भारत में संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 10,004,599 हो गई है और मृतक संख्या बढ़कर 145,136 है. विश्व में संक्रमण के कुल मामले 7.56 करोड़ से ज़्यादा हो चुके हैं और 16.74 लाख से अधिक लोगों अपनी जान गंवा चुके हैं.
नई दिल्ली: भारत में करीब एक महीने के भीतर कोरोना वायरस संक्रमण के 10 लाख मामले सामने आने के बाद संक्रमण के कुल मामले की संख्या शनिवार को एक करोड़ से अधिक हो गई, जबकि संक्रमण से उबर चुके लोगों की कुल संख्या भी बढ़कर 95.50 लाख हो गई है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि सात अगस्त को संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 20 लाख थी, जो 23 अगस्त को बढ़कर 30 लाख और पांच सितंबर को 40 से अधिक लाख हो गई.
आंकड़ों के अनुसार 16 सितंबर को संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख से अधिक हो गई.
आंकड़ों के मुताबिक, भारत में कोविड-19 संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 10 लाख से 20 लाख तक पहुंचने में 21 दिनों का समय लगा था, जबकि 20 से 30 लाख की संख्या होने में 16 और दिन लगे. हालांकि 30 लाख से 40 लाख तक पहुंचने में मात्र 13 दिनों का समय लगा है. वहीं, 40 लाख के बाद 50 लाख की संख्या को पार करने में केवल 11 दिन लगे. मामलों की संख्या 50 लाख से 60 लाख होने में 12 दिन लगे थे. 60 से 70 लाख होने में इसे 13 दिन लगे. 70 से 80 लाख होने में 19 दिन लगे और 80 से 90 लाख होने में 13 दिन लगे. 90 लाख से एक करोड़ होने में 29 दिन लगे.
देश में 110 दिन में कोविड-19 के मामले एक लाख हुए थे और 59 दिनों में वह 10 लाख के पार चले गए थे.
शनिवार सुबह आठ बजे तक जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 10,004,599 हो गई है. 24 घंटे के दौरान 347 रोगियों की मौत के बाद मृतकों की कुल संख्या 145,136 हो गई है.
हालांकि कोविड-19 मृत्युदर में और गिरावट आने के बाद यह 1.45 प्रतिशत रह गई है.
आंकड़ों के अनुसार, देश में उपचाराधीन रोगियों की संख्या फिलहाल 308,751 है, जो कुल संक्रमितों का 3.08 प्रतिशत है.
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के अनुसार, 19 दिसंबर तक कुल 160,090,514 नमूनों की जांच की जा चुकी है. इनमें 1,171,868 नमूनों की जांच शुक्रवार को की गई.
वायरस के मामले और मौतें
24 घंटे में सामने आए नए मामलों की बात करें तो बीते 18 दिसंबर 22,890, 17 दिसंबर को 24,010, 16 दिसंबर को 26,382, 15 दिसंबर को 22,065, 14 दिसंबर को 27,071, 13 दिसंबर को 30,254, 12 दिसंबर को 30,006, 11 दिसंबर को 29,398, 10 दिसंबर को 31,521, नौ दिसंबर को 32,080, आठ दिसंबर को 26,567, सात दिसंबर को 32,981, छह दिसंबर को 36,011, पांच दिसंबर को 36,652, चार दिसंबर को 36,595, तीन दिसंबर को 35,551, दो दिसंबर को 36,604 और एक दिसंबर को 31,118 नए मामले सामने आए थे.
इसी तरह बीते 24 घंटे के दौरान 18 दिसंबर 338, 17 दिसंबर को 355, 16 दिसंबर को 387, 15 दिसंबर को 354, 14 दिसंबर को 336, 13 दिसंबर को 391, 12 दिसंबर को 442, 11 दिसंबर को 414, 10 दिसंबर को 412, नौ दिसंबर को 402, आठ दिसंबर को 385, सात दिसंबर को 391, छह दिसंबर को 482, पांच दिसंबर को 512, चार दिसंबर को 540, तीन दिसंबर को 526, दो दिसंबर को 501 और एक दिसंबर को 482 लोगों की मौत हुई.
नवंबर महीने 24 घंटे के दौरान सात नवंबर को संक्रमण के अधिकतम 50,356 मामले सामने आए थे और पांच नवंबर को संक्रमण से अधिकतम 704 लोगों की मौत हुई थी.
अक्टूबर महीने की बात करें तो एक तारीख को अधिकतम 86,821 और 28 अक्टूबर को न्यूनतम 43,893 मामले 24 घंटे के दौरान सामने आए थे. अक्टूबर में 24 घंटे में मरने वालों की अधिकतम संख्या 1 अक्टूबर को 1,181 थी.
सात सितंबर को 90,802 और 30 सितंबर को 80,472 नए मामले दर्ज किए गए थे. सात से 30 सितंबर के बीच नए मामलों की संख्या घटती बढ़ती रही. इस अवधि में 22 सितंबर को 75,083 (न्यूनतम) और 17 सितंबर को 97,894 (अधिकतम) मामले दर्ज किए गए थे, जो अब तक का सर्वाधिक आंकड़ा भी है.
छह सितंबर को संक्रमण के नए मामले पहली बार 90 हजार (90,632) के पार हो गए थे. 28 अगस्त को पहली बार 70 हजार (75,760) के पार, सात अगस्त को पहली बार 60 हजार (62,538) के पार, 30 जुलाई को पहली बार 50 हजार के पार हो गए थे.
इसी तरह 20 जुलाई को यह पहली बार 40 हजार के पार, 16 जुलाई को पहली बार 30 हजार के पार, 10 जुलाई को पहली बार 25 हजार (26,506) के पार, तीन जुलाई को पहली बार 20 हजार के पार, 21 जून को पहली बार 15 हजार के पार और 20 जून को संक्रमण के नए मामलों की संख्या पहली बार 14 हजार के पार हुई थी.
सितंबर महीने में एक दिन में मरने वालों की बात करें तो एक सितंबर को इनकी संख्या 819 और 29 सितंबर को न्यूनतम 776 थी. इन दो तारीखों के अलावा पूरे महीने हर दिन मरने वालों की संख्या एक हजार से अधिक रही है. 16 सितंबर को 1290 लोगों की जान गई, जो एक दिन में मरने वालों का सर्वाधिक आंकड़ा है.
10 अगस्त से 31 अगस्त तक बीते 24 घंटे या एक दिन में मरने वालों की संख्या 1007 से अधिकतम 1,092 (19 अगस्त का आंकड़ा) के बीच रही. 24 जुलाई से नौ अगस्त के बीच एक दिन या 24 घंटे में मौत का आंकड़ा 700 से लेकर 933 (आठ अगस्त का आंकड़ा) के बीच रहा है. एक जुलाई से 23 जुलाई के बीच यह आंकड़ा 507 से 1,129 के बीच रहा.
11 जून से 30 जून के बीच मरने वालों की संख्या 300 से 500 के अंदर रही है. 22 जून को एक दिन में मरने वालों की संख्या पहली बार 400 से अधिक रही थी. और 11 जून को पहली बार मरने वालों की संख्या 300 के आंकड़े को पार कर गई थी.
दुनियाभर में मामले 7.56 करोड़ से ज़्यादा, 16.74 लाख से अधिक लोगों की मौत
अमेरिका की जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, पूरी दुनिया में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 75,673,247 हो गए हैं और अब तक 1,674,843 लोगों की जान जा चुकी है.
दुनियाभर में कोरोना से अमेरिका सबसे अधिक प्रभावित देश है. यहां संक्रमण के अब तक 17,459,296 मामले सामने आए हैं, जबकि मरने वालों की संख्या 313,585 हो चुकी है.
भारत संक्रमण से सर्वाधिक प्रभावित दूसरा देश है. भारत के बाद तीसरे सर्वाधिक प्रभावित देश ब्राजील में संक्रमण के अब तक 7,162,978 मामले मिले हैं और 185,650 लोग दम तोड़ चुके हैं.
ब्राजील के बाद चौथे प्रभावित देश रूस में संक्रमण के 2,764,843 मामले (शुक्रवार तक) आए हैं, जबकि 49,170 मरीजों की मौत दर्ज की जा चुकी है.
रूस के बाद पांचवें सर्वाधिक प्रभावित फ्रांस में संक्रमण के 2,499,529 मामले आए हैं, जबकि 60,345 मरीजों की मौत दर्ज की जा चुकी है.
फ्रांस के बाद तुर्की को पछाड़कर ब्रिटेन एक बार फिर छठा सर्वाधिक प्रभावित देश बन गया है. यहां संक्रमण के 1,982,828 मामले हैं और 66,640 लोगों ने जान गंवा दी है. ब्रिटेन के बाद सातवें सर्वाधिक प्रभावित देश तुर्की में संक्रमण के 1,982,090 मामले सामने आए हैं और 17,610 मौतें हुई हैं.
तुर्की के बाद आठवें सर्वाधिक प्रभावित देश इटली में संक्रमण के 1,921,778 मामले दर्ज हुए हैं, जबकि 67,894 मौतें हुई हैं. इटली के बाद नौवें प्रभावित देश स्पेन में संक्रमण के 1,797,236 मामले सामने आए हैं और 48,926 मौतें हुई हैं.
स्पेन के बाद 10वें सर्वाधिक प्रभावित देश अर्जेंटीना में 1,531,374 मामले सामने आ चुके हैं, जबकि 41,672 लोगों की यह महामारी जान ले चुकी है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)