संबंध में दो एफ़आईआर दर्ज कर तीन लोगों को गिरफ़्तार किया है.
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने देश के 46 मानसिक स्वास्थ्य संस्थानों में मानसिक स्वास्थ्य देखभाल अधिनियम के अमल को जांचने के लिए दौरा किया था. इसमें सामने आया कि इन संस्थानों में मरीज़ों को ठीक होने के बाद भी रखा जा रहा था और उनके परिवारों से मिलाने या फिर समाज से जोड़ने का कोई प्रयास नहीं किया गया.
झारखंड की राजधानी रांची स्थित के डोरंडा कॉलेज का मामला. पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज कर एक आरोपी को गिरफ़्तार कर लिया है.
29 वर्षीय घरेलू सहायिका को प्रताड़ित करने का एक वीडियो वायरल होने के बाद भाजपा ने बीते मंगलवार को सीमा पात्रा को निलंबित कर दिया था. पात्रा झारखंड भाजपा की महिला विंग की राष्ट्रीय कार्य समिति की सदस्य थीं. उन पर घरेलू सहायिका को बंधक बनाकर रखने, लोहे की रॉड से उनका दांत तोड़ने और उन्हें भूखा रखने का आरोप है.
झारखंड की राजधानी रांची के पास तुपुदाना इलाके में पुलिस सब-इंस्पेक्टर संध्या टोपनो वाहनों की जांच कर रही थीं, तभी तेज़ी से आ रहे मवेशियों से भरे वाहन से उन्हें टक्कर मार दी और चालक गाड़ी लेकर फ़रार हो गया. बीते 19 जुलाई को हरियाणा के नूंह में अवैध खनन की जांच में लगे एक पुलिस उपाधीक्षक सुरेंद्र सिंह को भी ट्रक चालक ने कुचलकर मार डाला था.
निलंबित भाजपा नेताओं नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल की पैगंबर मोहम्मद के ख़िलाफ़ टिप्पणी के विरोध में बीते 10 जून को झारखंड की राजधानी रांची में हुई हिंसा के दौरान 20 वर्षीय मोहम्मद साहिल और 15 वर्षीय मुदस्सिर आलम की गोली लगने से मौत हो गई थी.
पैगंबर मोहम्मद के ख़िलाफ़ भाजपा नेताओं की टिप्पणी के विरोध में बीते 10 जून को झारखंड की राजधानी रांची में हुई हिंसा के दौरान नाबालिग सहित दो लोगों की मौत हो गई थी. परिजनों ने पुलिस के साथ-साथ एक स्थानीय हिंदुत्ववादी कार्यकर्ता पर गोलीबारी का आरोप लगाया था, लेकिन इस संबंध में पुलिस ने अब तक उनकी एफ़आईआर नहीं लिखी है. अब परिजनों ने हाईकोर्ट में याचिका दाख़िल करने की बात कही है.
एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी मंदार विधानसभा सीट पर उपचुनाव प्रचार के लिए झारखंड आए थे. इस दौरान रांची हवाईअड्डे पर पहुंचने पर कथित तौर पर पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाए जाने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था. पार्टी की ओर से कहा गया है कि यह उसकी छवि को ख़राब करने की कोशिश है.
रांची में पुलिस ने मंगलवार को 10 जून की हिंसा में वांछित लोगों के पोस्टर जारी किए थे. बाद में तकनीकी त्रुटि का हवाला देते हुए इन्हें सुधार कर दोबारा जारी करने की बात कही गई. सत्तारूढ़ झामुमो और कांग्रेस के कुछ नेताओं द्वारा इसके विरोध के बीच गृह सचिव ने रांची एसएसपी से इस पर स्पष्टीकरण मांगा है.
भाजपा प्रवक्ताओं के पैगंबर मोहम्मद को लेकर दिए गए बयानों के ख़िलाफ़ रांची में हुए प्रदर्शनों में हुई हिंसा के मद्देनज़र राज्यपाल रमेश बैस ने डीजीपी नीरज सिन्हा समेत वरिष्ठ अधिकारियों को तलब किया था.
मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की ओर से कहा गया है कि पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी को लेकर जो लोग शांतिपूर्वक विरोध जता रहे थे, उनके ख़िलाफ़ मामले दर्ज किए जा रहे हैं, लाठीचार्ज किया जा रहा है और उनके घर तोड़े जा रहे हैं. जब तक कि किसी व्यक्ति को अदालत में दोषी नहीं पाया जाता, वह केवल आरोपी होता है. वहीं जमीयत ने कहा है कि पुलिस ने प्रदर्शन में शामिल के किशोरों से दुश्मनों जैसा व्यवहार किया. यह
पुलिस में दर्ज कराई शिकायत में मुदस्सिर के पिता ने दावा किया है कि उनके बेटे पर पास के एक मंदिर की छत से कुछ लोगों ने गोली चलाई थी. पैगंबर मोहम्मद के ख़िलाफ़ टिप्पणी के विरोध में 10 जून को रांची में हुई हिंसा के दौरान 15 वर्षीय मुदस्सिर आलम और 20 वर्षीय मोहम्मद साहिल की मौत गोली लगने से हो गई थी. दोनों के परिवारों का दावा है कि वे प्रदर्शन का हिस्सा नहीं थे. साहिल के परिवार
जमीयत उलेमा-ए-हिंद की ओर से कहा गया है कि पैगंबर मोहम्मद के ख़िलाफ़ टिप्पणी का विरोध करना मुसलमानों का संवैधानिक अधिकार है. पुलिस गोलीबारी, बुलडोज़र का इस्तेमाल और ‘अंधाधुंध तरीके से लोगों को गिरफ़्तार करके’ इस अधिकार का हनन करना किसी भी लोकतांत्रिक सरकार के लिए ‘शर्म की बात’ है.
बीते 10 जून की रात आठ बजे ज़ीशान और फ़ैज़ान झारखंड की राजधानी रांची के सुजाता चौक के पास पिज़्ज़ा लेने गए थे. आरोप है कि उसी समय करीब 30-40 हथियारबंद लोग ‘जय श्री राम’ का नारा लगाते हुए आए और उन्हें घेरकर पीटना शुरू कर दिया. इसी दिन पैगंबर मोहम्मद के ख़िलाफ़ निलंबित भाजपा नेताओं की टिप्पणी को लेकर हुए विरोध प्रदर्शन के हिंसक हो जाने के बाद दो अन्य मुस्लिम युवकों की मौत हो गई थी.