कोविड-19: इस साल देश में एक दिन में सर्वाधिक 89,129 नए मामले, विश्व में कुल मामले 13 करोड़ के पार

बीते साल 21 अक्टूबर के बाद से कोविड-19 संक्रमण से एक दिन में सर्वाधिक 714 लोगों की जान गई है और क़रीब साढ़े छह महीने में संक्रमण के एक दिन में आए सर्वाधिक मामले सामने आए हैं. देश में संक्रमण के मामले बढ़कर 1.23 करोड़ से अधिक हो गए हैं और 1.64 लाख से अधिक लोगों की जान गई है. विश्व में 28.38 लाख से अधिक लोग जान गंवा चुके हैं.

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(फोटो: पीटीआई)

बीते साल 21 अक्टूबर के बाद से कोविड-19 संक्रमण से एक दिन में सर्वाधिक 714 लोगों की जान गई है और क़रीब साढ़े छह महीने में संक्रमण के एक दिन में आए सर्वाधिक मामले सामने आए हैं. देश में संक्रमण के मामले बढ़कर 1.23 करोड़ से अधिक हो गए हैं और 1.64 लाख से अधिक लोगों की जान गई है. विश्व में 28.38 लाख से अधिक लोग जान गंवा चुके हैं.

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नई दिल्ली: भारत में शनिवार को कोविड-19 के 89,129 नए मामले दर्ज किए गए, जो करीब साढ़े छह महीने में संक्रमण के एक दिन में आए सर्वाधिक मामले हैं. इसके साथ ही देश में संक्रमण के मामले बढ़कर 1.23 करोड़ से अधिक हो गए हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी.

एक दिन में इस महामारी से 714 लोगों की मृत्यु हो जाने से मृतकों की संख्या बढ़कर 164,110 हो गई है. कोविड-19 से एक दिन में मरने वाले लोगों की 21 अक्टूबर के बाद से यह सबसे अधिक संख्या है.

पिछले साल 20 सितंबर के बाद से शनिवार को आए संक्रमण के नए मामले सबसे अधिक हैं. तब 24 घंटे में 92,605 नए मामले आए थे.

आंकड़ों के अनुसार, कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ते मामलों के साथ देश में इस बीमारी का इलाज करा रहे मरीजों की संख्या में भी लगातार 24वें दिन वृद्धि दर्ज की गई है. अब भी 658,909 लोग इस बीमारी का इलाज करा रहे हैं, जो संक्रमण के कुल मामलों का 5.32 प्रतिशत है. स्वस्थ होने वाले लोगों की दर गिरकर 93.36 प्रतिशत हो गई है.

देश में इलाज करा रहे संक्रमितों की सबसे कम संख्या 12 फरवरी को थी, जब 135,926 लोग उपचाराधीन थे और यह संक्रमण के कुल मामलों का 1.25 प्रतिशत था.

स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक इस बीमारी से स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 11,569,241 हो गई है जबकि मृत्यु दर गिरकर 1.32 प्रतिशत हो गई है.

कोरोना वायरस के एक दिन में आने वाले सबसे अधिक मामले पिछले साल सितंबर में आए थे, जब 17 सितंबर को संक्रमण के 97,894 मामले आए, जिसके बाद भारत में संक्रमण के मामले धीरे-धीरे घटने लगे.

 

भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के मुताबिक दो अप्रैल तक 246,959,192 नमूनों की जांच की जा चुकी है, जिसमें से 1,046,605 नमूनों की जांच शुक्रवार को की गई.

बीते 24 घंटे में जिन 714 लोगों की मौत हुई है, उनमें से 481 की महाराष्ट्र, 57 की पंजाब, 43 की छत्तीसगढ़, 16-16 लोगों की उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश, 14-14 लोगों की केरल और दिल्ली, 12 लोगों की तमिलनाडु, 11 की गुजरात और 10 लोगों की मौत हरियाणा में हुई.

देश में इस वैश्विक महामारी से अब तक 164,110 लोगों की मौत हुई है. इनमें से महाराष्ट्र में 55,379, तमिलनाडु में 12,750, कर्नाटक में 12,591, दिल्ली में 11,050, पश्चिम बंगाल में 10,335, उत्तर प्रदेश में 8,836, आंध्र प्रदेश में 7,225 और पंजाब में 6,983 लोगों की मौत हुई.

स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि जिन लोगों की मौत हुई, उनमें से 70 प्रतिशत से अधिक लोगों को अन्य बीमारियां भी थीं.

आंकड़ों के मुताबिक, भारत में कोविड-19 संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 10 लाख से 20 लाख (सात अगस्त को) तक पहुंचने में 21 दिनों का समय लगा था, जबकि 20 से 30 लाख (23 अगस्त को) की संख्या होने में 16 और दिन लगे. हालांकि 30 लाख से 40 लाख (पांच सितंबर) तक पहुंचने में मात्र 13 दिनों का समय लगा है.

वहीं, 40 लाख के बाद 50 लाख (16 सितंबर को) की संख्या को पार करने में केवल 11 दिन लगे. मामलों की संख्या 50 लाख से 60 लाख (28 सितंबर को) होने में 12 दिन लगे थे. 60 से 70 लाख (11 अक्टूबर) होने में इसे 13 दिन लगे. 70 से 80 लाख (29 अक्टूबर को) होने में 19 दिन लगे और 80 से 90 लाख (20 नवंबर को) होने में 13 दिन लगे. 90 लाख से एक करोड़ (19 दिसंबर को) होने में 29 दिन लगे.

देश में 110 दिन में कोविड-19 के मामले एक लाख हुए थे और 59 दिनों में वह 10 लाख के पार चले गए थे.

वायरस के मामले और मौतें

24 घंटे में सामने आए संक्रमण के नए मामलों की बात करें तो दो अप्रैल को 81,466 और एक अप्रैल को 72,330 नए मामले आए थे. ऐसे ही दो अप्रैल को 469 और एक अप्रैल को 459 लोगों की मौत हुई थी.

मार्च में 24 घंटे के दौरान सर्वाधिक 68,020 मामले 29 मार्च को सामने आए थे और महामारी से जान गंवाने वाले लोगों की सर्वाधिक संख्या 31 मार्च को दर्ज की गई. इस दिन 354 लोगों की मौत हुई थी, जो साल 2021 की पहली तिमाही (जनवरी से मार्च) का सर्वाधिक आंकड़ा है.

फरवरी माह में 24 घंटे में संक्रमण के सर्वाधिक 16738 मामले 25 फरवरी को सामने आए थे और इस महीने सर्वाधिक 138 लोगों की मौतें भी इसी तारीख में दर्ज है.

जनवरी में 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 20,346 मामले बीते सात जनवरी को दर्ज किए गए थे. वहीं इस अवधि में सबसे अधिक 264 लोगों की मौत छह जनवरी को हुई थी.

इससे पहले दिसंबर महीने में 24 घंटे के दौरान पांच दिसंबर को संक्रमण के अधिकतम 36,652 मामले सामने आए थे और चार दिसंबर को संक्रमण से अधिकतम 540 लोगों की मौत हुई थी.

नवंबर महीने 24 घंटे के दौरान सात नवंबर को संक्रमण के अधिकतम 50,356 मामले सामने आए थे और पांच नवंबर को संक्रमण से अधिकतम 704 लोगों की मौत हुई थी.

अक्टूबर महीने की बात करें तो एक तारीख को अधिकतम 86,821 और 28 अक्टूबर को न्यूनतम 43,893 मामले 24 घंटे के दौरान सामने आए थे. अक्टूबर में 24 घंटे में मरने वालों की अधिकतम संख्या 1 अक्टूबर को 1,181 थी.

सात सितंबर को 90,802 और 30 सितंबर को 80,472 नए मामले दर्ज किए गए थे. सात से 30 सितंबर के बीच नए मामलों की संख्या घटती बढ़ती रही. इस अवधि में 22 सितंबर को 75,083 (न्यूनतम) और 17 सितंबर को 97,894 (अधिकतम) मामले दर्ज किए गए थे, जो अब तक का सर्वाधिक आंकड़ा भी है.

छह सितंबर को संक्रमण के नए मामले पहली बार 90 हजार (90,632) के पार हो गए थे. 28 अगस्त को पहली बार 70 हजार (75,760) के पार, सात अगस्त को पहली बार 60 हजार (62,538) के पार, 30 जुलाई को पहली बार 50 हजार के पार हो गए थे.

इसी तरह 20 जुलाई को यह पहली बार 40 हजार के पार, 16 जुलाई को पहली बार 30 हजार के पार, 10 जुलाई को पहली बार 25 हजार (26,506) के पार, तीन जुलाई को पहली बार 20 हजार के पार, 21 जून को पहली बार 15 हजार के पार और 20 जून को संक्रमण के नए मामलों की संख्या पहली बार 14 हजार के पार हुई थी.

सितंबर महीने में एक दिन में मरने वालों की बात करें तो एक सितंबर को इनकी संख्या 819 और 29 सितंबर को न्यूनतम 776 थी. इन दो तारीखों के अलावा पूरे महीने हर दिन मरने वालों की संख्या एक हजार से अधिक रही है. 16 सितंबर को 1290 लोगों की जान गई, जो एक दिन में मरने वालों का सर्वाधिक आंकड़ा है.

10 अगस्त से 31 अगस्त तक बीते 24 घंटे या एक दिन में मरने वालों की संख्या 1007 से अधिकतम 1,092 (19 अगस्त का आंकड़ा) के बीच रही. 24 जुलाई से नौ अगस्त के बीच एक दिन या 24 घंटे में मौत का आंकड़ा 700 से लेकर 933 (आठ अगस्त का आंकड़ा) के बीच रहा है. एक जुलाई से 23 जुलाई के बीच यह आंकड़ा 507 से 1,129 के बीच रहा.

11 जून से 30 जून के बीच मरने वालों की संख्या 300 से 500 के अंदर रही है. 22 जून को एक दिन में मरने वालों की संख्या पहली बार 400 से अधिक रही थी. और 11 जून को पहली बार मरने वालों की संख्या 300 के आंकड़े को पार कर गई थी.

दुनियाभर में मामले 13.02 करोड़ से ज़्यादा, 28.38 लाख से अधिक लोगों की मौत

अमेरिका की जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, पूरी दुनिया में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 130,287,985 हो गए हैं और अब तक 2,838,970 लोगों की जान जा चुकी है.

दुनियाभर में महामारी से अमेरिका सबसे अधिक प्रभावित देश है. यहां संक्रमण के अब तक 30,609,693 मामले सामने आए हैं, जबकि मरने वालों की संख्या 554,103 हो चुकी है.

वायरस से सर्वाधिक प्रभावित दूसरे देश ब्राजील में संक्रमण के अब तक 12,910,082 मामले मिले हैं और 328,206 लोग दम तोड़ चुके हैं.

उसके बाद भारत दुनिया में तीसरा सर्वाधिक प्रभावित देश है. भारत के बाद चौथे सर्वाधिक प्रभावित देश फ्रांस में संक्रमण के 4,802,457 मामले आए हैं और 96,438 लोगों ने जान गंवा दी है.

फ्रांस के बाद पांचवें सर्वाधिक प्रभावित देश रूस में संक्रमण के 4,511,973 मामले आए हैं, जबकि 97,986 मरीजों की मौत दर्ज की जा चुकी है.

रूस के बाद छठे सर्वाधिक प्रभावित देश ब्रिटेन में संक्रमण के 4,367,969 मामले आए हैं, जबकि 127,058 मरीजों की मौत के मामले सामने आए हैं.

ब्रिटेन बाद सातवें सर्वाधिक प्रभावित देश इटली में संक्रमण के 3,629,000 मामले सामने आए हैं और 110,328 मौतें हुई हैं.

इटली के बाद आठवें सर्वाधिक प्रभावित देश तुर्की में संक्रमण 3,400,296 मामले दर्ज हुए हैं जबकि 31,892 मौतें हुई हैं. तुर्की के बाद नौवें प्रभावित देश स्पेन में संक्रमण के 3,291,394 मामले सामने आए हैं (शुक्रवार तक) और 75,541 मौतें हुई हैं.

स्पेन के बाद 10वें सर्वाधिक प्रभावित देश जर्मनी में संक्रमण के 2,882,356 मामले सामने आ चुके हैं, जबकि 76,940 लोगों की यह महामारी जान ले चुकी है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)