यूपी: लखीमपुर खीरी में पेड़ पर फंदे से लटकते मिले दो नाबालिग लड़कियों के शव, छह गिरफ़्तार

लखीमपुर खीरी ज़िले के निघासन क्षेत्र में बुधवार शाम एक खेत में 17 और 15 वर्षीय दो सगी बहनों के शव पेड़ पर फंदे से लटके मिले थे. वे दलित समुदाय की थीं. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आया है कि उन्हें फांसी पर लटकाने से पहले उनके साथ बलात्कार कर उनका गला घोंटा गया था.

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लखीमपुर खीरी में कथित बलात्कार और हत्या की दो नाबालिग दलित बहनों में से एक के पोस्टमार्टम के दौरान एक मुर्दाघर के बाहर सुरक्षाकर्मी. (फोटो: पीटीआई)

लखीमपुर खीरी ज़िले के निघासन क्षेत्र में बुधवार शाम एक खेत में 17 और 15 वर्षीय दो सगी बहनों के शव पेड़ पर फंदे से लटके मिले थे. वे दलित समुदाय की थीं. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आया है कि उन्हें फांसी पर लटकाने से पहले उनके साथ बलात्कार कर उनका गला घोंटा गया था.

लखीमपुर खीरी में कथित बलात्कार के बाद मारी गईं दो बहनों में से एक के पोस्टमार्टम के दौरान मुर्दाघर के बाहर सुरक्षाकर्मी. (फोटो: पीटीआई)

लखीमपुर खीरी: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले के निघासन क्षेत्र में बुधवार शाम एक खेत में 17 और 15 वर्षीय दो सगी बहनों के शव पेड़ पर फंदे से लटकते मिले. दोनों लड़कियां दलित समुदाय की थीं. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उनके साथ बलात्कार और गला दबाकर हत्या करने की पुष्टि हुई है.

इस घटना के विरोध में स्थानीय ग्रामीणों ने निघासन चौराहे पर रास्ता जाम कर प्रदर्शन किया. लड़कियों की मां ने पड़ोस के गांव के रहने वाले तीन युवकों पर उसकी बेटियों को अगवा कर उनकी हत्या करने का आरोप लगाया है.

पुलिस सूत्रों ने बताया कि बुधवार की शाम निघासन कोतवाली क्षेत्र के एक गांव से कुछ दूरी पर गन्ने के खेत में पेड़ पर फंदे से लटकते दो किशोरियों के शव मिले. उन्होंने बताया कि दोनों लड़कियां दलित समुदाय की हैं.

इस घटना के विरोध में स्थानीय ग्रामीणों ने निघासन चौराहे पर रास्ता जाम कर प्रदर्शन किया. पुलिस अधीक्षक (एसपी) संजीव सुमन और अपर पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह बड़ी संख्या में पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और नाराज ग्रामीणों को उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया.

सूत्रों ने बताया कि मृत लड़कियों की मां का आरोप है कि पड़ोस के गांव के रहने वाले तीन युवकों ने उसकी बेटियों को उनकी झोपड़ी के पास से अगवा करने के बाद उनकी हत्या कर दी.

टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, एसपी संजीव सुमन ने गुरुवार को बताया, ‘पोस्टमार्टम और अन्य औपचारिकताओं के बाद शव परिवार को सौंप दिए गए हैं.’

इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, मीडिया से बात करते हुए पीड़िता की मां ने बताया कि दोपहर करीब दो बजे वह अपनी बेटियों के साथ घर के बाहर बैठी थीं. उन्होंने कहा, ‘मैं किसी काम से घर के अंदर गई थी. लौटने पर मैंने देखा कि तीन युवक मेरी बेटियों को जबरन मोटरसाइकिल पर ले जा रहे हैं. मैं मोटरसाइकिल के पीछे भागी लेकिन उन्हें पकड़ने में नाकाम रही.’

उसने आरोप लगाया कि सफेद और पीले रंग की शर्ट में दो युवकों ने उसकी बेटियों को मोटरसाइकिल पर खींच लिया था.

इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, पुलिस ने कहा कि छह आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और उन पर यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम (पॉक्सो), 2012 की धाराओं के तहत आरोप लगाया गया है. पुलिस ने यह भी बताया कि एक आरोपी को मुठभेड़ के बाद पकड़ा गया.

पुलिस ने छह आरोपियों की पहचान – छोटू, जुनैद, सुहैल, हाफिजुल रहमान, करीमुद्दीन और आरिफ के रूप में की है.

लखीमपुर खीरी के एसपी संजय कुमार ने कहा, ‘सभी आरोपी और लड़कियां एक ही गांव के हैं. चेतराम का बेटा छोटू पहले से लड़कियों को जानता था और उसने ही तीनों आरोपियों से लड़कियों का परिचय कराया था. बाद में जब लड़कियों ने उन पर शादी के लिए दबाव करना शुरू किया, तो आरोपियों ने गला घोंटकर उन्हें फांसी पर लटका दिया.’

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, पुलिस ने कहा कि जुनैद और सुहैल कथित तौर पर दो बहनों के साथ रिश्ते में थे. पुलिस ने कहा कि हत्या से पहले दोनों लड़कियों के साथ बलात्कार किया गया था.

लखीमपुर खीरी के पुलिस अधीक्षक (एसपी) संजीव सुमन ने संवाददाताओं से कहा, ‘हमने जुनैद, सुहैल, हाफिजुर रहमान, करीमुद्दीन, आरिफ और छोटू को रात भर के अभियान में गिरफ्तार किया है.’

एसपी ने कहा, ‘प्रारंभिक जांच के अनुसार, जुनैद और सुहैल के समझाने के बाद दोनों बहनें बुधवार दोपहर को घर से निकल गईं थी. जुनैद और सोहेल ने कबूल किया है कि उन्होंने लड़कियों के साथ बलात्कार करने के बाद उनका गला घोंट दिया. इसके बाद दोनों ने करीमुद्दीन और आरिफ को उनके शवों को ठिकाने लगाने के लिए बुलाया. सुमन ने कहा कि बाद में उन्होंने शव को आत्महत्या का रूप देने के लिए पेड़ से लटका दिया.’

उन्होंने कहा कि जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम कराया जा रहा है. सब कुछ लड़कियों के परिवार वालों की सहमति से किया जा रहा है.

आरोपियों के खिलाफ बुधवार देर रात प्राथमिकी दर्ज की गई. उनके खिलाफ  भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या), 323 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना), 452 (घर में अतिचार) और 378 (अपहरण) के अलावा पॉक्सो कानून की धारा 3 और 4 (यौन हमला) के तहत दर्ज की गई है.

इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, लड़कियों के परिवार वालों ने भविष्य में इस तरह के अपराधों को रोकने की उम्मीद में आरोपियों की मौत की सजा की मांग की. पीड़ितों के भाई ने कहा, ‘हम केवल आरोपियों की फांसी चाहते हैं.’

इस बीच समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस ने इस मुद्दे को लेकर राज्य सरकार को घेरा है.

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस घटना की तुलना हाथरस कांड से की और कहा कि लखीमपुर में किसानों के बाद अब दलितों की हत्या ‘हाथरस की बेटी’ हत्याकांड की जघन्य पुनरावृत्ति है.

 उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘निघासन पुलिस थाना क्षेत्र में दो दलित बहनों को अगवा करने के बाद उनकी हत्या और उसके बाद पुलिस पर पिता का ये आरोप बेहद गंभीर है कि बिना पंचनामा और सहमति के उनका पोस्टमार्टम किया गया. लखीमपुर में किसानों के बाद अब दलितों की हत्या ‘हाथरस की बेटी’ हत्याकांड की जघन्य पुनरावृत्ति है.’

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने लखीमपुर खीरी जिले में दो बहनों की कथित तौर पर हत्या किये जाने की घटना को लेकर बुधवार को राज्य की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर निशाना साधा और सवाल किया कि आखिर योगी आदित्यनाथ सरकार कब जागेगी.

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया, ‘लखीमपुर में दो बहनों की हत्या की घटना दिल दहलाने वाली है. परिजनों का कहना है कि उन लड़कियों का दिनदहाड़े अपहरण किया गया था.’

कांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका ने सवाल किया, ‘रोज अखबारों व टीवी में झूठे विज्ञापन देने से कानून व्यवस्था अच्छी नहीं हो जाती. आखिर उप्र में महिलाओं के खिलाफ जघन्य अपराध क्यों बढ़ते जा रहे हैं? कब जागेगी सरकार?’

वहीं, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने दो बहनों की कथित तौर पर हत्या की घटना को लेकर बृहस्पतिवार को भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि बलात्कारियों को रिहा करवाने और उनका सम्मान करने वालों से महिला सुरक्षा की उम्मीद नहीं की जा सकती.

उन्होंने ट्वीट किया, ‘लखीमपुर में दिन-दहाड़े, दो नाबालिग, दलित बहनों के अपहरण के बाद उनकी हत्या, बेहद विचलित करने वाली घटना है.’

राहुल गांधी ने भाजपा का नाम लिए बगैर उस पर निशाना साधते हुए कहा, ‘बलात्कारियों को रिहा करवाने और उनका सम्मान करने वालों से महिला सुरक्षा की उम्मीद की भी नहीं जा सकती. हमें अपनी बहनों-बच्चियों के लिए देश में एक सुरक्षित माहौल बनाना ही होगा.’

उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कही.  उन्होंने कहा, ‘सरकार ऐसा कदम उठाएगी कि उनकी आने वाली पीढ़ियों की आत्मा भी कांप उठेगी. न्याय दिया जाएगा. फास्ट-ट्रैक कोर्ट के माध्यम से कार्यवाही होगी.’

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)