रूसी सेना में लड़ रहे भारतीय की फ्रंटलाइन पर मौत, वापस लौटने की कोशिश में थे: रिपोर्ट

रूस में जान गंवाने वाले शख़्स की पहचान केरल के त्रिशूर ज़िले के 32 वर्षीय बिनिल टी.बी. के रूप में की गई है. बिनिल के रिश्तेदार 27 वर्षीय जैन टी.के. उसी हमले में घायल हुए हैं. दिसंबर 2024 में विदेश मंत्रालय ने संसद में बताया था कि रूस में अब तक 10 भारतीयों की मौत हो चुकी है.

सुलगता मणिपुर, कराहता फ़िलिस्तीन और धर्मांध राजनीति: कहां हुआ न्याय इस बरस

यह साल चुनावों का साल रहा, लेकिन चुनावी रैलियों से मणिपुर की हिंसा गायब रही. बस्तर में मुठभेड़ होते रहे लेकिन दिल्ली बैठी आवाज़ें ख़ामोश रहीं. अन्य देशों में भी यह साल युद्ध के दलदल में फंसा रहा. युद्ध पीड़ितों को खाना देने वाले संस्थाओं तक पर इस्रायल ने हमला किया.

रूस में कई भारतीय अब भी लापता, परिवारों ने सरकार और रूसी दूतावास से गुहार लगाई

विदेश मंत्रालय की ओर से दो लापता व्यक्तियों के परिवार के सदस्यों को भेजे गए पत्र के अनुसार, क़रीब पच्चीस भारतीय जिन्हें धोखाधड़ी से रूसी सेना में भर्ती किया गया था और जबरन रूस-यूक्रेन सीमा पर युद्ध क्षेत्र में भेजा गया था, वे अब भी लापता बताए जा रहे हैं.

परमाणु बम के हमले से बचे जापानी लोगों के संगठन को मिला 2024 का नोबेल शांति पुरस्कार

नॉर्वेजियन नोबेल समिति के अध्यक्ष जोर्गेन वाटने फ्राइडनेस ने कहा कि जापान के संगठन 'निहान हिडांक्यो' को यह पुरस्कार दुनिया को परमाणु हथियारों से मुक्त करने के उनके प्रयासों के लिए दिया गया है.

रूसी सेना में भर्ती किए गए चार भारतीय स्वदेश लौटे, कहा- ग़ुलामों जैसा बर्ताव किया गया

रूस की एक निजी सेना में काम करने को मजबूर किए गए चार भारतीय नागरिक, जिनमें से एक तेलंगाना और तीन कर्नाटक के हैं, शुक्रवार को भारत लौट आए. उनके अनुसार, कम से कम 60 भारतीय युवाओं को उनकी तरह नौकरी का झांसा देकर रूसी सेना में शामिल किया गया था, जो अब भी वही हैं.

पीएम मोदी का यूक्रेन दौरा: रूस के साथ भारतीय मैत्री के अंतरराष्ट्रीय समीकरण

नरेंद्र मोदी का यूक्रेन दौरा इसलिए भी ऐतिहासिक है क्योंकि लगभग 30 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री द्वारा यूक्रेन की पहली यात्रा है.

केंद्र ने संसद में बताया- यूक्रेन युद्ध में रूस के लिए लड़ते हुए आठ भारतीय मारे गए

विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने संसद में कहा कि रूसी सेना में सेवा देने वाले आठ भारतीय नागरिकों की मौत हुई है. इससे पहले सरकार ने केवल चार मौतों की पुष्टि की थी.

रूसी सेना के साथ युद्ध क्षेत्र में तैनात भारतीय नागरिक द्वारा रिहाई की गुहार, कहा- बस 2 जिंदा बचे

यूक्रेन के ख़िलाफ़ युद्ध में रूसी सेना में शामिल भारतीय नागरिक उर्गेन तमांग ने एक वीडियो जारी कर कहा है कि उनके ग्रुप के 15 में से 13 लोगों की मौत हो चुकी है. इससे पहले, उन्होंने मार्च में एक अन्य वीडियो में कहा था कि उन्हें हथियार प्रशिक्षण देकर जबरन युद्ध क्षेत्र में भेज दिया गया है. 

सरकार के परामर्श के बावजूद कई भारतीय छात्रों ने यूक्रेन में रहना चुना, कहा- कोई विकल्प नहीं

रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के चलते क़रीब सात माह पहले यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे भारतीय छात्र भारत लौट आए थे, जो कि हालात सुधरने के बाद सितंबर में वापस यूक्रेन चले गए थे. अब वापस हालात बिगड़ने पर भारत ने छात्रों से यूक्रेन तुरंत छोड़ने के संबंध में दो परामर्श जारी किए हैं.

भारत के दूतावास ने भारतीय नागरिकों से तुरंत यूक्रेन छोड़ने को कहा

यूक्रेन में बढ़ते हालिया तनाव के मद्देनज़र भारतीय दूतावास ने हफ्ते भर से भी कम समय के अंदर दूसरा परामर्श जारी किया है. इसमें कहा गया है कि यूक्रेन में मौजूद सभी भारतीय नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे उपलब्ध साधनों से तुरंत यूक्रेन छोड़ दें.

भारत सरकार की सलाह के बावजूद भारतीय छात्रों का यूक्रेन छोड़ने से इनकार

यूक्रेन में रूस के बढ़ते हमलों के मद्देनज़र भारत ने वहां रह रहे भारतीयों को वापस देश लौटने का परामर्श दिया है. हालांकि कुछ समय पहले वहां पहुंचे 1,500 से अधिक भारतीय छात्रों ने इससे इनकार करते हुए कहा कि वे अपनी पढ़ाई पूरी करके वापस जाएंगे या फिर ताबूत में. उनके पास कोई अन्य विकल्प नहीं बचा है.

भारतीय दूतावास ने भारतीयों को जल्द से जल्द यूक्रेन छोड़ने की सलाह दी

भारतीय दूतावास ने कहा कि बिगड़ती सुरक्षा स्थिति और हाल में ख़राब होते हालात को देखते हुए भारतीय नागरिकों को यूक्रेन की यात्रा नहीं करने की सलाह दी जाती है. फिलहाल यूक्रेन में रह रहे छात्रों सहित भारतीय नागरिकों को जल्द से जल्द यूक्रेन छोड़ने की सलाह दी जाती है.

यूक्रेन के एक स्कूल पर बमबारी में 60 से अधिक लोगों के मारे जाने की आशंका

यूक्रेन के लुहान्स्क प्रांत के गवर्नर ने बताया कि इस स्कूल में बने तहखाने में क़रीब 90 लोगों ने शरण ले रखी थी. आपात सेवा कर्मचारियों को दो शव बरामद हुए हैं और 30 लोगों को उन्होंने वहां से निकाला है, लेकिन मलबे में दबे अन्य 60 लोगों के मारे जाने की आशंका है.

रूस-यूक्रेन युद्ध: राजधानी कीव क्षेत्र में 900 से अधिक नागरिकों के शव मिले

कीव में क्षेत्रीय पुलिस बल ने दावा किया कि रूसी सेना की वापसी के बाद कीव इलाके में 900 से अधिक नागरिकों के शव बरामद किए गए हैं. मलबे के नीचे और सामूहिक कब्रों में हर दिन शव मिल रहे हैं. बुचा में लोग सबसे ज्यादा पीड़ित हुए, जहां 350 से अधिक शव मिले हैं. वहीं, रूस के रक्षा मंत्रालय ने यूक्रेन के रूसी क्षेत्र पर दावों के जवाब में कीव पर मिसाइल हमलों को बढ़ाने की बात कही है.

रूसी हमले के बाद यूक्रेन से विस्थापित होने वाले लोगों की संख्या 45 लाख पहुंची: संयुक्त राष्ट्र

शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र के उच्चायुक्त द्वारा रविवार को अपने पोर्टल पर अपडेट की गई जानकारी के मुताबिक़, 24 फरवरी से अब तक 45.04 लाख लोग यूक्रेन छोड़ चुके हैं.

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