केरल के कन्नूर में मस्जिद को भेजा गया पुलिस नोटिस अनुचित: मुख्यमंत्री कार्यालय

निलंबित भाजपा नेताओं द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी को लेकर देश में उपजे विवाद के बीच केरल के कन्नूर ज़िले की एक मस्जिद को मय्यिल पुलिस स्टेशन के एसएचओ ने नोटिस जारी कर कहा था कि कोई भी नफ़रती भाषण नहीं होना चाहिए, जो क्षेत्र में सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ता हो. ऐसा भाषण देने वालों के ख़िलाफ़ कार्रवाई की जाएगी.

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New Delhi: Kerala CM Pinarayi Vijayan during a press conference in New Delhi on Saturday,June 23,2018.( PTI Photo/ Atul Yadav)(PTI6_23_2018_000063B)
केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन. (फोटो: पीटीआई)

निलंबित भाजपा नेताओं द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी को लेकर देश में उपजे विवाद के बीच केरल के कन्नूर ज़िले की एक मस्जिद को मय्यिल पुलिस स्टेशन के एसएचओ ने नोटिस जारी कर कहा था कि कोई भी नफ़रती भाषण नहीं होना चाहिए, जो क्षेत्र में सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ता हो. ऐसा भाषण देने वालों के ख़िलाफ़ कार्रवाई की जाएगी.

New Delhi: Kerala CM Pinarayi Vijayan during a press conference in New Delhi on Saturday,June 23,2018.( PTI Photo/ Atul Yadav)(PTI6_23_2018_000063B)
केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन. (फोटो: पीटीआई)

तिरुवनंतपुरम: केरल सरकार ने बुधवार को स्पष्ट किया कि उसे नहीं लगता कि राज्य की मस्जिदों में कोई सांप्रदायिक दुष्प्रचार किया जा रहा है. साथ ही उसने कन्नूर जिले की जामा मस्जिद को पुलिस द्वारा जारी नोटिस को ‘अनुचित’ करार दिया, जिसमें मस्जिद को जुमे की नमाज के दौरान ‘सांप्रदायिक रूप से विभाजनकारी’ उपदेश देने से बचने के लिए कहा गया था.

मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया है कि ऐसा कोई भी नोटिस पूरी तरह अनुचित और लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) सरकार के रुख के विपरीत है.

सीएमओ ने कहा कि मय्यिल थाने के प्रभारी ने सरकारी नीति को समझे बिना गलत नोटिस जारी किया और राज्य के पुलिस प्रमुख ने इस घटना को लेकर उन्हें पद से हटा दिया है.

इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, मय्यिल पुलिस स्टेशन के एसएचओ बीजू प्रकाश ने पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी के विवाद के मद्देनजर देश में व्याप्त स्थिति की पृष्ठभूमि में एक स्थानीय मस्जिद समिति को नोटिस जारी किया था. इसने कहा कि कोई भी नफरती भाषण नहीं होनी चाहिए, जो क्षेत्र में सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ती है.

एसएचओ ने नोटिस में कहा कि इस तरह के भाषण देने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. हालांकि, इस नोटिस का विभिन्न मुस्लिम संगठनों ने विरोध किया था.

विपक्ष द्वारा पुलिस के इस कदम का विरोध किए जाने के बाद सीएमओ की तरफ से यह बयान जारी किया गया है.

केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) के उपाध्यक्ष वीटी बलराम ने हाल में एक मंदिर में वरिष्ठ नेता पीसी जॉर्ज के कथित नफरती भाषण का जिक्र करते हुए सवाल पूछा था कि क्या एलडीएफ सरकार नफरत फैलने वालों पर लगाम लगाने के लिए मंदिर समितियों को भी नोटिस जारी करेगी.

मुख्यमंत्री कार्यालय ने नोटिस के संबंध में सरकार के खिलाफ दुष्प्रचार किए जाने का दावा करते हुए अपने बयान में कहा कि ऐसे समय में जब निहित स्वार्थी लोग कथित तौर पर राज्य में सांप्रदायिक तनाव पैदा करने की कोशिश कर रहे है, विभिन्न धर्मों, धार्मिक संस्थानों और आम जनता के बीच मित्रता और शांति को बनाए रखना महत्वपूर्ण है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)