केरल से बिहार के कटिहार पहुंचे मज़दूरों पर पुलिस ने किया लाठीचार्ज

कटिहार स्टेशन पर भोजन और बस की व्यवस्था न होने से नाराज़ मज़दूरों ने चक्काजाम कर दिया था और तक़रीबन 40 मिनट तक बिहार सरकार और प्रशासन के ख़िलाफ़ नारेबाज़ी की थी. हालांकि पुलिस ने लाठीचार्ज की बात से इनकार किया है.

(प्रतीकात्मक फोटो: रॉयटर्स)

कटिहार स्टेशन पर भोजन और बस की व्यवस्था न होने से नाराज़ मज़दूरों ने चक्काजाम कर दिया था और तक़रीबन 40 मिनट तक बिहार सरकार और प्रशासन के ख़िलाफ़ नारेबाज़ी की थी. हालांकि पुलिस ने लाठीचार्ज की बात से इनकार किया है.

(प्रतीकात्मक फोटो: रॉयटर्स)
(प्रतीकात्मक फोटो: रॉयटर्स)

नई दिल्ली: बिहार के कटिहार में श्रमिक स्पेशल ट्रेन से केरल से आए मजदूरों पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज करने का मामला सामने आया है. घटना बीते चार जून की है.

केरल से आए बिहार लौटे मजदूरों ने कटिहार जंक्शन पर उतरने के बाद दूसरे जिलों में जाने के लिए बस सेवा उपलब्ध नहीं होने के कारण हंगामा करते हुए कटिहार सहायक थाना क्षेत्र के जीआरपी चौक को जाम लगा दिया था.

इसके बाद भीड़ को नियंत्रण करने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा.

एनडीटीवी से बातचीत में मजदूरों का कहना था कि हम लॉकडाउन में दो महीने से फंसे हुए थे. किसी तरह दो महीने काटकर यहां आए हैं. हमारे पास खाने का पैसा नहीं है तो बस का पैसा कहा से आएगा.

मजदूरों ने आरोप लगाया कि बसवाले ने उनसे प्रति व्यक्ति एक हजार रुपये की मांग की थी.

हिंदुस्तान की रिपोर्ट के अनुसार, इन मजदूरों ने करीब 40 मिनट तक सरकार और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. 100 से ज्यादा की संख्या में प्रवासी मजदूरों के इस जाम के कारण से लोगों को आवागमन में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा.

रिपोर्ट के अनुसार, दो घंटे तक स्थानीय प्रशासन का कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे. इसके बाद जाम की सूचना पर पहुंची पुलिस ने प्रवासी मजदूरों पर लाठीचार्ज कर रास्ता खुलवाया.

केरल के कालीकट से 1381 से अधिक मजदूरों को लेकर ट्रेन करीब तीन घंटे लेट से कटिहार पहुंची थी. इस ट्रेन की सूचना रेल अधिकारियों को थी लेकिन जिला प्रशासन के अधिकारियों को नहीं दी गई थी.

हिंदुस्तान की रिपोर्ट के अनुसार, चार जून की सुबह 7:00 बजे के करीब ट्रेन आने के बाद दो घंटे तक मजदूरों को उनके घर भेजने की कोई सूचना नहीं दी गई. वहीं प्राइवेट बस वाले मनमाना किराये की मांग कर रहे थे.

इसके बाद नाराज सैकड़ों प्रवासी मजदूर बस और भोजन पानी के शिकायत को लेकर जीआरपी चौक पर आ गए और बिहार सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. प्रदर्शनकारियों में सभी बेतिया, मुजफ्फरपुर समस्तीपुर, बेगूसराय आदि जिले के लोग शामिल थे.

हिंदुस्तान से बातचीत में नगर थाना अध्यक्ष इंस्पेक्टर रंजन कुमार सिंह ने लाठीचार्ज की बात से इनकार करते हुए कहा कि एक ऑटो चालक ने लाठी से प्रवासी मजदूरों को पीटा था. पुलिस ने उसे मना किया और लोगों को समझा-बुझाकर हंगामा शांत करने में सफल रहे.

हालांकि प्रवासी मजदूरों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने हंगामे के दौरान उसपर लाठीचार्ज किया जिसमें कई प्रवासी मजदूरों को चोटें आईं.