भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 10,431,639 हो गई है और अब तक 150,798 लोगों की जान गई है. विश्व में संक्रमण के 8.88 करोड़ से ज़्यादा मामले सामने आए हैं और 19.13 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. सर्वाधित प्रभावित तीसरे देश ब्राज़ील में कुल मामलों की संख्या 80 लाख के पार हुई.
नई दिल्ली: देश में कोविड-19 के 18,222 नए मामले सामने आने के बाद शनिवार को कुल संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 10,431,639 हो गई. वहीं अब तक 10,056,651 मरीजों के स्वस्थ होने के बाद देश में रोगियों के स्वस्थ होने की दर बढ़कर 96.41 फीसदी तक पहुंच गई.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार देश में अभी 224,190 संक्रमित लोगों का उपचार चल रहा है जो कि कुल संक्रमितों का 2.16 फीसदी हैं.
सुबह आठ बजे तक अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे में संक्रमण से 228 लोगों की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 150,798 हो गई. देश में संक्रमण से मृत्यु दर 1.45 फीसदी है.
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार, अब तक 180,253,315 नमूनों की जांच हो चुकी है और शुक्रवार को इनमें से 9,16,951 नमूनों की जांच हुई.
आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटे में जिन 228 लोगों की मौत हुई, उनमें से महाराष्ट्र के 73, पश्चिम बंगाल के 21, उत्तर प्रदेश के 17, दिल्ली के 10 और तमिलनाडु के आठ लोग शामिल हैं.
मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में वायरस से अब तक 150,798 की लोगों की मौत हुई है, जिनमें महाराष्ट्र के 49,970, कर्नाटक के 12,134, तमिलनाडु के 12,208, दिल्ली के 10,654, पश्चिम बंगाल के 9,902, उत्तर प्रदेश के 8,469, आंध्र प्रदेश के 7,127, पंजाब के 5,437 और गुजरात के 4,335 लोग थे.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की मौत हुई, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मामलों में मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं.
आंकड़ों के मुताबिक, भारत में कोविड-19 संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 10 लाख से 20 लाख (सात अगस्त को) तक पहुंचने में 21 दिनों का समय लगा था, जबकि 20 से 30 लाख (23 अगस्त को) की संख्या होने में 16 और दिन लगे. हालांकि 30 लाख से 40 लाख (पांच सितंबर) तक पहुंचने में मात्र 13 दिनों का समय लगा है.
वहीं, 40 लाख के बाद 50 लाख (16 सितंबर को) की संख्या को पार करने में केवल 11 दिन लगे. मामलों की संख्या 50 लाख से 60 लाख (28 सितंबर को) होने में 12 दिन लगे थे. 60 से 70 लाख (11 अक्टूबर) होने में इसे 13 दिन लगे. 70 से 80 लाख (29 अक्टूबर को) होने में 19 दिन लगे और 80 से 90 लाख (20 नवंबर को) होने में 13 दिन लगे. 90 लाख से एक करोड़ (19 दिसंबर को) होने में 29 दिन लगे.
देश में 110 दिन में कोविड-19 के मामले एक लाख हुए थे और 59 दिनों में वह 10 लाख के पार चले गए थे.
वायरस के मामले और मौतें
24 घंटे में सामने आए नए मामलों की बात करें तो बीते आठ जनवरी को 18,139, सात जनवरी को 20,346, छह जनवरी को 18,088, पांच जनवरी को 16,375, चार जनवरी को 16,504, तीन जनवरी को 18,177, दो जनवरी को 19,079 और एक जनवरी को 20,035 नए मामले सामने आए थे.
इसी तरह 24 घंटे में मौत के मामलों की बात करें तो आठ जनवरी को 234, सात जनवरी को 222, छह जनवरी को 264, पांच जनवरी 201, चार जनवरी को 214, तीन जनवरी 217, दो जनवरी को 224 और एक जनवरी को 20,035 मामले आए थे.
दिसंबर महीने 24 घंटे के दौरान पांच दिसंबर को संक्रमण के अधिकतम 36,652 मामले सामने आए थे और चार दिसंबर को संक्रमण से अधिकतम 540 लोगों की मौत हुई थी. नवंबर महीने 24 घंटे के दौरान सात नवंबर को संक्रमण के अधिकतम 50,356 मामले सामने आए थे और पांच नवंबर को संक्रमण से अधिकतम 704 लोगों की मौत हुई थी.
अक्टूबर महीने की बात करें तो एक तारीख को अधिकतम 86,821 और 28 अक्टूबर को न्यूनतम 43,893 मामले 24 घंटे के दौरान सामने आए थे. अक्टूबर में 24 घंटे में मरने वालों की अधिकतम संख्या 1 अक्टूबर को 1,181 थी.
सात सितंबर को 90,802 और 30 सितंबर को 80,472 नए मामले दर्ज किए गए थे. सात से 30 सितंबर के बीच नए मामलों की संख्या घटती बढ़ती रही. इस अवधि में 22 सितंबर को 75,083 (न्यूनतम) और 17 सितंबर को 97,894 (अधिकतम) मामले दर्ज किए गए थे, जो अब तक का सर्वाधिक आंकड़ा भी है.
छह सितंबर को संक्रमण के नए मामले पहली बार 90 हजार (90,632) के पार हो गए थे. 28 अगस्त को पहली बार 70 हजार (75,760) के पार, सात अगस्त को पहली बार 60 हजार (62,538) के पार, 30 जुलाई को पहली बार 50 हजार के पार हो गए थे.
इसी तरह 20 जुलाई को यह पहली बार 40 हजार के पार, 16 जुलाई को पहली बार 30 हजार के पार, 10 जुलाई को पहली बार 25 हजार (26,506) के पार, तीन जुलाई को पहली बार 20 हजार के पार, 21 जून को पहली बार 15 हजार के पार और 20 जून को संक्रमण के नए मामलों की संख्या पहली बार 14 हजार के पार हुई थी.
सितंबर महीने में एक दिन में मरने वालों की बात करें तो एक सितंबर को इनकी संख्या 819 और 29 सितंबर को न्यूनतम 776 थी. इन दो तारीखों के अलावा पूरे महीने हर दिन मरने वालों की संख्या एक हजार से अधिक रही है. 16 सितंबर को 1290 लोगों की जान गई, जो एक दिन में मरने वालों का सर्वाधिक आंकड़ा है.
10 अगस्त से 31 अगस्त तक बीते 24 घंटे या एक दिन में मरने वालों की संख्या 1007 से अधिकतम 1,092 (19 अगस्त का आंकड़ा) के बीच रही. 24 जुलाई से नौ अगस्त के बीच एक दिन या 24 घंटे में मौत का आंकड़ा 700 से लेकर 933 (आठ अगस्त का आंकड़ा) के बीच रहा है. एक जुलाई से 23 जुलाई के बीच यह आंकड़ा 507 से 1,129 के बीच रहा.
11 जून से 30 जून के बीच मरने वालों की संख्या 300 से 500 के अंदर रही है. 22 जून को एक दिन में मरने वालों की संख्या पहली बार 400 से अधिक रही थी. और 11 जून को पहली बार मरने वालों की संख्या 300 के आंकड़े को पार कर गई थी.
दुनियाभर में मामले 8.88 करोड़ से ज़्यादा, 19.13 लाख से अधिक लोगों की मौत
अमेरिका की जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, पूरी दुनिया में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 88,885,636 हो गए हैं और अब तक 1,913,746 लोगों की जान जा चुकी है.
दुनियाभर में कोरोना से अमेरिका सबसे अधिक प्रभावित देश है. यहां संक्रमण के अब तक 21,862,983 मामले सामने आए हैं, जबकि मरने वालों की संख्या 368,777 हो चुकी है.
भारत संक्रमण से सर्वाधिक प्रभावित दूसरा देश है. भारत के बाद तीसरे सर्वाधिक प्रभावित देश ब्राजील में संक्रमण के अब तक 8,013,708 मामले मिले हैं और 201,460 लोग दम तोड़ चुके हैं.
ब्राजील के बाद चौथे प्रभावित देश रूस में संक्रमण के 3,321,163 मामले आए हैं, जबकि 60,067 मरीजों की मौत दर्ज की जा चुकी है.
रूस के बाद पांचवें सर्वाधिक प्रभावित देश ब्रिटेन में संक्रमण के 2,966,244 मामले आए हैं, जबकि 79,965 मरीजों की मौत दर्ज की जा चुकी है.
ब्रिटेन के बाद छठे सर्वाधिक प्रभावित देश फ्रांस में संक्रमण के 2,804,743 मामले हैं और 67,566 लोगों ने जान गंवा दी है. फ्रांस के बाद सातवें सर्वाधिक प्रभावित देश तुर्की में संक्रमण के 2,307,581 मामले सामने आए हैं और 22,450 मौतें हुई हैं.
तुर्की के बाद आठवें सर्वाधिक प्रभावित देश इटली में संक्रमण के 2,237,890 मामले दर्ज हुए हैं, जबकि 77,911 मौतें हुई हैं. इटली के बाद नौवें प्रभावित देश स्पेन में संक्रमण के 2,050,360 मामले सामने आए हैं और 51,874 मौतें हुई हैं.
स्पेन के बाद 10वें सर्वाधिक प्रभावित देश जर्मनी में संक्रमण के 1,904,112 मामले सामने आ चुके हैं, जबकि 4o,022 लोगों की यह महामारी जान ले चुकी है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)