घटना रविवार को बादलपुर थाना क्षेत्र में हुई. आरोप है कि कैब ड्राइवर का काम करने वाले आफ़ताब आलम एक व्यक्ति को बुलंदशहर छोड़कर वापस आ रहे थे, जब उनकी कैब में सवार हुए कुछ लोगों ने उनसे जबरन जय श्रीराम बोलने को कहा और ऐसा न करने पर उनकी हत्या कर दी.
मामला उत्तर प्रदेश के कुशीनगर ज़िले का है. एक शिक्षक की उनके घर में घुसकर हत्या कर दी गई. हत्या के कारणों का अभी पता नहीं चल सका है.
लॉकडाउन के दौरान 29 मार्च को राजू वेलु नामक युवक अपने रिश्तेदार के यहां जाने के लिए घर से निकले थे. आरोप है कि लॉकडाउन नियम तोड़ने को लेकर पुलिस ने बेरहमी से उनकी पिटाई की, जिससे उनकी मौत हो गई.
उत्तर प्रदेश के ग़ाज़ियाबाद ज़िले में पैसों के लेन-देन को लेकर हुए विवाद में एक मज़दूर की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. दूसरी ओर बहराइच ज़िले में कथित तौर पर चोरी करते पकड़े गए एक व्यक्ति की ग्रामीणों ने पीट-पीट कर हत्या कर दी.
घटना जम्मू कश्मीर के रियासी ज़िले के गरी गब्बर गांव की है. पीड़ित शख़्स के खेतों में कुछ गाये भटककर आ गई थीं और खेत को नुकसान पहुंचाया था. आरोप है कि गायों को खेत से भगाने के दौरान एक गाय को चोटिल हो गई थी, जिसके बाद भीड़ ने शख्स की पिटाई की.
वीडियो: 31 जुलाई की शाम कुछ तथाकथित गोरक्षकों ने गुड़गांव में काम करने वाले लुकमान को गाय का मांस बेचने के शक में बुरी तरह से पीटा था. लुकमान हरियाणा के नूंह ज़िले के घसेड़ा गांव के रहने वाले हैं. द वायर के शेखर तिवारी की लुकमान और उसके परिवार से बातचीत.
मामला ओडिशा के भद्रक ज़िले का है. घटना 29 जुलाई की है. पुलिस ने बताया कि प्राथमिक जांच में पता चला है कि यह पुरानी दुश्मनी का मामला है. इस मामले में 17 आरोपियों को गिरफ़्तार किया गया है.
मामला गुड़गांव का है, जहां मीट की सप्लाई करने वाले मेवात के एक युवक को गोमांस ले जाने के संदेह में आठ-दस युवकों ने बुरी तरह से पीटा. घटना के वायरल वीडियो में पुलिस भी घटनास्थल पर मौजूद दिख रही है.
मामला असम के करीमगंज ज़िले का है. पुलिस ने बताया कि मृतकों की पहचान नहीं हो सकी है और मामले में अब तक किसी की गिरफ़्तारी भी नहीं हुई है.
पालघर लिंचिंग मामले और लॉकडाउन के बीच बांद्रा रेलवे स्टेशन के बाहर प्रवासी श्रमिकों की भीड़ जमा होने पर भड़काऊ टिप्पणियों के लिए दर्ज मामले को सुनते हुए अदालत ने कहा कि अर्णब गोस्वामी पर लगे आरोपों से मानहानि का मामला बन सकता है, लेकिन इसे किसी धार्मिक समुदाय के ख़िलाफ़ नहीं माना जा सकता है.
झारखंड के गिरिडीह ज़िले के पिपराटांड़ गांव का मामला. बीते 13 जून को 150 लोगों की भीड़ ने हत्या के आरोपी सुरेश मरांडी के घर पर हमला कर उनके घर को आग लगा दी थी और उन्हें पीट-पीटकर मार डाला था. उनके तीन संबंधियों के भी घर जला दिए गए थे.
मामला बाहरी दिल्ली के नरेला का है. पुलिस के अनुसार, दोनों गार्ड शनिवार को रात की ड्यूटी पर थे तभी एक निजी कंपनी के परिसर में लाठी-डंडों से उन्हें पीटा गया. उनकी चीख सुनकर अन्य गार्ड मौके पर पहुंचे, लेकिन हमलावर फ़रार हो गए थे.
मामला गुजरात के सूरत का है. पुलिस ने बताया कि 23 वर्षीय संगम झा और 30 वर्षीय सुजीत सिंह मोटरसाइकिल से घर लौटने के दौरान रास्ता भटक गए और भेस्तान इलाके में घुस गए. स्थानीय लोग चोर समझकर लाठी और लोहे की रॉड से उन्हें पीटने लगे जिसमें संगम की मौके पर ही मौत हो गई जबकि सुजीत की हालत गंभीर है.
घटना रविवार शाम को जोरहाट ज़िले में हुई. पुलिस ने बताया कि नौ युवक किसी जन्मदिन पार्टी से नशे में लौट रहे थे, जब एक की बाइक चाय बागानों से आ रही महिलाओं से टकराई और वे गंभीर रूप से घायल हो गईं. इसके बाद उनके साथी मज़दूरों ने दो युवकों को पकड़कर पीटा, जिनमें से एक की मौत हो गई.
साल 2018 में रिपब्लिक टीवी सहित तीन कंपनियों पर बकाया न चुकाने का आरोप लगाते हुए दो लोगों ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी. पिछले साल महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले की पुलिस ने यह कहते हुए मामले को बंद कर दिया था कि रिपब्लिक टीवी के संपादक अर्णब गोस्वामी व दो अन्य के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल करने के लिए पर्याप्त सबूत नहीं मिले हैं.