कोर्ट ने यूट्यूबर मनीष कश्यप से कहा- तमिलनाडु जैसे स्थिर राज्य में अशांति पैदा नहीं कर सकते

यूट्यूबर मनीष कश्यप के ख़िलाफ़ तमिलनाडु में बिहार के श्रमिकों पर हमले के फ़र्ज़ी वीडियो प्रसारित करने के आरोप में एनएसए के तहत एफ़आईआर दर्ज की गई है. सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका के माध्यम से कश्यप ने तमिलनाडु और बिहार में दर्ज मामलों को एक साथ जोड़ने और बिहार ट्रांसफर करने का अनुरोध किया था.

तमिलनाडु में श्रमिकों पर हमले संबंधी ट्वीट के लिए माफ़ी मांगे भाजपा प्रवक्ता: सुप्रीम कोर्ट

उत्तर प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता और वकील प्रशांत पटेल उमराव ने 23 फरवरी को एक ट्वीट कर दावा किया था कि तमिलनाडु में 15 प्रवासी श्रमिकों को हिंदी बोलने के कारण पीटा गया, जिनमें से 12 की मौत हो गई. इस दावे को फ़र्ज़ी क़रार देते हुए तमिलनाडु पुलिस ने उनके ख़िलाफ़ ग़लत जानकारी फैलाने का मामला दर्ज किया था.

तमिलनाडु में बिहारी श्रमिकों पर हमले की अफ़वाह फैलाने वालों से भाजपा का क्या रिश्ता है?

विशेष रिपोर्ट: बीते दिनों तमिलनाडु में बिहार के श्रमिकों पर कथित हमले की अफ़वाह फैलाने के पीछे ख़ुद को पत्रकार बताने वाले यूट्यूबर मनीष कश्यप का नाम आया है. पड़ताल बताती है कि इस मामले में कई एफआईआर में नामजद मनीष इससे पहले भी कई मामलों में आरोपी हैं और उन्हें भाजपा, संघ नेताओं का समर्थन मिलता रहा है.

प्रवासी श्रमिकों पर हमले को लेकर स्टालिन ने कहा, उत्तर भारत के भाजपा नेता अफ़वाह फैला रहे

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने दावा किया है कि 2024 के आम चुनावों से पहले एकजुट विपक्ष बनाने के उनके बयानों के कारण राज्य में प्रवासी श्रमिकों पर हमले और धमकी से जुड़ीं फ़र्ज़ी ख़बरें और अफ़वाहें फैलाई गईं. उन्होंने कहा कि उत्तर भारतीय राज्यों के भाजपा सदस्यों ने बुरी नीयत से ऐसा किया.

बिहारी श्रमिकों से जुड़ी अफ़वाह के बाद भाजपा वालों को ‘टुकड़े टुकड़े गैंग’ कहना चाहिए!

तमिलनाडु में बिहारी मज़दूरों पर हमलों की अफ़वाह को पूरे देश में फैलाने वाले मुख्य रूप से भाजपा के नेता थे. एक नहीं, कई राज्यों के. इसका नुक़सान इसीलिए बहुत गहरा है कि वह देश के ही दो हिस्सों में विभाजन की साज़िश है. भाजपा के इस कृत्य को सबसे घृणित अपराधों की श्रेणी में रखा जाना चाहिए.

तमिलनाडु: श्रमिकों पर हमले संबंधी झूठी ख़बर फैलाने के आरोप में ऑपइंडिया संपादक, सीईओ पर केस

तमिलनाडु पुलिस ने कहा कि डीएमके के थिरुनिनरावुर आईटी विंग के सूर्यप्रकाश ने शिकायत दर्ज कराई है कि ओपइंडिया डॉट कॉम वेबसाइट झूठी ख़बरें फैला रही है और तमिलनाडु में रह रहे अन्य राज्यों के श्रमिकों में भय की भावना पैदा कर रही है.

तमिलनाडु में बिहार के प्रवासियों पर हमले के भ्रामक वीडियो का सच क्या है?

वीडियो: बीते सप्ताह कई मीडिया संस्थानों ने तमिलनाडु में बिहार के प्रवासियों पर हमले की ख़बरें चलाईं. सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल हुए थे, जिनमें श्रमिकों पर हमले का दावा किया गया. तमिलनाडु पुलिस ने इन तमाम ख़बरों और वीडियो का खंडन किया है. इस पूरे घटनाक्रम के बारे में बता रहे हैं अलीशान जाफ़री.

बिहार के पवन यादव और मोनू दास की तमिलनाडु में हुई मौत के मामले में मीडिया ने ग़लत ख़बर चलाई

फैक्ट-चेक: दैनिक भास्कर, टाइम्स नाउ नवभारत और टीवी 9 भारतवर्ष ने बिहार के जमुई के एक शख़्स पवन यादव की मौत को तमिलनाडु में बिहार के श्रमिकों पर हो रहे कथित हमलों से जोड़ा, साथ ही पुलिस के इसे आपसी झगड़ा बताए जाने के बयान को झूठा बताया. हालांकि, बाद में दैनिक भास्कर की वेबसाइट से यह ख़बर डिलीट कर दी गई.

तमिलनाडु: बिहारी मज़दूरों को लेकर ग़लत सूचना फैलाने के आरोप में दैनिक भास्कर, भाजपा नेता पर केस

बीते दिनों सोशल मीडिया पर ऐसे वीडियो वायरल हुए थे, जिनमें दावा किया गया था कि तमिलनाडु में बिहार के श्रमिकों के साथ हिंसा हो रही है. दैनिक भास्कर और भाजपा प्रवक्ता प्रशांत पटेल उमराव ने भी इन दावों के समर्थन में ख़बर और पोस्ट किए थे. पुलिस ने मोहम्मद तनवीर नाम के एक व्यक्ति के ख़िलाफ़ भी केस दर्ज किया है.

बिहार के श्रमिकों पर तमिलनाडु में हमलों के दावे फ़र्ज़ी बताए गए, नीतीश ने जांच समिति भेजी

सोशल मीडिया पर ऐसे वीडियो वायरल हुए थे, जिनमें दावा किया गया था कि तमिलनाडु में बिहार के श्रमिकों पर हमले किए गए हैं, हालांकि तमिलनाडु पुलिस ने वीडियो को झूठा और शरारतपूर्ण क़रार दिया है.

नागरिकता कानून विरोध: प्रसिद्ध गायक टीएम कृष्णा, एक्टर सिद्धार्थ समेत 600 लोगों पर केस दर्ज

चेन्नई पुलिस का कहना है कि वल्लुवर कोट्टम में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन की इजाजत नहीं दी गई थी, लेकिन बावजूद इसके वहां पर विरोध प्रदर्शन हुआ और इन लोगों ने हिस्सा लिया था.