मध्य प्रदेश में भोपाल गैस पीड़ितों के लिए काम कर रहे चार संगठनों ने प्रधानमंत्री और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिखकर कहा कि भारत बॉयोटेक के ‘कोवैक्सीन’ टीके के क्लीनिकल परीक्षण में भाग ले रहे लोगों की सुरक्षा और उनके हकों को नजरअंदाज करने के लिए ज़िम्मेदार अधिकारियों और संस्थाओं के ख़िलाफ़ दंडात्मक कार्रवाई और मुआवज़े की मांग भी की है.
भोपाल में 45 वर्षीय दीपक मरावी को यहां के पीपुल्स मेडिकल कॉलेज में बीते 12 दिसंबर को भारत बायोटेक और आईसीएमआर द्वारा बनाई गई स्वदेशी कोवैक्सीन की पहली खुराक दी गई थी. बीते 21 दिसंबर को तबीयत बिगड़ने के बाद उनकी मौत हो गई. मृतक के परिवार का आरोप है कि वैक्सीन से उनकी जान गई है.
विशेष रिपोर्ट: भोपाल के पीपुल्स अस्पताल पर आरोप है कि उसने गैस त्रासदी के पीड़ितों समेत कई लोगों पर बिना जानकारी दिए कोरोना की वैक्सीन के ट्रायल किए, जिसके बाद तबियत बिगड़ने पर उनका निशुल्क इलाज भी नहीं किया गया. अस्पताल और स्वास्थ्य मंत्री ने ऐसा होने से इनकार किया है.
संगीत गुरुकुल ध्रुपद संस्थान के गुरु और पखावज वादक अखिलेश गुंदेचा पर उनकी छात्राओं के यौन उत्पीड़न और छेड़छाड़ के आरोपों की जांच चल रही है. ग्वालियर में होने जा रहे तानसेन समारोह में वे परफॉर्म करने वाले थे, पर कुछ कलाकारों की आपत्ति के बाद आयोजकों ने उनका नाम हटा दिया है.
मध्य प्रदेश में डीजी स्तर के आईपीएस अधिकारी पुरुषोत्तम शर्मा एक वीडियो में कथित तौर पर पत्नी को पीटते नज़र आ रहे हैं. मामला सामने आने के बाद उन्होंने कहा है कि यह अपराध का नहीं, बल्कि उनका पारिवारिक मामला है.
आवासीय संगीत गुरुकुल ध्रुपद संस्थान के दो लोकप्रिय गुरु रमाकांत और अखिलेश गुंदेचा पर छात्राओं ने यौन उत्पीड़न और छेड़छाड़ के आरोप लगाए हैं. छात्रों का कहना है कि इन आरोपों की जांच के लिए गठित आंतरिक शिकायत समिति में या तो गुंदेचा परिवार से जुड़े लोग हैं या फिर संस्थान के.
आवासीय संगीत गुरुकुल ध्रुपद संस्थान के दो लोकप्रिय गुरु रमाकांत और अखिलेश गुंदेचा पर अपनी छात्राओं का यौन उत्पीड़न और उनसे छेड़छाड़ करने के आरोप लगाए गए हैं. रमाकांत गुंदेचा की पिछले साल दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी.
मामला गुना के ज़िला अस्पताल का है. मृतक की पत्नी का आरोप है कि इलाज के लिए पर्ची बनवाने के लिए उनसे पैसे मांगे थे और पैसे न होने के कारण उनके पति को भर्ती नहीं किया गया. अस्पताल ने आरोप का खंडन किया है.
पेट्रोल और डीज़ल के दाम में बढ़ोतरी को लेकर प्रदर्शन करने के लिए भोपाल मध्य से कांग्रेस विधायक आरिफ़ मसूद और उनके पांच समर्थकों के ख़िलाफ़ भी केस दर्ज किया गया है. कांग्रेस नेता और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के ख़िलाफ़ इस महीने में यह दूसरी एफ़आईआर दर्ज की गई है.
भोपाल गैस पीड़ितों के लिए काम रहे चार एनजीओ ने शहर में कोविड-19 से हुई मौतों पर जारी रिपोर्ट में बताया है कि 11 जून तक भोपाल में कोरोना से 60 मौतें हुई थीं, जिनमें से 48 गैस पीड़ित थे.
दिल्ली के मयूर विहार इलाके के रहने वाले व्यक्ति कोरोना जांच के लिए पांच से छह अस्पतालों में गए थे, लेकिन उनकी जांच नहीं हो सकी. मजबूरन वे बेटे के पास 800 किलोमीटर की यात्रा कर भोपाल गए थे, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका. उनका अंतिम संस्कार भोपाल में ही करना पड़ा. अब उनकी बेटी में संक्रमण पाया गया है.
गैस पीड़ितों के लिए काम करने वाले भोपाल ग्रुप ऑफ इंफॉर्मेशन एंड एक्शन और संभावना ट्रस्ट ने भोपाल में अब तक हुई कुल मौतों में से 36 की जानकारी निकाली है, जिसमें सामने आया है कि इनमें से बत्तीस गैस पीड़ित हैं. संगठनों का दावा है कि गैस जनित दुष्प्रभावों के चलते कोरोना का पीड़ितों पर गंभीर असर हो रहा है. इसके बावजूद सरकार इनके लिए आवश्यक क़दम उठाने में कोताही बरत रही है.
कोरोना संक्रमितों की संख्या के लिहाज़ से महाराष्ट्र, गुजरात और दिल्ली के बाद चौथा नंबर मध्य प्रदेश का है, जहां तीन चौथाई मामले केवल दो ज़िलों- इंदौर और भोपाल में सामने आए हैं. इसमें भी लगभग 60 फीसदी मामले अकेले इंदौर में मिले हैं.
विशेष रिपोर्ट: मध्य प्रदेश के कॉलेजों में पढ़ाने वाले गेस्ट लेक्चरर भोपाल के शाहजहांनी पार्क में कांग्रेस सरकार की ‘वादाख़िलाफ़ी’ के विरोध में 10 दिसंबर 2019 से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं.
भोपाल मेमोरियल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर से इस्तीफ़ा देने वाले डॉक्टर प्रमोशन नही मिलने से नाराज़ हैं. अस्पताल की निदेशक ने कहा कि डॉक्टरों की मांग पर ग़ौर किया जा रहा है.