कर्नाटक विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक केआर रमेश कुमार ने गुरुवार को विधानसभा में चर्चा के दौरान यह विवादित टिप्पणी की. सदन की कार्यवाही के इस वीडियो में कुमार की इस टिप्पणी पर विधानसभा अध्यक्ष को हंसते देखा जा सकता है. बैकग्राउंड में अन्य विधायकों को भी हंसते सुना जा सकता है.
लंदन हाईकोर्ट ने निचली अदालत के उस फैसले को पलट दिया जिसमें विकीलीक्स के सह-संस्थापक जूलियन असांजे के मानसिक स्वास्थ्य का हवाला देते हुए प्रत्यर्पण के अमेरिकी अनुरोध को खारिज़ कर दिया था. असांजे पर अमेरिका ने जासूसी के 17 आरोप लगाए हैं, जबकि एक आरोप कंप्यूटर के दुरुपयोग का भी है.
अदालत एक 26 वर्षीय युवक की याचिका पर सुनवाई कर रही थी, जिसमें उसने बलात्कार के मामले में दोषसिद्धि को चुनौती दी थी. हाईकोर्ट ने कहा कि केवल इसलिए कि पीड़िता आरोपी से प्रेम करती थी, यह नहीं माना जा सकता कि उसने शारीरिक संबंध के लिए सहमति दी थी.
एक विशेष अदालत ने सपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे गायत्री प्रजापति समेत तीन अभियुक्तों को एक महिला के सामूहिक बलात्कार और उनकी नाबालिग बेटी के रेप के प्रयास का दोषी ठहराया है. फरवरी, 2017 में प्राथमिकी दर्ज होने के बाद प्रजापति को मार्च में गिरफ़्तार किया गया था और तब से वह जेल में हैं.
सुप्रीम कोर्ट ने यह टिप्पणी कर्नाटक के इरप्पा सिद्दप्पा की अपील पर की, जिन्हें निचली अदालत ने पांच साल की बच्ची के अपहरण, बलात्कार और हत्या का दोषी ठहराते हुए मौत की सज़ा सुनाई थी. हाईकोर्ट ने भी निचली अदालत के फ़ैसले को बरक़रार रखा था, हालांकि शीर्ष अदालत ने इसे आजीवन कारावास में बदल दिया.
पुलिस के अनुसार, उज्जैन के बड़नगर क्षेत्र के कांग्रेस विधायक मुरली मोरवाल के बेटे करण मोरवाल के ख़िलाफ़ इंदौर के महिला थाने में दो अप्रैल को शादी का झांसा देकर बलात्कार करने का मामला दर्ज किया गया था. करण साढ़े छह महीने से फ़रार थे और उनकी गिरफ़्तारी पर 25,000 रुपये का इनाम घोषित किया गया था.
केरल हाईकोर्ट एक पिता द्वारा बेटी से बलात्कार के मामले को सुन रहा था, जहां आरोपी ने दावा किया था कि उसे इस मामले में फंसाया जा रहा है क्योंकि उसकी बेटी का किसी अन्य के साथ यौन संबंध था. अदालत ने इस शख़्स को अपराध का दोषी मानते हुए कहा कि महिला का यौन संबंधों में होना बलात्कार, वो भी पिता द्वारा किए गए ऐसे जघन्य अपराध से बरी करने का कारण नहीं हो सकता.
उज्जैन के बड़नगर क्षेत्र के कांग्रेस विधायक मुरली मोरवाल के बेटे करण मोरवाल के ख़िलाफ़ इंदौर के महिला थाने में दो अप्रैल को बलात्कार का मामला दर्ज किया गया था. प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने आरोपी की सूचना देने पर इनाम की राशि बढ़ा दिए जाने की घोषणा करते हुए कहा कि यदि कांग्रेस विधायक के बेटे करण ने दो दिनों में सरेंडर नहीं किया तो सरकार ऐसा क़दम उठाएगी, जो प्रदेश में ऩजीर बन जाएगी.
मामला ललितपुर का है, जहां एक 17 वर्षीय युवती ने अपने पिता समेत 28 लोगों पर पिछले पांच सालों से बलात्कार करने का आरोप लगाया है. पुलिस ने बताया कि लड़की की मां ने उनके पति पर अपने 10 साल के बेटे का भी यौन शोषण करने का आरोप लगाया था.
हैदराबाद में महिला डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के सभी चारों आरोपियों की पुलिस एनकाउंटर में मौत के बाद सुप्रीम कोर्ट ने एक जांच आयोग का गठन किया था. इस आयोग ने तेलंगाना के तत्कालीन पुलिस आयुक्त सज्जनार और अन्य पुलिस अधिकारियों से इस मुठभेड़ को लेकर सवाल पूछे थे, जिसके बाद मामले के वे तथ्य धीरे-धीरे सामने आने लगे हैं, जिन्हें शुरुआत में पुलिस ने दबा दिया था.
उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले के जेवर इलाके में यह घटना उस वक़्त हुई जब 55 वर्षीय दलित महिला घास काटने खेत में गई थी. पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है. मुख्य आरोपी अभी भी फ़रार है. राज्य के संतकबीरनगर ज़िले में सात वर्ष की बच्ची से बलात्कार का आरोपी मदरसा शिक्षक की भी पुलिस तलाश कर रही है.
उत्तर प्रदेश के आज़मगढ़ का मामला. पुलिस का कहना है कि महिला ने थाने में ज़हर नहीं खाया. वह थाने के बाहर बेहोशी की हालत में मिली थी. अस्पताल ले जाने पर पता चला कि उसने ज़हर खाया है. लापरवाही बरतने के आरोप में थाने के प्रभारी थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया गया है.
स्मृति शेष: प्रख्यात नारीवादी कमला भसीन अपनी शैली की सादगी और स्पष्टवादिता से किसी मसले के मर्म तक पहुंच पाने में कामयाब हो जाती थीं. उन्होंने सहज तरीके से शिक्षाविदों और नारीवादियों का जिस स्तर का सम्मान अर्जित किया, वह कार्यकर्ताओं के लिए आम नहीं है. उनके लिए वे एक आइकॉन थीं, स्त्रीवाद को एक नए नज़रिये से बरतने की एक कसौटी थीं.
महिला अधिकारी ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि संयुक्त श्रम आयुक्त ने उनके ख़िलाफ़ विभागीय कार्रवाई करने की धमकी देकर दो साल तक उनसे बलात्कार और उसका यौन शोषण किया. आरोपी को रविवार को अदालत में पेश किया गया था, जिसने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया.
दलित युवती से छह माह पूर्व कथित रूप से बलात्कार हुआ था, जिसके बाद वह गर्भवती हो गई थी. युवती के पिता ने बलात्कार के आरोपी युवक, उसके परिवार और एक डॉक्टर के ख़िलाफ़ बलात्कार और अन्य संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कराया था, जिसके बाद उत्तर प्रदेश के महोबा ज़िले से यह गिरफ़्तारी हुई है.