भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 10,356,844 हो गए हैं और मृतक संख्या 149,850 हो गई है. विश्व में संक्रमण के 8.56 करोड़ से ज़्यादा मामले सामने आ चुके हैं, जबकि 18.53 लाख से अधिक लोगों की मौत हुई है.
नई दिल्ली: भारत में पिछले छह महीने में एक दिन में सबसे कम 16,375 नए मामले समाने आने के बाद देश में संक्रमण के मामले बढ़कर मंगलवार को 10,356,844 हो गए. इससे पहले जुलाई महीने में नए मामलों की संख्या 15 हजार से अधिक हुई थी.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सुबह आठ बजे जारी अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, वायरस से 201 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 149,850 हो गई.
आंकड़ों के अनुसार कुल 9,975,958 लोगों के संक्रमण मुक्त होने के साथ ही देश में मरीजों के ठीक होने की दर 96.32 प्रतिशत हो गई. वहीं कोविड-19 से मृत्यु दर 1.45 प्रतिशत है.
देश में लगातार 15 दिनों से कोविड-19 के इलाज करा रहे लोगों यानी सक्रिय मामलों की संख्या तीन लाख से कम है. अभी कुल 231,036 लोगों का कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा है, जो कुल मामलों का 2.23 प्रतिशत है.
भारतीय आयुर्विज्ञान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार चार जनवरी तक कुल 176,531,997 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई, जिनमें से 896,236 नमूनों की जांच सोमवार को की गई.
आंकड़ों के मुताबिक, भारत में कोविड-19 संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 10 लाख से 20 लाख (सात अगस्त को) तक पहुंचने में 21 दिनों का समय लगा था, जबकि 20 से 30 लाख (23 अगस्त को) की संख्या होने में 16 और दिन लगे. हालांकि 30 लाख से 40 लाख (पांच सितंबर) तक पहुंचने में मात्र 13 दिनों का समय लगा है.
वहीं, 40 लाख के बाद 50 लाख (16 सितंबर को) की संख्या को पार करने में केवल 11 दिन लगे. मामलों की संख्या 50 लाख से 60 लाख (28 सितंबर को) होने में 12 दिन लगे थे. 60 से 70 लाख (11 अक्टूबर) होने में इसे 13 दिन लगे. 70 से 80 लाख (29 अक्टूबर को) होने में 19 दिन लगे और 80 से 90 लाख (20 नवंबर को) होने में 13 दिन लगे. 90 लाख से एक करोड़ (19 दिसंबर को) होने में 29 दिन लगे.
देश में 110 दिन में कोविड-19 के मामले एक लाख हुए थे और 59 दिनों में वह 10 लाख के पार चले गए थे.
वायरस के मामले और मौतें
24 घंटे में सामने आए नए मामलों की बात करें तो बीते चार जनवरी को 16,504 नए मामले और 214 लोगों की मौत हुई. तीन जनवरी को 18,177 नए मामले और 217 लोगों की मौत हुई थी. दो जनवरी को 19,079 नए मामले और 224 लोगों की मौत हुई थी. एक जनवरी को 20,035 मामले आए थे और इस दौरान 256 लोगों की मौत हुई थी.
दिसंबर महीने 24 घंटे के दौरान पांच दिसंबर को संक्रमण के अधिकतम 36,652 मामले सामने आए थे और चार दिसंबर को संक्रमण से अधिकतम 540 लोगों की मौत हुई थी. नवंबर महीने 24 घंटे के दौरान सात नवंबर को संक्रमण के अधिकतम 50,356 मामले सामने आए थे और पांच नवंबर को संक्रमण से अधिकतम 704 लोगों की मौत हुई थी.
अक्टूबर महीने की बात करें तो एक तारीख को अधिकतम 86,821 और 28 अक्टूबर को न्यूनतम 43,893 मामले 24 घंटे के दौरान सामने आए थे. अक्टूबर में 24 घंटे में मरने वालों की अधिकतम संख्या 1 अक्टूबर को 1,181 थी.
सात सितंबर को 90,802 और 30 सितंबर को 80,472 नए मामले दर्ज किए गए थे. सात से 30 सितंबर के बीच नए मामलों की संख्या घटती बढ़ती रही. इस अवधि में 22 सितंबर को 75,083 (न्यूनतम) और 17 सितंबर को 97,894 (अधिकतम) मामले दर्ज किए गए थे, जो अब तक का सर्वाधिक आंकड़ा भी है.
छह सितंबर को संक्रमण के नए मामले पहली बार 90 हजार (90,632) के पार हो गए थे. 28 अगस्त को पहली बार 70 हजार (75,760) के पार, सात अगस्त को पहली बार 60 हजार (62,538) के पार, 30 जुलाई को पहली बार 50 हजार के पार हो गए थे.
इसी तरह 20 जुलाई को यह पहली बार 40 हजार के पार, 16 जुलाई को पहली बार 30 हजार के पार, 10 जुलाई को पहली बार 25 हजार (26,506) के पार, तीन जुलाई को पहली बार 20 हजार के पार, 21 जून को पहली बार 15 हजार के पार और 20 जून को संक्रमण के नए मामलों की संख्या पहली बार 14 हजार के पार हुई थी.
सितंबर महीने में एक दिन में मरने वालों की बात करें तो एक सितंबर को इनकी संख्या 819 और 29 सितंबर को न्यूनतम 776 थी. इन दो तारीखों के अलावा पूरे महीने हर दिन मरने वालों की संख्या एक हजार से अधिक रही है. 16 सितंबर को 1290 लोगों की जान गई, जो एक दिन में मरने वालों का सर्वाधिक आंकड़ा है.
10 अगस्त से 31 अगस्त तक बीते 24 घंटे या एक दिन में मरने वालों की संख्या 1007 से अधिकतम 1,092 (19 अगस्त का आंकड़ा) के बीच रही. 24 जुलाई से नौ अगस्त के बीच एक दिन या 24 घंटे में मौत का आंकड़ा 700 से लेकर 933 (आठ अगस्त का आंकड़ा) के बीच रहा है. एक जुलाई से 23 जुलाई के बीच यह आंकड़ा 507 से 1,129 के बीच रहा.
11 जून से 30 जून के बीच मरने वालों की संख्या 300 से 500 के अंदर रही है. 22 जून को एक दिन में मरने वालों की संख्या पहली बार 400 से अधिक रही थी. और 11 जून को पहली बार मरने वालों की संख्या 300 के आंकड़े को पार कर गई थी.
दुनियाभर में मामले 8.56 करोड़ से ज़्यादा, 18.53 लाख से अधिक लोगों की मौत
अमेरिका की जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, पूरी दुनिया में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 85,672,034 हो गए हैं और अब तक 1,853,334 लोगों की जान जा चुकी है.
दुनियाभर में कोरोना से अमेरिका सबसे अधिक प्रभावित देश है. यहां संक्रमण के अब तक 20,817,140 मामले सामने आए हैं, जबकि मरने वालों की संख्या 353,483 हो चुकी है.
भारत संक्रमण से सर्वाधिक प्रभावित दूसरा देश है. भारत के बाद तीसरे सर्वाधिक प्रभावित देश ब्राजील में संक्रमण के अब तक 7,753,752 मामले मिले हैं और 196,561 लोग दम तोड़ चुके हैं.
ब्राजील के बाद चौथे प्रभावित देश रूस में संक्रमण के 3,226,758 मामले आए हैं, जबकि 58,203 मरीजों की मौत दर्ज की जा चुकी है.
रूस के बाद फ्रांस को पछाड़कर ब्रिटेन पांचवां सर्वाधिक प्रभावित देश बन गया है. यहां संक्रमण के 2,721,622 मामले आए हैं, जबकि 75,547 मरीजों की मौत दर्ज की जा चुकी है.
ब्रिटेन के बाद छठे सर्वाधिक प्रभावित देश फ्रांस में संक्रमण के 2,717,059 मामले हैं और 65,549 लोगों ने जान गंवा दी है. ब्रिटेन के बाद सातवें सर्वाधिक प्रभावित देश तुर्की में संक्रमण के 2,255,607 मामले सामने आए हैं और 21,685 मौतें हुई हैं.
तुर्की के बाद आठवें सर्वाधिक प्रभावित देश इटली में संक्रमण के 2,166,244 मामले दर्ज हुए हैं, जबकि 75,680 मौतें हुई हैं. इटली के बाद नौवें प्रभावित देश स्पेन में संक्रमण के 1,958,844 मामले सामने आए हैं और 51,078 मौतें हुई हैं.
स्पेन के बाद 10वें सर्वाधिक प्रभावित देश जर्मनी में संक्रमण के 1,796,216 मामले सामने आ चुके हैं, जबकि 35,748 लोगों की यह महामारी जान ले चुकी है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)