एक स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता की शिकायत पर कर्नाटक के शाहीन स्कूल और इसके प्रबंधन के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. स्कूल प्रबंधन ने पुलिस पर छात्रों, उनके अभिभावकों और शिक्षकों को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है.
बेंगलुरू: कर्नाटक के बीदर के एक स्कूल के खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज किया गया है. इसके साथ ही बीदर के शाहीन शिक्षा संस्थान के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, यह संस्थान ही इस स्कूल का प्रबंधन करता है.
आरोप है कि इस स्कूल में बच्चों द्वारा नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ एक नाटक का मंचन किया गया, जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की छवि धूमिल की गई.
एक स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता नीलेश रक्षयाल की शिकायत पर 26 जनवरी को आईपीसी की धारा 124ए और 504 के तहत शाहीन स्कूल और इसके प्रबंधन के खिलाफ न्यू टाउन पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया. इस मामले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.
स्कूल प्रशासन का कहना है कि चौथी कक्षा के छात्रों ने इस नाटक का मंचन किया था, जिसमें देश की मौजूदा स्थिति को दर्शाया गया था.
वहीं, स्कूल प्रबंधन ने पुलिस पर छात्रों, उनके अभिभावकों और शिक्षकों को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है.
कार्यकर्ता ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि नाटक में बच्चों ने इस तरह से दर्शाया है कि नागरिकता संशोधन कानून लागू और प्रस्तावित एनआरसी लागू होने पर मुस्लिमों को भारत से बाहर निकाल दिया जाएगा.
शिकायत के मुताबिक, रक्षयाल ने सोशल मीडिया पर यह वीडियो देखा था, जिसमें बच्चे कथित तौर पर राष्ट्रविरोधी नाटक का मंचन कर रहे थे और नाटक के एक दृश्य में सीएए के विरोध में प्रधानमंत्री की तस्वीर को पीटते दिखाया गया है.
शिकायत में कहा गया, ‘यह वीडियो विभिन्न समुदायों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने की मंशा से सोशल मीडिया पर पोस्ट किया गया. शाहीन स्कूल के निदेशक और प्रबंधन ने इस तरह का काम किया है, जो राष्ट्रविरोधी है और इसमें बच्चों का इस्तेमाल किया गया.’
शिकायत में कहा गया कि 21 जनवरी को बीदर के एक पत्रकार मोहम्मद यूसुफ रहीम के फेसबुक अकाउंट से इस वीडियो को पोस्ट किया गया.
पुलिस ने स्कूल के प्रमुख और प्रबंधन और रहीम के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
बीदर के एसपी एल श्रीधरा ने कहा, ‘हमने एक मामला दर्ज किया है और इसकी जांच जारी है. स्कूल में एक नाटक का मंचन किया गया, जिसमें सीएए के बारे में गलत जानकारी दी गई और दिखाया गया कि इससे मुस्लिमों को देश छोड़कर जाना पड़ेगा. संवैधानिक प्रशासन के लिए असभ्य भाषा का इस्तेमाल किया गया. कुछ लोगों ने फेसबुक पर इसकी लाइव स्ट्रीमिंग की. अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.’
वहीं, स्कूल के एक अधिकारी ने कहा, ‘चौथी कक्षा के छात्रों ने एक नाटक का मंचन किया थ ा, जिसमें देश की मौजूदा स्थिति को दर्शाया गया था. ऐसी स्थिति जहां लोग रोजाना प्रदर्शन कर रहे हैं. इस नाटक में कुछ शब्दों का इस्तेमाल किया गया, जिसे लेकर राजद्रोह का मामला दर्ज किया गया. बीते तीन दिनों से पुलिस इस नाटक को लेकर बच्चों से पूछताछ कर रही है. यह छात्रों, उनके अभिभावकों और शिक्षकों के लिए एक मानसिक प्रताड़ना ही है.’
मालूम हो कि इस स्कूल का संचालन शाहीन ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस करता है, जो बीदर का एक प्रमुख मुस्लिम शैक्षणिक समूह है. यह देशभर में स्कूलों का संचालन करता है.