भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) अहमदाबाद में 26 सितंबर को तेलंगाना के रहने वाले 24 वर्षीय अक्षित भुक्या ने अपने हॉस्टल में कथित तौर पर आत्महत्या की थी. अब छात्र परिषद ने इस घटना की पुलिस जांच पर सवाल उठाते हुए जांच के लिए एक समिति गठित करने की मांग की है.
आईआईटी कानपुर से की पृथ्वी विज्ञान में पीएचडी छात्रा ने कथित तौर पर अपने छात्रावास के कमरे में आत्महत्या कर ली. पिछले एक साल में संस्थान में यह आत्महत्या का चौथा मामला है.
कुशीनगर के जंगल खिरकिया गांव के रहने वाले शैलेश माइक्रोफाइनेंस कंपनियों के क़र्ज़ में फंसे थे. उनकी पत्नी ने सिलाई मशीन लेकर कपड़े सिलकर गुजर-बसर करने की कोशिश भी की, पर क़र्ज़ की क़िस्त जमा न करने पर माइक्रोफाइनेंस कंपनी का एजेंट सिलाई मशीन ही उठा ले गया.
आईआईटी गुवाहाटी के शैक्षणिक मामलों के डीन ने 9 सितंबर को बीटेक के तीसरे वर्ष के एक छात्र की मौत के बाद कैंपस में छात्रों के विरोध के मद्देनज़र इस्तीफा दे दिया है. यह इस साल कैंपस में किसी छात्र की तीसरी और एक महीने में दूसरी मौत थी.
बीते 9 अगस्त को भी एक छात्रा अपने छात्रावास के कमरे में मृत पाई गई थी. इससे पहले अप्रैल में भी एक छात्र को हॉस्टल के कमरे में मृत पाया गया था. वर्तमान घटना के संदर्भ में प्रदर्शन करने वाले छात्रों का कहना है कि मृत छात्र को कम उपस्थिति के चलते इंटर्नशिप से रोक दिया गया था.
घटना फ़र्रुखाबाद ज़िले के कायमगंज के एक गांव की है, जहां 15 और 18 साल की दो दलित लड़कियां सोमवार रात जन्माष्टमी की झांकी देखने गई थीं और वापस नहीं लौटीं. अगली सुबह एक ही दुपट्टे से बंधे उनके शव पेड़ पर लटके मिले. परिवार ने आत्महत्या के दावे को ख़ारिज करते हुए हत्या का आरोप लगाया है.
मामला अंबेडकर नगर का है, जहां कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार की शिकार 21 वर्षीय महिला ने पुलिस के रेप केस दर्ज करने से इनकार के बाद ख़ुदकुशी कर ली. आरोप था कि पीड़िता के पिता को ऐसी शिकायत लिखने के लिए मजबूर किया गया, जिसमें बलात्कार का ज़िक्र नहीं था.
घटना चित्रकूट ज़िले की है, जहां दसवीं कक्षा में पढ़ने वाली छात्रा ने 23 जून को ख़ुदकुशी कर ली थी. परिजनों का आरोप है कि दो लोगों के ख़िलाफ़ यौन उत्पीड़न की उनकी शिकायत पर पुलिस की निष्क्रियता से निराश होकर उन्होेंने यह कदम उठाया.
14 अक्टूबर 2022 को आईआईटी खड़गपुर में तीसरे वर्ष के छात्र फ़ैज़ान अहमद अपने छात्रावास में मृत पाए गए थे. घटना को आत्महत्या माना गया था, हालांकि उनके परिवार ने हत्या का संदेह जताया था. अब दूसरी पोस्टमार्टम रिपोर्ट में छात्र को चाकू घोंपने और गोली मारने की बात सामने आई है.
आईआईटी-गुवाहाटी के प्रथम वर्ष के छात्र का शव 10 अप्रैल को उनके हॉस्टल के कमरे में मिला. बिहार के समस्तीपुर के रहने वाले इस छात्र के परिवार ने आरोप लगाया है कि उनकी रैगिंग कर हत्या कर दी गई है, वहीं पुलिस आत्महत्या का संदेह जता रही है. परिवार ने मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है.
त्रिपुरा के लगभग 700 स्नातक शिक्षकों ने 2017 और 2020 के उनके बर्ख़ास्तगी आदेशों को असंवैधानिक बताते हुए याचिका में कहा है कि शिक्षकों के परिवार गंभीर स्थिति है. बर्ख़ास्त किए गए 160 से अधिक शिक्षकों की मृत्यु हो गई है, उनमें से कई ने बुनियादी जीविका की सुविधाओं के अभाव के कारण आत्महत्या की.
हमीरपुर ज़िले का मामला. बीते 29 फरवरी को 14 और 15 साल की दो किशोरियों के शव बरामद हुए थे. उनमें से एक के पिता ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली. परिजनों का आरोप है कि आरोपियों के परिवार की ओर से उन्हें सामूहिक बलात्कार का मामला वापस लेने के लिए धमकाया जा रहा था.
गुजरात सरकार द्वारा विधानसभा में दिए गए आंकड़ों के मुताबिक, आत्महत्या करने वालों में 495 छात्र थे. सबसे अधिक आत्महत्या के 3,280 मामले अहमदाबाद शहर में, इसके बाद सूरत शहर में 2,862 और राजकोट शहर में 1,287 मामले दर्ज किए गए. आत्महत्या के प्रमुख कारणों में मानसिक स्वास्थ्य, प्रेम संबंध, गंभीर बीमारी आदि शामिल हैं.
मध्य प्रदेश के इंदौर शहर का मामला. पुलिस ने बताया कि मृतक की पहचान पेटीएम कर्मचारी गौरव गुप्ता के रूप में हुई, पिछले कुछ दिनों से तनाव में थे. हाल ही में भारतीय रिज़र्व बैंक ने लगातार गैर-अनुपालन और अन्य चिंताओं के कारण पेटीएम पेमेंट्स बैंक को 15 मार्च के बाद किसी भी ग्राहक से जमा और क्रेडिट स्वीकार करने से रोक दिया है.
मृतक की पहचान उत्तर प्रदेश के कन्नौज के रहने वाले बृजेश पाल के रूप में हुई है. वह हाल ही में एक पुलिस भर्ती परीक्षा में शामिल हुए थे और कथित तौर पर पेपर लीक से परेशान थे. अपने पीछे छोड़े गए एक सुसाइड नोट में उन्होंने अपने इस क़दम के पीछे बेरोज़गारी को ज़िम्मेदार ठहराया है.