यूपी: व्यापारियों, उद्यमियों के ख़िलाफ़ एफआईआर दर्ज होने से पहले शिकायत की जांच होगी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आदेश दिया है कि व्यापारियों और उद्यमियों के ख़िलाफ़ एफआईआर दर्ज करने से पहले प्रारंभिक जांच की जाए. कहा गया है कि यह क़दम राज्य में उद्यमियों को आधारहीन एफआईआर के ज़रिये अनुचित दबाव और उत्पीड़न से बचाने के लिए लिया गया है.

‘नेगेटिव’ ख़बरों की जांच करें अधिकारी, ग़लत पाए जाने पर मीडिया से जवाब मांगे: यूपी सीएमओ

यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रमुख सचिव द्वारा जारी निर्देश में मंडलायुक्तों और ज़िलाधिकारियों से कहा गया है कि वे उनके क्षेत्रों में अख़बारों में छपने वाली 'नकारात्मक ख़बरों' की जांच करें. अगर पता चले कि यह ग़लत तथ्यों पर आधारित है या तोड़-मरोड़कर पेश की गई है तो मीडिया समूह/अख़बार से स्पष्टीकरण मांगें.

बंदूक लाइसेंस देने के मामले में उत्तर प्रदेश, जम्मू कश्मीर देश में सबसे आगे

एक आरटीआई आवेदन के जवाब में मिली जानकारी के अनुसार, देश में सबसे अधिक बंदूक लाइसेंस धारकों वाला राज्य उत्तर प्रदेश है. इसके बाद जम्मू कश्मीर और पंजाब का स्थान है.

उत्तर प्रदेश: सपा नेता आज़म ख़ान को 2019 के हेट स्पीच मामले में दो साल की सज़ा

समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आज़म ख़ान पर आरोप था कि उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान एक जनसभा में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और रामपुर के तत्कालीन ज़िला मजिस्ट्रेट के ख़िलाफ़ भड़काऊ भाषण दिया था. पिछले छह महीने में यह तीसरा मामला है, जिसमें आज़म ख़ान को सज़ा हुई है.

यूपी सरकार के अधिकारी न्यायिक आदेशों के प्रति ज़रा भी सम्मान नहीं रखते हैं: सुप्रीम कोर्ट

शीर्ष अदालत ने मई 2022 में इसके द्वारा यूपी के कुछ क़ैदियों की सज़ा माफ़ी याचिकाओं पर दिए निर्देश पर कार्रवाई न करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार को कड़ी फटकार लगाई.

यूपी: स्वास्थ्य केंद्र की दुर्दशा दिखा रहे यूट्यूबर से मारपीट, गिरफ़्तार किया गया

घटना सुल्तानपुर ज़िले के एक स्वास्थ्य उपकेंद्र की है. सोशल मीडिया पर आए वीडियो के अनुसार, यूट्यूबर ललित यादव परिसर में पड़ी गंदगी दिखाते हुए एक एएनएम से बात करने जाते हैं, लेकिन महिला नाराज़ होकर उन्हें ईंट और चप्पल से मारती हैं. बाद में महिला की शिकायत पर यादव को गिरफ़्तार कर लिया गया.

बलिया-देवरिया में ‘गर्मी और लू’ से सैकड़ों मौतें होने की बात से क्यों इनकार कर रही है योगी सरकार

उत्तर प्रदेश में भीषण गर्मी और लू के बावजूद राज्य सरकार तब जागी, जब बड़ी संख्या में लोगों की मौत मीडिया के ज़रिये सामने आई. सरकार ने लू के कारण कोई भी मौत होने की बात से इनकार किया है और साल 2017 में हुए गोरखपुर के ऑक्सीजन त्रासदी के बाद अपनाई गई ‘इनकार नीति’ पर चल रही है.

तेज़ गर्मी के बीच यूपी में कई ज़िलों में मौतों की संख्या बढ़ी, बिहार में डॉक्टर बोले- स्थिति दयनीय

तेज़ गर्मी से बिहार के भोजपुर ज़िले में एक दिन में 25 मौतें होने की ख़बर है, वहीं यूपी के बलिया में ज़िला अस्पताल में पिछले 48 घंटे में आठ और लोगों की मौत होने की सूचना है. देवरिया, आज़मगढ़ और वाराणसी के अस्पतालों में भी गर्मी के चलते मौतों के मामले सामने आए हैं.

यूपी के दो ज़िलों में दो दिनों में हुई क़रीब सत्तर मौतों का रहस्य क्या है?

वीडियो: उत्तर प्रदेश के दो ज़िलों- बलिया और देवरिया में बीते सप्ताहभर में क़रीब सौ लोगों की मौत की ख़बर सामने आई है. मौतों की वजह की जांच की जा रही है लेकिन शुरुआती तौर पर कहा गया था कि क्षेत्र में पड़ रही तेज़ गर्मी और लू इसके लिए ज़िम्मेदार हो सकते हैं.

उत्तर प्रदेश: बलिया ज़िला अस्पताल में 14 और लोगों की मौत, चार दिन में मृतकों की संख्या 68 हुई

उत्तर प्रदेश में भीषण गर्मी के बीच बलिया ज़िला अस्पताल में लोगों की मौत होने का सिलसिला जारी है. अधिकारियों का दावा है कि अब तक इन मौतों को लू से जोड़ने के लिए कोई ‘ठोस सबूत’ नहीं मिले हैं. सरकार ने मौतों को लू से जोड़ने के लिए अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. दिवाकर सिंह को हटा दिया है.

बलिया जिला अस्पताल में चार दिन में 57 लोगों की मौत, वजह ‘लू’ बताने पर अधिकारी हटाए गए

उत्तर प्रदेश के बलिया ज़िला अस्पताल में चार दिन में हुईं 57 मौतों की जांच के लिए एक समिति का गठन किया गया है. सरकार ने इन मौतों को लू से जोड़ने के लिए अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. दिवाकर सिंह को हटा दिया है. मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि अब तक ज़िले में लू से सिर्फ़ दो लोगों की मौत हुई है.

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