वीडियो: सितंबर 2013 में उत्तर प्रदेश के मुज़फ़्फ़रनगर में हुए सांप्रदायिक दंगों में 60 से ज़्यादा लोग मारे गए थे और 60 हज़ार से अधिक बेघर हो गए थे. दंगों में भाजपा नेताओं के शामिल होने के आरोप लगे थे और पार्टी के कुछ विधायकों को सांप्रदायिक भाषण देने और दंगा भड़काने के लिए जेल जाना पड़ा था. आठ साल बाद द वायर की टीम दंगों में विस्थापित हुए परिवारों का हाल जानने की कोशिश की.
वीडियो: भारतीय जनता पार्टी ने अखिलेश यादव के गढ़ में उन्हें चुनौती देने के लिए केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल को मैदान में उतारा है. बघेल कभी मुलायम सिंह के क़रीबी थे, लेकिन इस बार वे मैनपुरी की करहट सीट से सपा के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार अखिलेश यादव को चुनौती दे रहे हैं. एसपी सिंह से याकूत अली की बातचीत.
उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव प्रचार में जहां भाजपा, सपा-रालोद और कांग्रेस लगातार मैदान में दिखाई दे रहे हैं, वहीं बसपा सुर्ख़ियों से ग़ायब-सी है.
वीडियो: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए आईपीएस अधिकारी असीम अरुण ने अपनी नौकरी छोड़ दी थी. भाजपा ने उन्हें कन्नौज से चुनाव मैदान में उतारा है. कानपुर के पूर्व पुलिस कमिश्नर असीम अरुण से यूपी चुनाव से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर द वायर के याक़ूत अली ने बातचीत की.
वीडियो: विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र द वायर की टीम उत्तर प्रदेश के नोएडा में अंबेडकर सिटी पहुंची, जहां के निवासियों को बिजली की समस्या का सामना करना पड़ रहा है. बिजली भी महंगी दरों पर मिल रही है. इसके अलावा उनकी अन्य समस्याओं पर मुकुल सिंह चौहान की उनसे बातचीत.
वीडियो: उत्तर प्रदेश में चुनाव की तारीख़ का ऐलान होते ही भाजपा को बड़ा झटका लगा था. कद्दावर ओबीसी नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने मंत्रिपरिषद और पार्टी से इस्तीफा दे दिया. मौर्य भाजपा से समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए. मौर्य ने द वायर से अपने इस्तीफे की वजह और आगे की रणनीति के बारे में बात की.
वीडियो: विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र ज़मीनी हाल जानने द वायर की टीम उत्तर प्रदेश के आगरा के सिरोली गांव पहुंची थी. यहां सड़क पर जमा हो रहे पानी को हटाने के उपाय करने की मांग को लेकर नागरिक पिछले 100 दिनों से धरने पर बैठे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि वे दलित हैं, इसलिए उनके साथ भेदभाव किया जा रहा है.
गोरखपुर शहर सीट पर विपक्ष बेमन से चुनाव लड़ता रहा है. पिछले तीन दशक से सपा, कांग्रेस, बसपा के किसी भी नेता ने इस सीट को केंद्रित कर राजनीतिक कार्य नहीं किया, न ही इसे संघर्ष का क्षेत्र बनाया. हर चुनाव में इन दलों से नए प्रत्याशी आते रहे और चुनाव बाद गायब हो जाते रहे. इसी के चलते भाजपा यहां मज़बूत होती गई.
विधानसभा चुनाव राउंड-अप: यूपी में आचार संहिता के उल्लंघन को लेकर सपा-रालोद उम्मीदवार समेत 60 पर मामला दर्ज हुआ. उत्तराखंड में हरक सिंह रावत की वापसी को लेकर कांग्रेस में विरोध बढ़ा. पंजाब के मुख्यमंत्री ने ईडी के छापों को साज़िश बताया है, वहीं गोवा में शिवसेना-एनसीपी के बीच चुनाव-पूर्व गठबंधन हुआ.
चार जनवरी को इलाहाबाद में रहकर पढ़ाई और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्र अचानक सड़कों पर निकल आए और ताली-थाली पीटते हुए लंबित भर्तियों को भरने की मांग करने लगे. उनका कहना था कि वे रोज़गार जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे पर सोई हुई सरकार को नींद से जगाना चाहते हैं.
उत्तर प्रदेश भाजपा में विधानसभा चुनाव के सिलसिले में जो कुछ भी ‘अघटनीय’ घट रहा है, वह दरअसल उसके दो नायकों द्वारा प्रायोजित हिंदुत्व के दो अलग-अलग दिखने वाले रूपों का ही संघर्ष है. योगी आदित्यनाथ को अयोध्या से दूर किए जाने से साफ है कि अभी तक प्रदेश में योगी की आक्रामकता से मात खाता आ रहा मोदी प्रायोजित हिंदुत्व अब खुलकर खेलने की तैयारी कर रहा है.
कृषि क़ानूनों का विरोध करने वाले किसान संगठनों का नेतृत्व करने वाले संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा है कि संगठन भाजपा के ख़िलाफ़ अपने ‘मिशन यूपी’ अभियान को फिर शुरू करेगा, क्योंकि मोदी सरकार ने उनमें से एक भी मांग पूरी नहीं की है, जिनको पूरा करने का आश्वासन देकर उन्होंने किसान आंदोलन ख़त्म कराया था.
साक्षात्कार: सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर का दावा है 20 जनवरी तक कम से कम डेढ़ दर्जन मंत्री, विधायक भाजपा से इस्तीफ़ा देंगे और समाजवादी पार्टी में शामिल होंगे. आगामी चुनाव के मद्देनज़र उनसे द वायर की सीनियर एडिटर आरफ़ा ख़ानम शेरवानी की बातचीत.
उत्तर प्रदेश में 10 फरवरी को पहले चरण, 14 फरवरी को दूसरे चरण, 20 फरवरी को तीसरे चरण, 23 फरवरी को चौथे चरण, 27 फरवरी को पांचवें चरण, तीन मार्च का छठे चरण और सात मार्च को सातवें चरण के मतदान होंगे. वहीं मणिपुर में दो चरणों में 27 फरवरी और तीन मार्च को तथा उत्तराखंड, पंजाब और गोवा में 14 फरवरी को एक चरण में वोट डाले जाएंगे.
वीडियो: उत्तर प्रदेश के मथुरा में इस महीने की शुरुआत में हिंदू महासभा ने शाही ईदगाह मस्जिद के अंदर श्रीकृष्ण की मूर्ति की स्थापना का आह्वान किया था. इस ध्रुवीकरण के बीच मुस्लिम समुदाय के उन शिल्पकारों की कहानी, जो कई पीढ़ियों से कृष्ण की मूर्तियों के लिए पारंपरिक कपड़े बनाते हैं.