भारत में करीब ढाई महीने बाद कोरोना वायरस के नए मामले 50,000 से कम आए हैं. देश में कुल मामले 7,597,063 हैं. मरने वाले लोगों की संख्या 115,197 हो गई. विश्व में कुल मामले 40,403,537 हो गए हैं और अब तक 1,117,577 लोगों की जान जा चुकी है. पांचवें सर्वाधिक प्रभावित देश अर्जेंटीना में कुल मामले 10 लाख के पार हुए.
नई दिल्ली: भारत में करीब ढाई महीने बाद कोविड-19 के नए मामले 50,000 से कम आए. बीते 24 घंटे के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण के नए मामलों की संख्या कम होकर 46,790 हो गई है. इन नए मामलों के साथ देश में अब संक्रमण के कुल मामले 7,597,063 हैं.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा मंगलवार सुबह आठ बजे अद्यतन किए गए आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे के अंतराल में बीमारी से 587 और मौतें होने से देश में अब इस महामारी में मरने वाले लोगों की संख्या 115,197 हो गई.
देश भर में कोविड-19 से एक दिन में होने वाली मौतों की संख्या लगातार दूसरे दिन 600 से कम रही. भारत में बीते 30 जुलाई को नए मामलों की संख्या ने पहली बार 50 हजार का आंकड़ा पार किया था.
कोरोना वायरस का इलाज करा रहे मरीजों की संख्या लगातार चौथे दिन आठ लाख से नीचे रही. आंकड़ों के अनुसार, देश में इलाज करा रहे मरीजों यानी सक्रिय मामलों की संख्या 748,538 है, जो कुल मामलों का 9.85 प्रतिशत है.
देश में अब तक कुल 6,733,328 लोग इस बीमारी से ठीक हो चुके हैं, जिससे राष्ट्रीय स्तर पर मरीजों के ठीक होने की दर बढ़कर 88.63 प्रतिशत हो गई है, जबकि मृत्यु दर 1.52 प्रतिशत है.
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार, 19 अक्टूबर तक देशभर में कुल 96,116,771 नमूनों की जांच की गई है. सोमवार को 1,032,795 नमूनों की जांच हुई.
भारत में कोविड-19 के कुल मामले सात अगस्त को 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख, पांच सितंबर को 40 लाख, 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख के पार और 11 अक्टूबर को 70 लाख के पार चले गए थे.
आंकड़ों के मुताबिक, भारत में कोविड-19 संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 10 लाख से 20 लाख तक पहुंचने में 21 दिनों का समय लगा था, जबकि 20 से 30 लाख की संख्या होने में 16 और दिन लगे. हालांकि 30 लाख से 40 लाख तक पहुंचने में मात्र 13 दिनों का समय लगा है. वहीं, 40 लाख के बाद 50 लाख की संख्या को पार करने में केवल 11 दिन लगे. मामलों की संख्या 50 लाख से 60 लाख होने में 12 दिन लगे थे. 60 से 70 लाख होने में इसे 13 दिन लगे.
देश में 110 दिन में कोविड-19 के मामले एक लाख हुए थे और 59 दिनों में वह 10 लाख के पार चले गए थे.
वायरस के मामले और मौतें
बीते 24 घंटे या एक दिन में संक्रमण के नए मामलों की बात करें तो बीते 19 अक्टूबर को 55,722, 18 अक्टूबर को 61,871, 17 अक्टूबर को 62,212, 16 अक्टूबर को 63,371, 15 अक्टूबर को 67,708, 14 अक्टूबर को 63,509, 13 अक्टूबर को 55,342, 12 अक्टूबर को 66,732, 11 अक्टूबर को 74,383, 10 अक्टूबर को 73,272, नौ अक्टूबर को 70,496, आठ अक्टूबर को 78,524, सात अक्टूबर को 72,049, छह अक्टूबर को 61,267, पांच अक्टूबर को 74,442, चार अक्टूबर को 75,829, तीन अक्टूबर को 79,476, दो अक्टूबर को 81,484, एक अक्टूबर को 86,821 मामले दर्ज किए गए.
सात सितंबर को 90,802 और 30 सितंबर को 80,472 नए मामले दर्ज किए गए थे. सात से 30 सितंबर के बीच नए मामलों की संख्या घटती बढ़ती रही. इस अवधि में 22 सितंबर को 75,083 (न्यूनतम) और 17 सितंबर को 97,894 (अधिकतम) मामले दर्ज किए गए थे, जो अब तक का सर्वाधिक आंकड़ा भी है.
छह सितंबर को संक्रमण के नए मामले पहली बार 90 हजार (90,632) के पार हो गए थे. 28 अगस्त को पहली बार 70 हजार (75,760) के पार, सात अगस्त को पहली बार 60 हजार (62,538) के पार, 30 जुलाई को पहली बार 50 हजार के पार हो गए थे.
इसी तरह 20 जुलाई को यह पहली बार 40 हजार के पार, 16 जुलाई को पहली बार 30 हजार के पार, 10 जुलाई को पहली बार 25 हजार (26,506) के पार, तीन जुलाई को पहली बार 20 हजार के पार, 21 जून को पहली बार 15 हजार के पार और 20 जून को संक्रमण के नए मामलों की संख्या पहली बार 14 हजार के पार हुई थी.
एक दिन या 24 घंटे के दौरान मरने वालों संख्या की बात करें तो बीते 19 अक्टूबर को 579, 18 अक्टूबर को 1,033, 17 अक्टूबर को 837, 16 अक्टूबर को 895, 15 अक्टूबर को 680, 14 अक्टूबर को 730, 13 अक्टूबर को 706, 12 अक्टूबर को 816, 11 अक्टूबर को 918, बीते 10 अक्टूबर को 926, नौ अक्टूबर को 964, आठ अक्टूबर को 971, सात अक्टूबर को 986, छह अक्टूबर को 884, पांच अक्टूबर को 903, चार अक्टूबर 940, तीन अक्टूबर को 1,069, दो अक्टूबर को 1,095, एक अक्टूबर को 1,181,
सितंबर महीने में एक दिन में मरने वालों की बात करें तो एक सितंबर को इनकी संख्या 819 और 29 सितंबर को न्यूनतम 776 थी. इन दो तारीखों के अलाव पूरे महीने हर दिन मरने वालों की संख्या एक हजार से अधिक रही है. 16 सितंबर को 1290 लोगों की जान गई, जो एक दिन में मरने वालों का सर्वाधिक आंकड़ा है.
10 अगस्त से 31 अगस्त तक बीते 24 घंटे या एक दिन में मरने वालों की संख्या 1007 से अधिकतम 1,092 (19 अगस्त का आंकड़ा) के बीच रही. 24 जुलाई से नौ अगस्त के बीच एक दिन या 24 घंटे में मौत का आंकड़ा 700 से लेकर 933 (आठ अगस्त का आंकड़ा) के बीच रहा है. एक जुलाई से 23 जुलाई के बीच यह आंकड़ा 507 से 1,129 के बीच रहा.
11 जून से 30 जून के बीच मरने वालों की संख्या 300 से 500 के अंदर रही है. 22 जून को एक दिन में मरने वालों की संख्या पहली बार 400 से अधिक रही थी. और 11 जून को पहली बार मरने वालों की संख्या 300 के आंकड़े को पार कर गई थी.
दुनियाभर में मामले 4.04 करोड़ से ज़्यादा, 11.17 लाख से अधिक लोगों की मौत
अमेरिका की जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, पूरी दुनिया में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 40,403,537 हो गए हैं और अब तक 1,117,577 लोगों की जान जा चुकी है.
दुनियाभर में कोरोना से अमेरिका सबसे अधिक प्रभावित देश है. यहां संक्रमण के अब तक 8,213,035 मामले सामने आए हैं, जबकि मरने वालों की संख्या 220,119 हो चुकी है.
भारत संक्रमण से सर्वाधिक प्रभावित दूसरा देश है. भारत के बाद तीसरे सर्वाधिक प्रभावित देश ब्राजील में संक्रमण के अब तक 5,250,727 मामले मिले हैं और 154,176 लोग दम तोड़ चुके हैं.
ब्राजील के बाद रूस चौथे स्थान पर है, जहां संक्रमण के 1,406,667 मामले मिले हैं और 24,205 लोगों की जान जा चुकी है.
रूस के बाद पांचवें सर्वाधिक प्रभावित देश अर्जेंटीना में संक्रमण के 1,002,662 मामले आए हैं, जबकि 26,716 मरीजों की मौत दर्ज की जा चुकी है.
अर्जेंटीना के बाद कोलंबिया को पछाड़कर स्पेन छठा सर्वाधिक प्रभावित देश बन गया है. यहां संक्रमण के 974,449 मामले हैं और 33,992 लोगों ने जान गंवा दी है. स्पेन के बाद सातवें सर्वाधिक प्रभावित देश कोलंबिया में संक्रमण के 965,883 मामले सामने आए हैं और 29,102 मौतें हुई हैं.
कोलंबिया के बाद आठवें सर्वाधिक प्रभावित देश फ्रांस में संक्रमण के 952,600 मामले दर्ज हुए हैं, जबकि 33,647 मौतें हुई हैं. फ्रांस के बाद नौवें प्रभावित देश पेरू में संक्रमण के 868,675 मामले (सोमवार तक) सामने आए हैं और 33,759 मौतें हुई हैं.
पेरू के बाद 10वें सर्वाधिक प्रभावित देश मैक्सिको में संक्रमण के 854,926 मामले सामने आ चुके हैं, जबकि 86,338 लोगों की यह महामारी जान ले चुकी है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)