वकील इंदिरा जयसिंह और लॉयर्स कलेक्टिव पर विदेशी चंदा लेने के आरोप पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा जवाब मांगने समेत दिनभर की महत्वपूर्ण ख़बरों का अपडेट.
पश्चिम बंगाल के नादिया में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा था कि बालाकोट में आतंकी अड्डों पर बमबारी के बाद पाकिस्तान और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के कार्यालय में मातम था. ऐसा ही एक बयान उन्होंने नागपुर में भी दिया था जिसे क्लीनचिट देने पर एक आयुक्त द्वारा असहमति जताई गई थी.
केंद्रीय एजेंसियों की रिपोर्ट में कहा गया है कि शौर्य डोभाल को उनके पिता के विरोधियों से ख़तरा है, इसलिए ज़ेड श्रेणी की सुरक्षा दी गई. उनके अलावा पश्चिम बंगाल में चुनाव लड़ रहे भाजपा के कई उम्मीदवारों को वाई श्रेणी की सुरक्षा दी गई है.
सारदा चिटफंड मामले में कोलकाता पुलिस के पूर्व आयुक्त राजीव कुमार से हिरासत में पूछताछ का आग्रह करने वाली सीबीआई से सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि एजेंसी यह साबित करे कि उनका अनुरोध न्याय के हित में है न कि राजनीतिक उद्देश्य के लिए.
पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने पलटवार करते हुए मोदी पर ख़रीद-फ़रोख़्त करने का आरोप लगाया और कहा कि वह चुनाव आयोग से इसकी शिकायत करेगी.
चुनाव आयोग के उपायुक्त ने कहा कि आयोग के पूर्व में दिए फैसलों को देखते हुए बायोपिक या ऐसे किसी और ट्रेलर को मंज़ूरी नहीं दी जा सकती. फिल्म निर्देशक ने कहा कि ममता बनर्जी की बायोपिक नहीं है, उनकी जीवन यात्रा से प्रेरित.
सोमवार को पश्चिम बंगाल की एक चुनावी रैली में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का यह बयान योगी आदित्यनाथ के सैन्य बलों को 'मोदीजी की सेना' संबोधित करने के कुछ हफ्तों बाद आया है. योगी के बयान पर चुनाव आयोग ने उन्हें नोटिस देते हुए भविष्य में ऐसे बयानों से बचने की चेतावनी दी थी.
राज्य प्रशासनिक सेवा के 2010 बैच के अधिकारी अर्नब रॉय राणाघाट लोकसभा क्षेत्र के कृष्णानगर में बतौर नोडल अधिकारी के रूप में ईवीएम एवं वीवीपैट प्रभारी की ज़िम्मेदारी संभाल रहे थे.
तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा के थीम सॉन्ग को लेकर चुनाव आयोग से शिकायत की थी, जिसके बाद चुनाव आयोग ने भाजपा सांसद बाबुल सुप्रियो को कारण बताओ नोटिस जारी किया था.
ग्राउंड रिपोर्ट: पश्चिम बंगाल के कूच बिहार सीट के एक ओर असम तो दूसरी तरफ बांग्लादेश है. भाजपा का बढ़ता ग्राफ इस आरक्षित सीट पर तृणमूल की सबसे बड़ी चिंता है. कूच बिहार में लोगों का मानना है कि तृणमूल और भाजपा में कड़ा दंगल तय है. सुभाशिष मैत्रा की रिपोर्ट.
कहा जाता है कि बंगाल में वाम मोर्चे के लंबे शासन ने किसी ऐसे मंच को उभरने नहीं दिया, जिसका इस्तेमाल सांप्रदायिक शक्तियां राजनीतिक फायदे के लिए कर सकती थीं. लेकिन इसका अर्थ यह नहीं है कि ज़मीन पर हिंदू-मुस्लिम तनाव नहीं था. राज्य के मौजूदा सियासी मिज़ाज को उसी दबे हुए तनाव के अचानक फूट पड़ने के तौर पर देखा जा सकता है.
राष्ट्रवाद और सैन्य बलों को चुनाव प्रचार में घसीटकर उनका राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश मतदाताओं को आकर्षित करने की गारंटी नहीं है और इसका उलटा असर भी हो सकता है. चुनाव की तैयारी कर रहीं पार्टियों की रणनीति देखते हुए यह साफ़ हो रहा है कि कोई भी अपनी निर्णायक जीत को लेकर आश्वस्त नहीं है.
पश्चिम बंगाल के भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि राज्य में पार्टी के पास लोकसभा चुनाव में लड़ने और जीतने लायक उम्मीदवारों की कमी है. भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने राज्य की 42 लोकसभा सीटों में से 23 जीतने का लक्ष्य तय किया है.
पश्चिम बंगाल के हावड़ा ज़िले का देउलपुर गांव कभी बांस की जड़ों से पोलो गेंद तैयार करने के लिए जाना जाता था, लेकिन आज इस कारोबार से जुड़े लोगों के हुनर की सुध लेने वाला कोई नहीं है.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि लोगों को सच से वंचित रखा जा रहा है क्योंकि राष्ट्रीय मीडिया का एक तबका नरेंद्र मोदी को सपोर्ट कर रहा है. यह शर्म की बात है कि मोदी देश के प्रधानमंत्री हैं.