बंगाल: मोदी बोले- कोई बाहरी नहीं, ममता ने कहा- समस्या पैदा करने के लिए भेजे गए लोग बाहरी

विधानसभा चुनाव राउंड-अप: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दावा किया कि उनकी पार्टी केवल उन लोगों को बाहरी कहती है, जिन्हें विधानसभा चुनाव के दौरान यहां परेशानी खड़ी करने के लिए भेजा गया है, उन्हें नहीं जो बरसों से राज्य में बसे हैं. असम में कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने कहा कि वह राज्य सरकार में कोई पद पाने की लालसा नहीं रखते हैं. गृह मंत्री अमित शाह ने सोना तस्करी मामले को लेकर केरल के मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि माकपा नेता के घोटाले के मुख्य आरोपी से संबंध थे.

(फोटो: पीटीआई/रॉयटर्स)

विधानसभा चुनाव राउंड-अप: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दावा किया कि उनकी पार्टी केवल उन लोगों को बाहरी कहती है, जिन्हें विधानसभा चुनाव के दौरान यहां परेशानी खड़ी करने के लिए भेजा गया है, उन्हें नहीं जो बरसों से राज्य में बसे हैं. असम में कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने कहा कि वह राज्य सरकार में कोई पद पाने की लालसा नहीं रखते हैं. गृह मंत्री अमित शाह ने सोना तस्करी मामले को लेकर केरल के मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि माकपा नेता के घोटाले के मुख्य आरोपी से संबंध थे.

नरेंद्र मोदी और ममता बनर्जी. (फोटो: पीटीआई/पीआईबी)
नरेंद्र मोदी और ममता बनर्जी. (फोटो: पीटीआई/पीआईबी)

कांठी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि बंगाल ने पूरे भारत को ‘वंदे मातरम’ की भावना में बांधा है और उसी बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी लोगों को ‘बोहिरागोतो’ (बाहरी) बता रही हैं. उन्होंने ऐलान किया कि अगर भाजपा सत्ता में आई तो राज्य का मुख्यमंत्री बंगाल की धरती के बेटे को ही बनाया जाएगा.

पूर्व मेदिनीपुर जिले के कांठी में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि बंगाल बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय, रबींद्रनाथ टैगोर और सुभाष चंद्र बोस जैसे नायकों की भूमि है और इस धरती पर कोई भारतीय बाहरी नहीं है.

उन्होंने कहा, ‘बंगाल में ममता दीदी ‘बोहिरागोतो’ (बाहरी होने) की बात कर रही हैं. कोई भारतीय यहां बाहरी नहीं है, वे भारत माता के बच्चे हैं.’

मोदी ने कहा, ‘हमें ‘पर्यटक’ कहा जा रहा है, हमारा मजाक उड़ाया जा रहा है, हमारा अपमान किया जा रहा है. दीदी! रबींद्रनाथ के बंगाल के लोग किसी को भी बाहरी नहीं मानते.’

उन्होंने रैली में कहा कि जब बंगाल में भाजपा सरकार बनाएगी तो मुख्यमंत्री इसी धरती का कोई बेटा होगा.

दरअसल, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भाजपा और प्रधानमंत्री का जिक्र करते हुए अक्सर अपने भाषणों में कहती हैं कि वह दिल्ली या गुजरात से आए ‘बाहरी’ लोगों को बंगाल में शासन करने नहीं देंगी. उनके इस बयान पर छिड़ी ‘स्थानीय बनाम बाहरी’ की बहस के बीच मोदी की ये टिप्पणियां आई हैं.

तृणमूल कांग्रेस ने ‘बंगाल को अपनी बेटी चाहिए’ अभियान भी शुरू किया है जिसमें पार्टी के नेता राज्य आ रहे भाजपा पदाधिकारियों को ‘चुनावी पर्यटक’ कह रहे हैं.

इस बीच एक चुनावी सभा के दौरान बुधवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि उनकी पार्टी केवल उन लोगों को बाहरी कहती है, जिन्हें विधानसभा चुनाव के दौरान यहां परेशानी खड़ी करने के लिए भेजा गया है, उन्हें नहीं जो बरसों से राज्य में बसे हैं.

बहरहाल प्रधानमंत्री ने 10 मार्च की घटना का जिक्र करते हुए कहा, ‘आप पूरे देश के सामने नंदीग्राम और उसके लोगों को बदनाम कर रहे हैं. यह वही नंदीग्राम है जिसने आपको इतना कुछ दिया. नंदीग्राम के लोग आपको माफ नहीं करेंगे और आपको करारा जवाब देंगे.’

गौरतलब है कि 10 मार्च की घटना में मुख्यमंत्री घायल हो गई थीं.

मोदी ने उन्होंने मुख्यमंत्री के भतीजे टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी पर हमला करते हुए कहा, ‘हमने (केंद्र) चक्रवात अम्फान से प्रभावित इलाकों में राहत भेजी लेकिन राहत राशि को ‘भाइपो (भतीजा) विंडो’ के जरिये लूटा गया.’

प्रधानमंत्री भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी के गृहनगर कांठी में चुनाव प्रचार कर रहे हैं. अधिकारी चुनावों के मद्देनजर टीएमसी छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए.

मोदी ने आरोप लगाया, ‘यहां आए दिन हिंसा और बम विस्फोटों की खबरें आती हैं. यहां तक कि धमाकों में पूरे मकान के मकान उड़ा दिए जाते हैं. हमें इस स्थिति को बदलना होगा.’ उन्होंने वादा किया कि उनकी पार्टी राज्य को ‘सोनार बांग्ला’ बनाने की दिशा में काम करेगी.

उन्होंने कहा, ‘बंगाल को शांति, स्थिरता, बमों, बंदूकों और हिंसा से आजादी की जरूरत है. तृणमूल सरकार ने बंगाल को केवल अंधेरा दिया है. भाजपा की दोहरे-इंजन की सरकार सोनार बांग्ला बनाएगी.’

उन्होंने दावा किया, ‘लोकतंत्र में जीत और हार हो सकती है. लेकिन जब पिछले दस सालों में किए काम के बारे में टीएमसी सरकार से ‘हिसाब’ मांगते हैं तो हमें अपशब्द कहे जाते हैं.’

बनर्जी के ‘खेला होबे’ नारे पर चुटकी लेते हुए मोदी ने कहा कि कोई और खेल नहीं खेला जाएगा और राज्य में जब भाजपा सरकार बनाएगी तो लोगों की सेवा की जाएगी. मोदी ने बंगाली में कहा, ‘आप खेल करते रहो, जबकि हम लोगों की सेवा करेंगे.’

मोदी ने कहा कि राज्य के किसान उन्हें वित्तीय मदद से वंचित रखने के लिए टीएमसी को माफ नहीं करेंगे.

पश्चिम बंगाल में 294 विधानसभा सीटों पर 27 मार्च से 29 अप्रैल तक आठ चरणों में चुनाव होंगे. मतगणना दो मई को होगी.

दूसरे राज्यों से केवल समस्या उत्पन्न करने के लिए भेजे जाने वाले लोग बाहरी: बनर्जी

विष्णुपुर: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को दावा किया कि उनकी पार्टी केवल उन लोगों को बाहरी कहती है, जिन्हें विधानसभा चुनाव के दौरान यहां परेशानी खड़ी करने के लिए भेजा गया है, उन्हें नहीं जो बरसों से राज्य में बसे हैं.

तृणमूल कांग्रेस के कई नेता चुनाव प्रचार के लिए राज्य में आने वाले भाजपा नेताओं को बाहरी होने का तमगा देते रहे हैं.

बनर्जी ने कहा कि बरसों से बंगाल में बसे दूसरे राज्यों के लोग बाहरी नहीं हैं, बल्कि वह उनके ‘अपने लोग’ हैं.

तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ने कहा, ‘हम उन लोगों के बारे में ऐसा क्यों कहेंगे, जो बरसों से यहां बसे हैं? वे हमारे राज्य का एक अभिन्न हिस्सा हैं.’

उन्होंने कहा, ‘हम केवल उन पान-मसाला खाने वाले, तिलक लगाने वाले लोगों को बाहरी कहते हैं, जिन्हें उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों से, चुनाव से पहले पश्चिम बंगाल में समस्या उत्पन्न करने के लिए भेजा गया है.’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए ममता बनर्जी ने कहा, ‘मैं प्रधानमंत्री के पद का बहुत सम्मान करती हूं, लेकिन मुझे माफ करें, मोदी बहुत बड़े झूठे हैं.’

उन्होंने कहा, ‘मोदी के, सभी लोगों के बैंक खातों में 15 लाख रुपये आने के, वादे का क्या हुआ? एलपीजी सिलेंडर अब 900 रुपये का क्यों है? उज्जवला योजना का क्या भविष्य है?’

बनर्जी ने कहा, ‘किसान महीनों से प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन मोदी और गृह मंत्री अमित शाह चुप क्यों हैं? किसान जहां प्रदर्शन कर रहे हैं वहां लोहे की कीलें क्यों लगाई गई ? क्या मोदी को औद्योगिक घरानों की चिंता है किसानों की नहीं?’

पश्चिम बंगाल में सत्ता में आने पर राज्य सरकार के कर्मचारियों के लिए सातवें वेतन आयोग का गठन करने के भाजपा के वादे पर तंज कसते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ‘पहले यह बताएं कि पीएसयू (सरकारी कंपनियां) क्यों और किसके इशारों पर बंद हो रहे हैं? आप लाखों लोगों को बेरोजगार कर रहे हैं. लोगों को आप पर भरोसा नहीं है.’

चुनाव आयोग ने स्थानीय प्रशासन से भय मुक्त मतदान सुनिश्चित करने के लिए कहा

सिलीगुड़ी: मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) सुनील अरोड़ा ने बुधवार को कहा कि भारतीय निर्वाचन आयोग (ईसीआई) यह सुनिश्चित करने के लिए स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर काम कर रहा है कि लोग सुरक्षित माहौल में बड़ी संख्या में मतदान करने के लिए बाहर निकल सकें.

ईसीआई की एक पूर्ण पीठ कानून-व्यवस्था बनाए रखने और विश्वास बहाली संबंधी अन्य उपायों की व्यवस्था की समीक्षा करने के लिए मंगलवार से पश्चिम बंगाल की दो दिवसीय यात्रा पर है. राज्य में 27 मार्च को विधानसभा चुनावों के पहले चरण का मतदान होगा.

New Delhi: Chief Election Commissioner Sunil Arora (C) with Election Commissioners Sushil Chandra (L) and Rajiv Kumar addresses a press conference in New Delhi, Friday, Feb. 26, 2021. (PTI Photo/Manvender Vashist)
मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा, चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा और राजीव कुमार के साथ. (फोटो: पीटीआई)

अरोड़ा ने सिलीगुड़ी में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘आयोग स्थानीय प्रशासनों के साथ हाथ मिला रहा है, ताकि अधिक से अधिक लोग बाहर आएं और बेखौफ सुरक्षित माहौल में मतदान करें.’

विपक्षी दलों ने अक्सर राज्य में चुनाव संबंधी हिंसा के मुद्दों को उठाया है और ईसीआई के पास शिकायतें दर्ज कराई हैं.

आयोग ने आठ चरणों में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए 209 सामान्य पर्यवेक्षक, 55 पुलिस पर्यवेक्षक और 85 व्यय पर्यवेक्षक नियुक्त किए हैं.

उन्होंने कहा, ‘यहां तक कि पर्यवेक्षकों पर भी आयोग करीबी नजर रख रहा है.’ अरोड़ा ने कहा कि ईसीआई किसी भी उल्लंघन के मामले में कार्रवाई करने में संकोच नहीं करेगा.

सीईसी ने कहा कि आयोग की पूर्ण पीठ ने स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए अशांत क्षेत्रों की पहचान और एहतियाती कार्रवाइयों का जायजा लिया है.

नंदीग्राम से भाजपा उम्मीदवार शुभेंदु अधिकारी अपराधियों को दे रहे हैं पनाह: टीएमसी 

कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी पर नंदीग्राम में ‘अपराधियों को पनाह देने’ का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग में शिकायत की है, जहां उनका मुकाबला पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से है.

राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने यह आरोप भी लगाया कि इस हाई-प्रोफाइल निर्वाचन क्षेत्र के बाहर के लोग चार स्थानों पर रह रहे हैं.

टीएमसी ने शुभेंदु अधिकारी पर इन स्थलों में से एक का दौरा करने का भी आरोप लगाया.

यह पत्र 22 मार्च को लिखा गया है. पत्र में कहा गया है, ‘यह हमारे संज्ञान में आया है कि नंदीग्राम में भाजपा के उम्मीदवार शुभेंदु अधिकारी अपराधियों को पनाह दे रहे हैं.’

टीएमसी के राज्यसभा सदस्य डेरेक ओ ब्रायन ने पत्र में आरोप लगाया कि स्थानीय पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई है.

पत्र में कहा गया है, ‘हम आपसे तत्काल हस्तक्षेप करने और पुलिस को इसके लिए तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश देने का अनुरोध करते हैं कि शुभेंदु अधकारी द्वारा रखे गए और प्रश्रय दिए गए सभी बाहरी असामाजिक तत्वों को तुरंत पकड़ा जाए.’

नंदीग्राम विधानसभा क्षेत्र में एक अप्रैल को मतदान होना है.

मुख्यमंत्री पद की लालसा नहीं, व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा के लिए राजनीति में नहीं: गौरव गोगोई

गुवाहाटी: तीन बार असम के मुख्यमंत्री रहे तरुण गोगोई के बेटे और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गौरव गोगोई ने बुधवार को कहा कि वह राज्य सरकार में कोई पद पाने की लालसा नहीं रखते हैं और अपने पिता की आखिरी इच्छा के अनुरूप उनके विधानसभा क्षेत्र तीताबोर का प्रतिनिधित्व नहीं करेंगे.

असम कांग्रेस की घोषणा पत्र समिति के अध्यक्ष गौरव ने कहा कि उनके पिता के निधन के बाद राज्य में पार्टी अनाथ जैसी हो गई थी, लेकिन उनके विचार और लोगों के बीच उनकी साख उनके व उनके साथियों के लिए प्रेरणा का काम करती है.

गोगोई ने एक साक्षात्कार में कहा, ‘मुझे मुख्यमंत्री पद की लालसा नहीं है. मैं कभी भी व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा के लिए राजनीति में नहीं आया था. मैं असम में कांग्रेस के नेतृत्व वाली ‘महाजोत’ सरकार बनाने को लेकर प्रयासरत हूं.’

राजनीतिक हलकों में इस बात की चर्चा है कि कांग्रेस के नेतृत्व वाला महागठबंधन असम में सरकार बनाता है तो कालियाबोर से लोकसभा सांसद गोगोई मुख्यमंत्री पद के दावेदार हो सकते हैं, यद्यपि विपक्षी दल ने आधिकारिक तौर पर अब तक किसी नाम का ऐलान नहीं किया है.

गोगोई ने कहा, ‘मैं पार्टी द्वारा मुझे दिए गए सभी अवसरों के लिए शुक्रगुजार हूं. उन्होंने मुझे लोकसभा में उप नेता और एआईसीसी प्रभारी बनाया. पार्टी जो भी जिम्मेदारी देगी मैं हमेशा निभाऊंगा.’

कांग्रेस नेता गौरव गोगोई (फोटो: पीटीआई)
कांग्रेस नेता गौरव गोगोई (फोटो: पीटीआई)

जोरहाट जिले के तीताबोर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने के बारे में उन्होंने कहा कि यह उनके पिता की आखिरी इच्छाओं में से एक थी कि उनका उत्तराधिकारी परिवार से बाहर का, लेकिन क्षेत्र का मूल निवासी होना चाहिए.

गोगोई ने कहा, ‘मेरे पिता ने 20 वर्षों तक तीताबोर का प्रतिनिधित्व किया. हम चाहते थे कि उनका उत्तराधिकारी कोई ऐसा व्यक्ति होना चाहिए जिसने सार्वजनिक जीवन में योगदान दिया हो और हमारे परिवार से न हो. यही वजह है कि मैं उस सीट से चुनाव नहीं लड़ रहा हूं. मुझे खुशी है कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) नेतृत्व ने भी मेरे पिता की इच्छा को स्वीकार किया है.’

गोगोई परिवार के गढ़ माने जाने वाले तीताबोर से कांग्रेस ने आगामी विधानसभा चुनाव में भास्कर ज्योति बरुआ को टिकट दिया है.

गोगोई ने कहा कि उनके पिता की गैरमौजूदगी में पार्टी के चुनाव लड़ने से ऐसे लग रहा है जैसे घर के किसी बुजुर्ग का साया हम पर से उठ गया हो.

उन्होंने कहा, ‘उन्हें अक्सर आधुनिक असम और आधुनिक गुवाहाटी का शिल्पी करार दिया जाता है. आप जहां कहीं भी जाएंगे आपको कांग्रेस और उनके द्वारा किए गए काम की छाप दिखाई देगी. ऐसे में उनकी सकारात्मक ऊर्जा और मुस्कान के बिना चुनाव में उतरना ऐसी अनुभूति है जैसे हम अनाथ हों.’

गोगोई ने कहा, ‘लेकिन यह भी है कि हमनें उनसे काफी कुछ सीखा है, उन्होंने हम में से बहुत से लोगों को तैयार किया है. हमारे संबोधनों, हमारी प्रतिबद्धताओं के जरिये उनके विचार आज भी जिंदा हैं. हमारी गारंटी में उनके मूल्यों की प्रतिध्वनि है. हमारे घोषणा-पत्र में भी विकास और जनसेवा के उनके विचार परिलक्षित होते हैं, वह हमारे बीच नहीं होकर भी इस तरह हमारे बीच हैं. ’

गौरतलब है कि 23 नवंबर 2020 को कोविड-19 के बाद की दिक्कतों के इलाज के दौरान 84 वर्ष की उम्र में तरुण गोगोई का निधन हो गया था. उनके परिवार में पत्नी डॉली गोगोई, बेटी चंद्रिमा और बेटे गौरव हैं.

गौरव गोगोई ने कहा, ‘हम घर-घर जाकर जनसंपर्क करने, शिक्षकों, महिलाओं और अन्य लोगों के छोटे-छोटे समूहों के साथ बैठकों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं. यह जमीनी स्तर पर बेहद सशक्त अभियान है. हम अपने एजेंडा के साथ नहीं जाते और लोगों के मुद्दे खोजते हैं. उन मुद्दों के आधार पर हम पांच गारंटी लेकर आए हैं.’

कांग्रेस ने आगामी विधानसभा चुनावों में भाजपा के नेतृत्व वाले राजग से मुकाबले के लिए एआईयूडीएफ, बीपीएफ, भाकपा, माकपा, भाकपा (माले), आंचलिक गण मोर्चा (एजीएम), राजद और जिमोचयन (देवरी) पीपुल्स पार्टी (जेपीपी) के साथ ‘महागठबंधन’ बनाया है.

असम विधानसभा के लिए तीन चरणों में 27 मार्च, एक अप्रैल और छह अप्रैल को चुनाव होंगे. मतों की गिनती दो मई को होगी.

कांग्रेस-एआईयूडीएफ ‘महाजोत’ से सावधान, क्योंकि यह ‘महाझूठ’ है: मोदी

बिहपुरिया: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को असम के लोगों का आह्वान किया कि वे कांग्रेस-एआईयूडीएफ ‘महाजोत’ (महागठबंधन) से सावधान रहें, क्योंकि यह ‘महाझूठ’ है.

बिहपुरवा में एक चुनावी रैली में मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश में विपक्षी दल के पास आदर्श या योग्य नेता नहीं हैं.

उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस के पास न नेता है न नीति, सिर्फ महाझूठ है.’

मोदी ने कहा, ‘मैं आपको यह तथ्य बताने आया हूं कि कांग्रेस का हाथ उन लोगों के साथ है, जिनसे राज्य की पहचान और संस्कृति को खतरा है.’

विपक्षी गठबंधन पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि चुनाव जीतने के लिए कांग्रेस किसी भी हद तक जा सकती है.

उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस ने उस दल के साथ कैसे गठजोड़ किया जो घुसपैठियों के बल पर पैदा हुआ और पनपा है.’

कांग्रेस पर लोगों को बांटने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, ‘वे कुछ भी कर सकते हैं, वोट के लिए किसी को भी धोखा दे सकते हैं.’

प्रधानमंत्री बिहपुरिया और सिपाझार में दो चुनावी रैलियों को संबोधित करने के लिए एक दिन के असम दौरे पर हैं.

अमित शाह ने केरल में भाजपा उम्मीदवारों के लिए किया प्रचार

कोच्चि/कंजिरापल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित शाह ने बुधवार को सोना तस्करी मामले को लेकर केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि माकपा नेता के घोटाले के मुख्य आरोपी से संबंध थे.

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (फोटोः पीटीआई)
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (फोटोः पीटीआई)

दक्षिणी राज्य में चुनाव प्रचार के दूसरे चरण की शुरुआत करते हुए शाह ने कहा, ‘मैं मुख्यमंत्री पिनराई विजयन से इस सीधे सवाल का जवाब देने का आह्वान करता हूं- सोना तस्करी की मुख्य आरोपी आपके कार्यालय में काम करती थी या नहीं?’

उन्होंने कहा, ‘क्या आपकी सरकार ने इस आरोपी को तीन लाख रुपये महीने का वेतन दिया या नहीं?’

कोट्टायम जिले के कंजिरापल्ली विधानसभा क्षेत्र में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए शाह ने यह भी जानना चाहा कि विजयन के तत्कालीन प्रधान सचिव ने इन आरोपियों की मदद के लिए फोन किया था या नहीं?

मामले के संबंध में केंद्रीय एजेंसियों द्वारा गिरफ्तार किए गए मुख्य आरोपी स्वप्ना सुरेश और एम शिवशंकर का नाम लिए बगैर शाह ने पूछा, ‘क्या इस आरोपी महिला ने सरकारी खर्च पर प्रमुख सचिव की इजाजत से विदेश के दौरे किए थे?’

भाजपा नेता ने पूछा, ‘आरोपी महिला नियमित रूप से मुख्यमंत्री आवास क्यों आती थी? क्या इस आरोपी महिला ने सरकारी खर्च पर प्रमुख सचिव की मंजूरी से विदेश दौरे किये?’

सरकार के कथित भाई-भतीजावाद को लेकर नौकरी के इच्छुक लोगों द्वारा हाल में सचिवालय के बाहर सरकार द्वारा प्रदर्शन किए जाने के परोक्ष संदर्भ में उन्होंने कहा, ‘वाम दल अपने कैडर को सरकारी पद देने के लिए रिमोट कंट्रोल से लोक सेवा आयोग का संचालन करते हैं.’

उन्होंने पूछा, ‘इसकी वजह से पीएससी में ऊंची रैंक लाने के बावजूद नौकरी न मिलने पर एक छात्र ने खुदकुशी कर ली. क्यों? सिर्फ इसलिए क्योंकि वह आपके कैडर से नहीं था?’

केरल में दो बार बाढ़ आने और 500 से ज्यादा लोगों की इसकी वजह से जान जाने का जिक्र करते हुए शाह ने आरोप लगाया कि वाम दलों ने अपने राजनीतिक फायदे के लिए हमारी सेना को काफी देर से बुलाया.

पार्टी उम्मीदवारों के पक्ष में वोट मांगते हुए उन्होंने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार द्वारा राज्य में किए गए विकास कार्यों को भी रेखांकित किया.

उन्होंन दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल में राजमार्गों के विकास के लिए 65000 करोड़ रुपये उपलब्ध कराए हैं. शाह ने कहा कि कोच्चि मेट्रो के विकास के लिए केंद्र ने 1957 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं.

उन्होंने कहा, ‘यह केरल में बदलाव लाने का समय है. ई श्रीधरन जैसे वरिष्ठ नौकरशाह भी भाजपा में शामिल हो रहे हैं, क्योंकि वे जानते हैं कि सिर्फ भाजपा ही प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में केरल का और विकास कर सकती है. एलडीएफ-यूडीएफ नहीं.’

इससे पहले शाह ने विधानसभा के छह अप्रैल को होने वाले चुनावों में खड़े राजग के प्रत्याशियों के लिए चुनाव प्रचार अभियान शुरू करते हुए कोच्चि के निकट त्रिपुनिथुरा शहर में एक रोडशो किया.

शाह ने कहा कि राज्य के लोग विपक्षी दल यूडीएफ और सत्तारूढ़ एलडीएफ के विकल्प के तौर पर भाजपा को देखते हैं.

वरिष्ठ भाजपा नेता केएस राधाकृष्णन त्रिपुनीथुरा से पार्टी के उम्मीदवार हैं. पार्टी का शीर्ष नेतृत्व इसे ‘ए’ श्रेणी का निर्वाचन क्षेत्र मानता है. कोच्चि साम्राज्य की पूर्व राजधानी से शुरू हुआ रोडशो पूर्णाथ्रइसा मंदिर के समीप खत्म हुआ.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)

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