भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 19,164,969 हो गई है तथा इस महामारी से जान गंवाने वालों का आंकड़ा बढ़कर 211,853 हो गया है. विश्व में संक्रमण के 15.14 करोड़ से ज़्यादा मामले सामने आए हैं और 31.80 लाख से अधिक लोगों की मौत हुई है.
नई दिल्ली: देश में पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण के एक बार फिर सर्वाधिक नए मामले सामने आए हैं. इतना ही नहीं इनकी संख्या पहली बार चार लाख का आंकड़ा पार कर गई.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के शनिवार सुबह आठ बजे अद्यतन किए गए आंकड़ों के अनुसार, कोरोना वायरस संक्रमण के बीते एक दिन में सर्वाधिक 401,993 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 19,164,969 हो गई तथा इस दौरान 3,523 और लोगों की मौत होने के बाद कुल मृतक संख्या बढ़कर 211,853 हो गई है.
देश में संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं और उपचाराधीन लोगों यानी सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 3,268,710 हो गई है, जो संक्रमण के कुल मामलों का 17.06 प्रतिशत है तथा मरीजों के ठीक होने की दर और गिरकर 81.84 प्रतिशत रह गई है.
आंकड़ों के अनुसार, देश में संक्रमण के बाद ठीक हुए लोगों की संख्या बढ़कर 15,684,406 हो गई है और मृत्यु दर 1.11 प्रतिशत है.
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के मुताबिक 30 अप्रैल तक 288,337,385 नमूनों की जांच की गई, जिनमें से 1,945,299 नमूनों की शुक्रवार को जांच की गई.
पिछले 24 घंटे में जिन 3,523 लोगों की मौत हुई है, उनमें से महाराष्ट्र में 828, दिल्ली में 375, उत्तर प्रदेश में 332, छत्तीसगढ़ में 269, कर्नाटक में 217, गुजरात में 173, राजस्थान में 155, उत्तराखंड में 122 और झारखंड में 120, पंजाब और तमिलनाडु से 113-113 लोगों की मौत हुई.
देश में संक्रमण के कारण अब तक कुल 211,853 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें से महाराष्ट्र में 68,813, दिल्ली में 16,147, कर्नाटक में 15,523, तमिलनाडु में 14,046, उत्तर प्रदेश में 12,570, पश्चिम बंगाल में 11,344, पंजाब में 9,022 और छत्तीसगढ़ में 8,581 लोगों की मौत हुई है.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि मृतकों में से 70 प्रतिशत से अधिक लोग किसी न किसी अन्य गंभीर बीमारी से पीड़ित थे.
आंकड़ों के मुताबिक, देश में 110 दिन में कोविड-19 के मामले एक लाख हुए थे और 59 दिनों में वह 10 लाख के पार चले गए थे.
भारत में कोविड-19 संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 10 लाख से 20 लाख (7 अगस्त 2020 को) तक पहुंचने में 21 दिनों का समय लगा था, जबकि 20 से 30 लाख (23 अगस्त 2020) की संख्या होने में 16 और दिन लगे. हालांकि 30 लाख से 40 लाख (5 सितंबर 2020) तक पहुंचने में मात्र 13 दिनों का समय लगा है.
वहीं, 40 लाख के बाद 50 लाख (16 सितंबर 2020) की संख्या को पार करने में केवल 11 दिन लगे. मामलों की संख्या 50 लाख से 60 लाख (28 सितंबर 2020 को) होने में 12 दिन लगे थे. 60 से 70 लाख (11 अक्टूबर 2020) होने में इसे 13 दिन लगे. 70 से 80 लाख (29 अक्टूबर को 2020) होने में 19 दिन लगे और 80 से 90 लाख (20 नवंबर 2020 को) होने में 13 दिन लगे. 90 लाख से एक करोड़ (19 दिसंबर 2020 को) होने में 29 दिन लगे.
इसके 107 दिन बाद यानी पांच अप्रैल को मामले सवा करोड़ से अधिक हो गए, लेकिन संक्रमण के मामले डेढ़ करोड़ से अधिक होने में महज 15 दिन (19 अप्रैल को) का वक्त लगा.
अप्रैल अब तक सर्वाधिक घातक महीना
कोरोना वायरस संक्रमण के लिहाज से बात करें तो देश में अप्रैल का महीना अब तक सबसे घातक साबित हुआ है. इस महीने में संक्रमण के नए मामलों ने सिर्फ एक या दो दिन ही गिरावट दर्ज की, वरना लगभग हर दिन रिकॉर्ड मामले दर्ज किए गए.
बीते 24 घंटे के दौरान नए मामलों की सर्वाधिक संख्या बीते 30 अप्रैल को 386,452 दर्ज की गई और इस अवधि में जान गंवाने वालों की सर्वाधिक 3,645 संख्या 29 अप्रैल को रही है. देश में वायरस के संक्रमण के बाद एक दिन में मरने वालों का ये अब तक का सर्वाधिक आंकड़ा भी है.
इस महीने में 22 अप्रैल से 30 अप्रैल तक एक दिन में संक्रमण के तीन लाख से अधिक मामले दर्ज किए गए. 15 अप्रैल से लेकर 21 अप्रैल के बीच हर दिन दो लाख से अधिक मामले दर्ज किए गए और पांच अप्रैल से 14 अप्रैल तक (सिर्फ छह अप्रैल को 96,982 मामले आए थे) एक लाख से अधिक मामले दर्ज किए.
अप्रैल में एक दिन में मरने वालों की संख्या की बात करें तो 28 से 30 अप्रैल तक हर दिन 3,000 से अधिक लोगों की जान गई. 21 से 27 अप्रैल के बीच हर दिन 2,000 से अधिक लोगों की मौत हुई और 12 से 20 अप्रैल तक हर दिन 1,000 से अधिक लोगों ने दम तोड़ा था.
वायरस के मामले और मौतें
मार्च में 24 घंटे के दौरान सर्वाधिक 68,020 मामले 29 मार्च को सामने आए थे और महामारी से जान गंवाने वाले लोगों की सर्वाधिक संख्या 31 मार्च को दर्ज की गई. इस दिन 354 लोगों की मौत हुई थी, जो साल 2021 की पहली तिमाही (जनवरी से मार्च) का सर्वाधिक आंकड़ा है.
फरवरी माह में 24 घंटे में संक्रमण के सर्वाधिक 16738 मामले 25 फरवरी को सामने आए थे और इस महीने सर्वाधिक 138 लोगों की मौतें भी इसी तारीख में दर्ज है.
जनवरी में 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 20,346 मामले बीते सात जनवरी को दर्ज किए गए थे. वहीं इस अवधि में सबसे अधिक 264 लोगों की मौत छह जनवरी को हुई थी.
इससे पहले दिसंबर महीने में 24 घंटे के दौरान पांच दिसंबर को संक्रमण के अधिकतम 36,652 मामले सामने आए थे और चार दिसंबर को संक्रमण से अधिकतम 540 लोगों की मौत हुई थी.
नवंबर महीने 24 घंटे के दौरान सात नवंबर को संक्रमण के अधिकतम 50,356 मामले सामने आए थे और पांच नवंबर को संक्रमण से अधिकतम 704 लोगों की मौत हुई थी.
अक्टूबर महीने की बात करें तो एक तारीख को अधिकतम 86,821 और 28 अक्टूबर को न्यूनतम 43,893 मामले 24 घंटे के दौरान सामने आए थे. अक्टूबर में 24 घंटे में मरने वालों की अधिकतम संख्या 1 अक्टूबर को 1,181 थी.
सात सितंबर को 90,802 और 30 सितंबर को 80,472 नए मामले दर्ज किए गए थे. सात से 30 सितंबर के बीच नए मामलों की संख्या घटती बढ़ती रही. इस अवधि में 22 सितंबर को 75,083 (न्यूनतम) और 17 सितंबर को 97,894 (अधिकतम) मामले दर्ज किए गए थे.
छह सितंबर को संक्रमण के नए मामले पहली बार 90 हजार (90,632) के पार हो गए थे. 28 अगस्त को पहली बार 70 हजार (75,760) के पार, सात अगस्त को पहली बार 60 हजार (62,538) के पार, 30 जुलाई को पहली बार 50 हजार के पार हो गए थे.
इसी तरह 20 जुलाई को यह पहली बार 40 हजार के पार, 16 जुलाई को पहली बार 30 हजार के पार, 10 जुलाई को पहली बार 25 हजार (26,506) के पार, तीन जुलाई को पहली बार 20 हजार के पार, 21 जून को पहली बार 15 हजार के पार और 20 जून को संक्रमण के नए मामलों की संख्या पहली बार 14 हजार के पार हुई थी.
सितंबर महीने में एक दिन में मरने वालों की बात करें तो एक सितंबर को इनकी संख्या 819 और 29 सितंबर को न्यूनतम 776 थी. इन दो तारीखों के अलावा पूरे महीने हर दिन मरने वालों की संख्या एक हजार से अधिक रही है. 16 सितंबर को 1290 लोगों की जान गई, जो बीते साल को सर्वाधिक आंकड़ा है.
10 अगस्त से 31 अगस्त तक बीते 24 घंटे या एक दिन में मरने वालों की संख्या 1007 से अधिकतम 1,092 (19 अगस्त का आंकड़ा) के बीच रही. 24 जुलाई से नौ अगस्त के बीच एक दिन या 24 घंटे में मौत का आंकड़ा 700 से लेकर 933 (आठ अगस्त का आंकड़ा) के बीच रहा है. एक जुलाई से 23 जुलाई के बीच यह आंकड़ा 507 से 1,129 के बीच रहा.
11 जून से 30 जून के बीच मरने वालों की संख्या 300 से 500 के अंदर रही है. 22 जून को एक दिन में मरने वालों की संख्या पहली बार 400 से अधिक रही थी. और 11 जून को पहली बार मरने वालों की संख्या 300 के आंकड़े को पार कर गई थी.
दुनियाभर में मामले 15.14 करोड़ से ज़्यादा, 31.80 लाख से अधिक लोगों की मौत
अमेरिका की जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, पूरी दुनिया में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 151,472,772 हो गए हैं और अब तक 3,180,688 लोगों की जान जा चुकी है.
दुनियाभर में महामारी से अमेरिका सबसे अधिक प्रभावित देश है. यहां संक्रमण के अब तक 32,345,697 मामले सामने आए हैं, जबकि मरने वालों की संख्या 576,232 हो चुकी है.
संक्रमण से दूसरा प्रभावित देश भारत है. भारत के बाद तीसरे संक्रमण प्रभावित देश ब्राजील में संक्रमण के अब तक 14,659,011 मामले मिले हैं और 403,781 लोग दम तोड़ चुके हैं.
ब्राजील के बाद चौथे सर्वाधिक प्रभावित देश फ्रांस में संक्रमण के 5,677,835 मामले आए हैं और 104,675 लोगों ने जान गंवा दी है. फ्रांस के बाद पांचवें सर्वाधिक प्रभावित देश तुर्की में संक्रमण के 4,820,591 मामले आए हैं, जबकि 40,131 मरीजों की मौत दर्ज की जा चुकी है.
तुर्की के बाद छठे सर्वाधिक प्रभावित देश रूस में संक्रमण 4,750,755 के नए मामले दर्ज हुए हैं और 108,290 लोग जान गंवा चुके हैं.
रूस बाद सातवें सर्वाधिक प्रभावित देश ब्रिटेन में संक्रमण के 4,432,246 मामले सामने आए हैं और 127,755 मौतें हुई हैं. ब्रिटेन के बाद आठवें सर्वाधिक प्रभावित देश इटली में संक्रमण 4,022,653 मामले दर्ज हुए हैं जबकि 120,807 मौतें हुई हैं.
इटली के बाद नौवें प्रभावित देश स्पेन में संक्रमण के 3,524,077 मामले सामने आए हैं और 78,216 मौतें हुई हैं. स्पेन के बाद 10वें सर्वाधिक प्रभावित देश जर्मनी में संक्रमण के 3,405,365 मामले सामने आ चुके हैं, जबकि 83,098 लोगों की यह महामारी जान ले चुकी है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)