पहलवानों के यौन उत्पीड़न के आरोपों का सामना कर रहे भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के समर्थन में अयोध्या के 'संतों' का एक समूह मुखर है और आरोप लगाने वाली महिलाओं का विरोध कर रहा है. साथ ही पॉक्सो क़ानून को 'दोषपूर्ण' बताते हुए इसमें बदलाव की मांग भी उठा रहा है.
पहलवानों के यौन उत्पीड़न के आरोपों का सामना कर रहे भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह अयोध्या में 5 जून को एक ‘जन चेतना महारैली’ का आयोजन करने वाले हैं. इससे पहले वह अपने प्रभाव वाले देवीपाटन क्षेत्र के में भीड़ को लामबंद कर रहे हैं. क्षेत्र के विधायकों के साथ संतों ने उनका समर्थन किया है.
समाचार एजेंसी एएनआई द्वारा रिपोर्ट किए जाने के बाद कि दिल्ली पुलिस के पास भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह को गिरफ़्तार करने के लिए पर्याप्त सबूत नहीं थे, पुलिस ने ट्वीट कर कहा था कि यह ‘गलत’ समाचार है. बाद में इसने ट्वीट को डिलीट कर दिया.
भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष और भाजपा नेता बृजभूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ पिछले एक महीने से दिल्ली में जारी पहलवानों के विरोध को किसान संघों, खाप पंचायतों के अलावा कई विपक्षी दलों का समर्थन मिला है. वहीं हरियाणा भाजपा के तमाम नेता चुप्पी साधे हुए हैं, जबकि प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे कई पहलवान इसी राज्य से आते हैं.
यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग ने प्रदर्शनकारी पहलवानों के प्रति समर्थन जताते हुए एक बयान जारी किया है. निकाय ने कहा कि यह अब तक की जांच के परिणाम न आने पर निराशा व्यक्त करता है और संबंधित अधिकारियों से आरोपों की गहन और निष्पक्ष जांच करने का आग्रह करता है.
पॉक्सो मामले में आरोपी होने के बावजूद बृजभूषण शरण सिंह के गिरफ़्तार न होने से सवाल उठता है कि क्या क़ानून सभी नागरिकों पर समान रूप से लागू हो रहे हैं?
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भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर प्रदर्शन कर रहे पदक विजेता पहलवानों का कहना है कि वे अपने मेडल गंगा में बहा देंगे क्योंकि 'यह तेज़ सफ़ेदी वाला तंत्र इन्हें मुखौटा बनाकर सिर्फ़ अपना प्रचार करता है, और फिर हमारा शोषण करता है. उस शोषण के ख़िलाफ़ बोलें, तो जेल में डालने की तैयारी कर लेता है.'
दिल्ली पुलिस ने रविवार को जंतर-मंतर पर भाजपा सांसद और भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रहे पहलवानों के धरनास्थल को खाली करा दिया और कहा कि वे उन्हें वहां नहीं लौटने देंगे. अब पहलवानों ने कहा है कि वे देश के लिए जीते गए सभी पदक गंगा में बहा देंगे.
वीडियो: क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 'बेटी बचाओ' का चर्चित नारा ज़मीन पर खरा उतरता है? उनकी पार्टी के सांसद के ख़िलाफ़ यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर प्रदर्शन कर रही कुश्ती खिलाड़ियों के प्रति उनके और उनकी सरकार के बर्ताव को देखकर तो ऐसा नहीं लगता!
वीडियो: भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रहे पहलवानों को 28 मई को नए संसद भवन के सामने प्रदर्शन करने जाते समय हिरासत में ले लिया गया था. इसके बाद दिल्ली पुलिस ने जंतर-मंतर पर धरनास्थल सेउनका सभी सामान हटा दिया.
रविवार को दिल्ली पुलिस द्वारा हिरासत में ली गई विनेश और संगीता फोगाट का बस के अंदर मुस्कुराता हुआ एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल कर उनके विरोध प्रदर्शन पर सवाल उठाए जा रहे थे. प्रदर्शनकारी पहलवान बजरंग पुनिया ने मूल फोटो पोस्ट करते हुए बताया कि वायरल हुई तस्वीर फ़र्ज़ी है.
भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ़्तारी को लेकर नए संसद भवन के बाहर प्रदर्शन के लिए जाने के दौरान पुलिस ने पदक विजेता पहलवानों पर बल प्रयोग किया था. अब उनके ख़िलाफ़ दंगा करने, ग़ैर क़ानूनी रूप से एकत्र होने और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के आरोपों में एफआईआर दर्ज की गई है.
भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रहे पहलवान नए संसद भवन के सामने महिला महापंचायत आयोजित करने वाले थे. हालांकि, इससे पहले ही जंतर-मंतर से संसद भवन की तरफ मार्च निकाल रहे प्रदर्शनकारी पहलवानों और दिल्ली पहुंच रहे उनके समर्थकों को हिरासत में ले लिया गया.
बाबा रामदेव ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि यह शर्मनाक बात है कि कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह पर यौन दुराचार का आरोप लगाते हुए देश के पहलवान धरने पर बैठे हैं. ऐसे व्यक्ति को तुरंत गिरफ़्तार कर सलाखों के पीछे डाल देना चाहिए. दिसंबर 2022 में सिंह ने रामदेव को ‘मिलावट का राजा’ क़रार दिया था.