भारत में कोविड-19 संक्रमण के कुल मामले 3,39,53,475 हो गए हैं, जबकि 4,50,589 लोग इस महामारी की चपेट में आकर दम तोड़ चुके हैं. विश्व में संक्रमण का आंकड़ा 23.75 करोड़ से अधिक हो गया है और अब तक 48.47 लाख से अधिक लोगों की मौत हुई है.
नई दिल्ली: देश में एक दिन में कोविड-19 के 18,166 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमण के कुल मामले 3,39,53,475 हो गए, वहीं उपचाराधीन मरीजों यानी सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 2,30,971 रह गई, जो 208 दिनों में सबसे कम है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को यह जानकारी दी.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा सुबह आठ बजे तक जारी अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे में संक्रमण से 214 और मरीजों की मौत के बाद मृतक संख्या 4,50,589 हो गई है.
अमेरिका की जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, इस बीच पूरी दुनिया में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 23,75,85,783 हो गए हैं और अब तक 48,47,812 लोगों की जान जा चुकी है.
भारत में संक्रमण के दैनिक मामले लगातार 16वें दिन 30,000 से कम है.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि उपचाराधीन मरीजों की संख्या संक्रमण के कुल मामलों का 0.68 प्रतिशत है, जो मार्च 2020 के बाद से सबसे कम है. वहीं, कोविड-19 से स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर 97.99 प्रतिशत दर्ज की गई, जो मार्च 2020 के बाद से सबसे अधिक है.
मंत्रालय ने बताया कि पिछले 24 घंटों में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 5,672 की कमी आई है. शनिवार को कम से कम 12,83,212 नमूनों की जांच की गई, जिससे देश में अब तक हुई जांच संख्या बढ़कर 58,25,95,693 हो गई है.
दैनिक संक्रमण दर 1.42 प्रतिशत दर्ज की गई. यह पिछले 41 दिनों से तीन प्रतिशत से कम रही है. साप्ताहिक संक्रमण दर 1.57 प्रतिशत दर्ज की गई, जो पिछले 107 दिनों से तीन प्रतिशत से कम है.
इस बीमारी से उबरने वाले मरीजों की संख्या बढ़कर 3,32,71,915 हो गई है जबकि मृत्यु दर 1.33 प्रतिशत है.
मंत्रालय ने बताया कि राष्ट्रव्यापी कोविड-19 टीकाकरण अभियान के तहत टीकों की अब तक दी गईं खुराकें 94.70 करोड़ का आंकड़ा पार कर चुकी हैं.
आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में जिन 214 मरीजों की मौत हुई है, उनमें से 101 की केरल में और 44 की मौत महाराष्ट्र में हुई.
देश में इस महामारी से 4,50,375 लोगों की मौत हो चुकी है. इनमें से महाराष्ट्र में 1,39,514 लोगों ने, कर्नाटक में 37,875 ने, तमिलनाडु में 35,768 ने, केरल में 26,173 ने, दिल्ली में 25,088 ने, उत्तर प्रदेश में 22,896 ने और पश्चिम बंगाल में 18,894 लोगों ने जान गंवाई.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अब तक जिन लोगों की संक्रमण से मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं.
आंकड़ों के मुताबिक, देश में 110 दिन में कोविड-19 के मामले एक लाख हुए थे और 59 दिनों में वह 10 लाख के पार चले गए थे.
भारत में कोविड-19 संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 10 लाख से 20 लाख (7 अगस्त 2020 को) तक पहुंचने में 21 दिनों का समय लगा था, जबकि 20 से 30 लाख (23 अगस्त 2020) की संख्या होने में 16 और दिन लगे. हालांकि 30 लाख से 40 लाख (5 सितंबर 2020) तक पहुंचने में मात्र 13 दिनों का समय लगा है.
वहीं, 40 लाख के बाद 50 लाख (16 सितंबर 2020) की संख्या को पार करने में केवल 11 दिन लगे. मामलों की संख्या 50 लाख से 60 लाख (28 सितंबर 2020 को) होने में 12 दिन लगे थे. इसे 60 से 70 लाख (11 अक्टूबर 2020) होने में 13 दिन लगे. 70 से 80 लाख (29 अक्टूबर को 2020) होने में 19 दिन लगे और 80 से 90 लाख (20 नवंबर 2020 को) होने में 13 दिन लगे. 90 लाख से एक करोड़ (19 दिसंबर 2020 को) होने में 29 दिन लगे थे.
इसके 107 दिन बाद यानी पांच अप्रैल को मामले सवा करोड़ से अधिक हो गए, लेकिन संक्रमण के मामले डेढ़ करोड़ से अधिक होने में महज 15 दिन (19 अप्रैल को) का वक्त लगा और फिर सिर्फ 15 दिनों बाद चार मई को गंभीर स्थिति में पहुंचते हुए आंकड़ा 1.5 करोड़ से दो करोड़ के पार चला गया. चार मई के बाद करीब 50 दिनों में 23 जून को संक्रमण के मामले तीन करोड़ से पार चले गए थे.
मई रहा अब तक का सबसे घातक महीना
भारत में अकेले मई में कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान कोरोना वायरस के 92,87,158 से अधिक मामले सामने आए थे, जो एक महीने में दर्ज किए गए संक्रमण के सर्वाधिक मामले हैं. इस तरह यह महीना इस महामारी के दौरान सबसे खराब और घातक महीना रहा था.
मई में इस बीमारी के चलते 1,20,833 लोगों की जान भी गई थी.
सात मई को 24 घंटे में अब तक कोविड-19 के सर्वाधिक 4,14,188 मामले सामने आए थे और 19 मई को सबसे अधिक 4,529 मरीजों ने अपनी जान गंवाई थी.
रोजाना नए मामले 17 मई से 24 मई तक तीन लाख से नीचे रहे और फिर 25 मई से 31 मई तक दो लाख से नीचे रहे थे. देश में 10 मई को सर्वाधिक 3,745,237 मरीज उपचाररत थे.
वायरस के मामले और मौतें
अक्टूबर महीने में बीते एक दिन या 24 घंटे के दौरान सामने आए संक्रमण के नए मामलों की बात करें तो बीते नौ अक्टूबर को 19,740, आठ अक्टूबर को 21,257, सात अक्टूबर को 22,431, छह अक्टूबर को 18,833, पांच अक्टूबर को 18,346, चार अक्टूबर को 20,799, तीन अक्टूबर को 22,842, दो अक्टूबर को 24,354 और एक अक्टूबर को 26,727 नए मामले आए थे.
सितंबर महीने में बीते एक दिन या 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 47,092 मामले दो सितंबर को सामने आए, जबकि दो सितंबर को ही सर्वाधिक 509 लोगों की जान गई थी.
अगस्त महीने में बीते 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 46,759 मामले 28 अगस्त को दर्ज किए गए और इस अवधि में सर्वाधिक 648 लोगों की मौत 25 अगस्त को दर्ज की गई थी.
जून महीने में बीते 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक मामले तीन जून को 1,34,154 आए थे और इस अवधि में मौत के सर्वाधिक 6,148 मामले (बिहार द्वारा आंकड़ों में संशोधन किए जाने के बाद) 10 जून को सामने आए थे.
अप्रैल महीने में बीते 24 घंटे के दौरान सर्वाधिक 3,86,452 नए मामले 30 तरीख को दर्ज किए गए थे, जबकि सबसे अधिक 3,645 लोगों की मौत 29 तारीख को हुई थी.
मार्च में 24 घंटे के दौरान सर्वाधिक 68,020 मामले 29 मार्च को सामने आए थे और महामारी से जान गंवाने वाले लोगों की सर्वाधिक संख्या 31 मार्च को दर्ज की गई. इस दिन 354 लोगों की मौत हुई थी, जो साल 2021 की पहली तिमाही (जनवरी से मार्च) का सर्वाधिक आंकड़ा है.
फरवरी माह में 24 घंटे में संक्रमण के सर्वाधिक 16,738 मामले 25 फरवरी को सामने आए थे और इस महीने सर्वाधिक 138 लोगों की मौतें भी इसी तारीख में दर्ज है.
जनवरी में 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 20,346 मामले बीते सात जनवरी को दर्ज किए गए थे. वहीं इस अवधि में सबसे अधिक 264 लोगों की मौत छह जनवरी को हुई थी.
पिछले साल छह सितंबर को संक्रमण के नए मामले पहली बार 90 हजार (90,632) के पार हो गए थे. 28 अगस्त को पहली बार 70 हजार (75,760) के पार, सात अगस्त को पहली बार 60 हजार (62,538) के पार, 30 जुलाई को पहली बार 50 हजार के पार हो गए थे.
इसी तरह पिछले साल 20 जुलाई को यह पहली बार 40 हजार के पार, 16 जुलाई को पहली बार 30 हजार के पार, 10 जुलाई को पहली बार 25 हजार (26,506) के पार, तीन जुलाई को पहली बार 20 हजार के पार, 21 जून को पहली बार 15 हजार के पार और 20 जून को संक्रमण के नए मामलों की संख्या पहली बार 14 हजार के पार हुई थी.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)