भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 3,45,35,763 हो गई है और अब तक 4,66,584 लोगों की जान जा चुकी है. विश्व में संक्रमण के 25.88 करोड़ से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं और लोगों की मौत का आंकड़ा 51.66 लाख से अधिक पहुंच गया है.
नई दिल्ली: भारत में कोविड-19 के 9,283 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 3,45,35,763 हो गई जबकि उपचाराधीन मरीजों यानी सक्रिय मामलों की संख्या कम होकर 1,11,481 रह गई, जो 537 दिनों में सबसे कम है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के बुधवार को सुबह आठ बजे तक जारी अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे में 437 मरीजों के जान गंवाने से मृतकों की संख्या बढ़कर 4,66,584 पर पहुंच गई.
अमेरिका की जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, इस बीच पूरी दुनिया में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 25,88,31,527 हो गए हैं और अब तक 51,66,668 लोगों की जान जा चुकी है.
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के दैनिक मामले लगातार 47वें दिन 20,000 से कम और लगातार 150वें दिन 50,000 से कम हैं.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि उपचाराधीन मरीजों की संख्या संक्रमण के कुल मामलों का 0.32 प्रतिशत है, जो मार्च 2020 के बाद से सबसे कम है, जबकि कोविड-19 से स्वस्थ होने वाले मरीजों की दर 98.33 प्रतिशत दर्ज की गई है, जो मार्च 2020 के बाद से सबसे अधिक है.
पिछले 24 घंटों में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 2,103 की कमी दर्ज की गई है.
आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण की दैनिक दर 0.80 प्रतिशत दर्ज की गई और यह पिछले 51 दिनों से दो प्रतिशत से भी कम है.साप्ताहिक संक्रमण दर भी 0.93 प्रतिशत दर्ज की गई, जो पिछले 61 दिनों से दो प्रतिशत से कम है.
इस बीमारी से उबरने वाले मरीजों की संख्या बढ़कर 3,39,57,698 हो गई है, जबकि मृत्यु दर 1.35 प्रतिशत दर्ज की गई. देशव्यापी कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान के तहत अभी 118.44 करोड़ खुराक दी जा चुकी है.
देश में पिछले 24 घंटे में जिन 437 और मरीजों की मौत हुई है, उनमें से 370 की मौत केरल में और 19 की महाराष्ट्र में हुई.
केरल पिछले कुछ समय से कोविड-19 से जान गंवाने वाले लोगों की संख्या का मिलान कर रहा है. केरल सरकार की मंगलवार को जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, 370 मौतों में से 57 मरीजों की मौत पिछले कुछ दिनों में हुई और मौत के 313 मामलों को केंद्र तथा उच्चतम न्यायालय के नए दिशानिर्देशों के आधार पर कोविड-19 से मौत के मामलों में जोड़ा गया है.
आंकड़ों के मुताबिक, इस महामारी से देश में अब तक 4,66,584 लोग जान गंवा चुके हैं, जिनमें से 1,40,766 लोगों की मौत महाराष्ट्र में, 38,182 लोगों की मौत कर्नाटक में, 38,045 लोगों की मौत केरल में, 36,401 लोगों की मौत तमिलनाडु में, 25,095 लोगों की मौत दिल्ली में, 22,909 लोगों की मौत उत्तर प्रदेश में और 19,407 लोगों की मौत पश्चिम बंगाल में हुई.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की कोरोना वायरस संक्रमण से मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं.
आंकड़ों के मुताबिक, देश में 110 दिन में कोविड-19 के मामले एक लाख हुए थे और 59 दिनों में वह 10 लाख के पार चले गए थे.
भारत में कोविड-19 संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 10 लाख से 20 लाख (7 अगस्त 2020 को) तक पहुंचने में 21 दिनों का समय लगा था, जबकि 20 से 30 लाख (23 अगस्त 2020) की संख्या होने में 16 और दिन लगे. हालांकि 30 लाख से 40 लाख (5 सितंबर 2020) तक पहुंचने में मात्र 13 दिनों का समय लगा है.
वहीं, 40 लाख के बाद 50 लाख (16 सितंबर 2020) की संख्या को पार करने में केवल 11 दिन लगे. मामलों की संख्या 50 लाख से 60 लाख (28 सितंबर 2020 को) होने में 12 दिन लगे थे. इसे 60 से 70 लाख (11 अक्टूबर 2020) होने में 13 दिन लगे. 70 से 80 लाख (29 अक्टूबर को 2020) होने में 19 दिन लगे और 80 से 90 लाख (20 नवंबर 2020 को) होने में 13 दिन लगे. 90 लाख से एक करोड़ (19 दिसंबर 2020 को) होने में 29 दिन लगे थे.
इसके 107 दिन बाद यानी पांच अप्रैल को मामले सवा करोड़ से अधिक हो गए, लेकिन संक्रमण के मामले डेढ़ करोड़ से अधिक होने में महज 15 दिन (19 अप्रैल को) का वक्त लगा और फिर सिर्फ 15 दिनों बाद चार मई को गंभीर स्थिति में पहुंचते हुए आंकड़ा 1.5 करोड़ से दो करोड़ के पार चला गया. चार मई के बाद करीब 50 दिनों में 23 जून को संक्रमण के मामले तीन करोड़ से पार चले गए थे.
मई रहा अब तक का सबसे घातक महीना
भारत में अकेले मई में कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान कोरोना वायरस के 92,87,158 से अधिक मामले सामने आए थे, जो एक महीने में दर्ज किए गए संक्रमण के सर्वाधिक मामले हैं. इस तरह यह महीना इस महामारी के दौरान सबसे खराब और घातक महीना रहा था.
सात मई को 24 घंटे में अब तक कोविड-19 के सर्वाधिक 4,14,188 मामले सामने आए थे और 19 मई को सबसे अधिक 4,529 मरीजों ने अपनी जान गंवाई थी.
रोजाना नए मामले 17 मई से 24 मई तक तीन लाख से नीचे रहे और फिर 25 मई से 31 मई तक दो लाख से नीचे रहे थे. देश में 10 मई को सर्वाधिक 3,745,237 मरीज उपचाररत थे.
वायरस के मामले और मौतें
नवंबर महीने में बीते एक दिन या 24 घंटे के दौरान सामने आए संक्रमण के नए मामलों की बात करें तो 23 नवंबर को 7,579, 22 नवंबर को 8,488, 21 नवंबर को 10,488, 20 नवंबर को 10,302, 19 नवंबर को 11,106, 18 नवंबर को 11,919, 17 नवंबर को 10,197, 16 नवंबर को 8,865, 15 नवंबर को 10,229, 14 नवंबर को 11,271, 13 नवंबर को 11,850, 12 नवंबर को 12,516, 11 नवंबर को 13,091, 10 नवंबर को 11,466, नौ नवंबर को 10,126,आठ नवंबर को 11,451, सात नवंबर को 10,853, छह नवंबर को 10,929, पांच नवंबर को 12,729, चार नवंबर को 12,885, तीन नवंबर को 11,903, दो नवंबर को 10,423 और एक नवंबर को 12,514 नए मामले आए थे.
इसी तरह 24 घंटे में जान गंवाने वाले लोगों की बात करें तो बीते 23 नवंबर को 236, 22 नवंबर को 249, 21 नवंबर को 313, 20 नवंबर को 267, 19 नवंबर को 459, 18 नवंबर को 470, 17 नवंबर को 301, 16 नवंबर को 197, 15 नवंबर को 125, 14 नवंबर को 285, 13 नवंबर को 555, 12 नवंबर को 501, नवंबर को 340, 10 नवंबर को 460, नौ नवंबर को 332, आठ नवंबर को 266, सात नवंबर को 526, छह नवंबर को 392, पांच नवंबर को 221, चार नवंबर को 461, तीन नवंबर को 311, दो नवंबर को 433 और एक नवंबर 251 लोगों की मौत हुई थी.
अक्टूबर महीने में बीते एक दिन या 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 26,727 नए मामले एक अक्टूबर को और केरल में आंकड़ों के पुन:मिलान के बाद सर्वाधिक 805 लोगों की मौत 29 अक्टूबर को हुई थी.
सितंबर महीने में बीते एक दिन या 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 47,092 मामले दो सितंबर को सामने आए, जबकि दो सितंबर को ही सर्वाधिक 509 लोगों की जान गई थी.
अगस्त महीने में बीते 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 46,759 मामले 28 अगस्त को दर्ज किए गए और इस अवधि में सर्वाधिक 648 लोगों की मौत 25 अगस्त को दर्ज की गई थी.
जुलाई महीने में बीते 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 48,786 मामले एक जुलाई को सामने आए और एक दिन में मौत के सर्वाधिक 3,998 मामले (महाराष्ट्र द्वारा आंकड़ों में संशोधन किए जाने के बाद) 21 जुलाई को दर्ज किए गए थे.
जून महीने में बीते 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक मामले तीन जून को 1,34,154 आए थे और इस अवधि में मौत के सर्वाधिक 6,148 मामले (बिहार द्वारा आंकड़ों में संशोधन किए जाने के बाद) 10 जून को सामने आए थे.
अप्रैल महीने में बीते 24 घंटे के दौरान सर्वाधिक 3,86,452 नए मामले 30 तरीख को दर्ज किए गए थे, जबकि सबसे अधिक 3,645 लोगों की मौत 29 तारीख को हुई थी.
मार्च में 24 घंटे के दौरान सर्वाधिक 68,020 मामले 29 मार्च को सामने आए थे और महामारी से जान गंवाने वाले लोगों की सर्वाधिक संख्या 31 मार्च को दर्ज की गई. इस दिन 354 लोगों की मौत हुई थी, जो साल 2021 की पहली तिमाही (जनवरी से मार्च) का सर्वाधिक आंकड़ा है.
फरवरी माह में 24 घंटे में संक्रमण के सर्वाधिक 16,738 मामले 25 फरवरी को सामने आए थे और इस महीने सर्वाधिक 138 लोगों की मौतें भी इसी तारीख में दर्ज है.
जनवरी में 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 20,346 मामले बीते सात जनवरी को दर्ज किए गए थे. वहीं इस अवधि में सबसे अधिक 264 लोगों की मौत छह जनवरी को हुई थी.
पिछले साल छह सितंबर को संक्रमण के नए मामले पहली बार 90 हजार (90,632) के पार हो गए थे. 28 अगस्त को पहली बार 70 हजार (75,760) के पार, सात अगस्त को पहली बार 60 हजार (62,538) के पार, 30 जुलाई को पहली बार 50 हजार के पार हो गए थे.
इसी तरह पिछले साल 20 जुलाई को यह पहली बार 40 हजार के पार, 16 जुलाई को पहली बार 30 हजार के पार, 10 जुलाई को पहली बार 25 हजार (26,506) के पार, तीन जुलाई को पहली बार 20 हजार के पार, 21 जून को पहली बार 15 हजार के पार और 20 जून को संक्रमण के नए मामलों की संख्या पहली बार 14 हजार के पार हुई थी.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)