साल 2018 में राज्य में भाजपा के सत्ता में आने के बाद से ही पत्रकारों पर हमले हो रहे हैं और बीते सितंबर में मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब के पत्रकारों को धमकी देने के बाद से इसमें इज़ाफ़ा हुआ है. 2020 में पत्रकारों पर हमले के 17 मामले दर्ज किए हुए जबकि 2021 में अब तक ऐसे सात मामले दर्ज किए गए हैं.
लेफ्ट फ्रंट के संयोजक बिजन धर ने अगरतला में हुए कुछ हमलों को लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखी थीं, जिसके बाद त्रिपुरा पुलिस ने उन पर कथित तौर पर हिंसा भड़काने के लिए मामला दर्ज किया है. धर के अलावा माकपा के पूर्व सांसद जितेंद्र चौधरी और विधायक भानु लाल साहा के ख़िलाफ़ भी उनकी कई पोस्ट को लेकर एफआईआर दर्ज हुई है.
2018 में राज्य में भाजपा के सत्ता में आने के बाद से त्रिपुरा के वरिष्ठ पत्रकार समीर धर के आवास पर हुआ यह इस तरह का तीसरा हमला है. आरोप है कि पिछले साल सितंबर में मुख्यमंत्री बिप्लब देव द्वारा सार्वजनिक बैठक में मीडिया को धमकाने के बाद से पत्रकारों पर इस तरह के हमले तेज़ हुए हैं.
2014 में त्रिपुरा हाईकोर्ट द्वारा साल 2010 से विभिन्न चरणों में नियुक्त हुए 10,323 स्कूली शिक्षकों को भर्ती प्रक्रिया में हुई गड़बड़ियों के चलते बर्ख़ास्त कर दिया था. 2017 में सुप्रीम कोर्ट ने भी इस फ़ैसले को बरक़रार रखा. नौकरी खोने वाले शिक्षकों के संगठन क़रीब एक महीने से अगरतला में अनिश्चितकालीन धरने पर हैं.
पुलिस के अनुसार हमले में कोई पत्रकार घायल नहीं हुआ है. वहीं राज्य के एक मीडिया संगठन का कहना है कि यह हमला अचानक हुई घटना नहीं है बल्कि सितंबर में मुख्यमंत्री बिप्लब देब के मीडिया को कथित तौर पर धमकाने के बाद राज्य भर में पत्रकारों पर हुए लगातार हमलों का हिस्सा है.
त्रिपुरा-मिज़ोरम सीमा पर जम्पुई हिल्स स्थित फुलडुंगसेई गांव में बन रहे शिव मंदिर को लेकर विवाद हुआ है. त्रिपुरा सरकार का दावा है कि यह गांव उत्तरी त्रिपुरा ज़िले में है, जबकि मिज़ोरम सरकार का कहना है कि यह गांव उसके मामित ज़िले की सीमा में है.
मुख्यमंत्री बिप्लब देब ने शुक्रवार को कहा था कि ‘कुछ अति उत्साहित अख़बार’ राज्य में कोविड-19 की स्थिति के बारे में जनता में भ्रम फैला रहे हैं, जिन्हें मैं कभी माफ़ नहीं करूंगा. मीडिया संगठनों ने इसकी आलोचना करते हुए कहा है कि राज्य सरकार मीडिया को अपना ग़ुलाम बनाने की कोशिश कर रही है.
मामला उनाकोटी ज़िले का है, जहां एक कोविड केयर सेंटर में 50 वर्षीय सफाईकर्मी द्वारा यहां भर्ती दो नाबालिग लड़कियों का उत्पीड़न करने का आरोप है. मामले में अभी तक कोई गिरफ़्तारी नहीं हुई है.
उत्तरी त्रिपुरा और मिज़ोरम की सीमा पर स्थित फूलदुंगसी गांव के 130 मतदाताओं के नाम दोनों राज्यों की मतदाता सूची में शामिल हैं. जाम्पुई पहाड़ियों पर स्थित फूलदुंगसी उत्तर त्रिपुरा के कंचनपुर उपसंभाग का हिस्सा है, लेकिन मिज़ोरम ने यहां के मतदाताओं के नाम अपने यहां के हाचेक निर्वाचन क्षेत्र में शामिल कर लिया है.
त्रिपुरा के भाजपा विधायक सुदीप रॉय बर्मन पर आरोप है कि वह कोविड-19 के नियमों का उल्लंघन करते हुए अनाधिकृत तरीके से अगरतला स्थित एक कोविड केयर सेंटर गए थे.
पुलिस ने बताया कि किशोरी के मंगेतर और उसकी मां कथित तौर उसकी हत्या कर दी. केस दर्ज करने के बाद पुलिस ने दोनों को गिरफ़्तार कर लिया है.
महाशिवरात्रि को त्रिपुरा की राजधानी अगरतला के दक्षिण जॉयनगर इलाके में स्थित कब्रिस्तान के अंदर शिव का एक अस्थायी मंदिर बना दिया गया था. आरोप है कि ज़मीन हड़पने के लिए मंदिर बनाया गया.
दक्षिण त्रिपुरा ज़िले के कलाछारा में त्रिपुरा सूचना एवं संस्कृति विभाग के एक सदस्य की पीट-पीट कर हत्या. पश्चिम त्रिपुरा के मुराबारी में हुई एक अन्य घटना में एक पुलिसकर्मी सहित चार लोग घायल. 48 घंटों के लिए इंटरनेट और एसएमएस सेवा बंद.
ग्राउंड रिपोर्ट: झारखंड में परमवीर चक्र विजेता लांस नायक अल्बर्ट एक्का के समाधि-स्मारक निर्माण की आधारशिला रखे जाने के 27 महीने बाद वहां एक ईंट भी नहीं जोड़ी जा सकी है. अब सामाजिक स्तर पर जन समर्थन और आर्थिक सहायता जुटाकर इसके निर्माण का अभियान शुरू किया जा रहा है.