राजस्थान के बाड़मेर में हिंदू नेताओं की एक सभा में रामदेव को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि मुसलमानों का मानना है कि नमाज़ ‘हिंदू लड़कियों के अपहरण और आतंकवाद’ सहित सभी पापों को धो देती है. ईसाई धर्म के बारे में उन्होंने कहा कि चर्च में जाओ, मोमबत्ती जलानी हो, जलाओ और ईसा मसीह के सामने खड़े हो जाओ, सारे पाप नष्ट हो जाएंगे.
नई दिल्ली/जयपुर/मुजफ्फरपुर: बाबा रामदेव एक बार फिर चर्चा में हैं, इस बार उन्हें एक वायरल वीडियो में मुसलमानों और ईसाइयों के बारे में टिप्पणी करते सुना जा सकता है. राजस्थान के बाड़मेर में एक सभा के दौरान रामदेव ने दावा किया कि दोनों समुदायों को ‘धर्मांतरण’ का ‘जुनून’ है.
2 फरवरी को बाड़मेर में हिंदू नेताओं की एक सभा में रामदेव को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि मुसलमानों का मानना है कि नमाज ‘हिंदू लड़कियों के अपहरण और आतंकवाद’ सहित सभी पापों को धो देती है.
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में वे कहते नजर आते हैं, ‘किसी मुसलमान से पूछो कि तुम्हारा धर्म क्या कहता है? वे कहेंगे, बस पांच बार नमाज पढ़ो और फिर जो मन में आए करो. चाहे हिंदुओं की लड़कियों को उठाकर लाओ, चाहे जो भी पाप करना है करो. वो इस्लाम का मतलब नमाज समझते हैं.’
वे आगे कहते हैं, ‘बहुत पाप करते हैं हमारे मुस्लिम भाई, लेकिन नमाज जरूर पढ़ेंगे, क्योंकि उन्हें यही सिखाया गया है कि बस नमाज पढ़ो, बाकी जो करना है करो. वे आतंकवादी बन गए और उनमें से बहुत से अपराधी बन गए.’
ईसाई धर्म के बारे में उन्होंने कहा, ‘ईसाई धर्म क्या कहता है? चर्च में जाओ, मोमबत्ती जलानी हो, जलाओ और ईसा मसीह के सामने खड़े हो जाओ, सारे पाप नष्ट हो जाएंगे.’
मुस्लिमों को लेकर वे कहते हैं, ‘और उनका स्वर्ग का मतलब, टखने के ऊपर पजामा पहनो, मूंछ कटवा लो, टोपी पहन लो, ऐसा कुरान कहता है, इस्लाम कहता है, मैं ये नहीं कह रहा हूं, लेकिन ऐसा ही कर रहे हैं लोग. फिर तुम्हारी जन्नत में जगह पक्की हो जाती है. जन्नत में क्या मिलता है? जन्नत में हूर मिलती हैं और वहां दारू पीने को मिलती है. ऐसी जन्नत तो जहन्नुम से भी बेकार है.’
Location: Barmer, Rajasthan
Yoga Guru Baba Ramdev delivers hateful speech targeting Muslims and Christians. pic.twitter.com/s4tFXseGZ9
— HindutvaWatch (@HindutvaWatchIn) February 3, 2023
वे आगे कहते हैं, ‘लेकिन फिर भी लोग मूंछ कटवा कर, सिर पर टोपी रख लेते हैं, बस पागलपन है. और सारी दुनिया को इस्लाम में तब्दील करना है, लोग इसी चक्कर में पड़े हैं.’
ईसाइयों के संबंध में रामदेव कहते सुने जा सकते हैं, ‘ईसाइयों में वो इधर (सीने की ओर इशारा करते हुए) क्रॉस का निशान पहन लो. फिर कुछ वेशभूषा सी बना रखी है. छोटे-मोटे कुछ उन्होंने बना रखे हैं, जैसे हमारे यहां स्रोत, सूत्र, मंत्र होते हैं, वैसे उनके भी कुछ होंगे. मैं किसी के बारे में कोई आलोचना नहीं कर रहा हूं, लेकिन लोग उसी चक्र में पड़े हुए हैं. कोई कहता है कि पूरी दुनिया को इस्लाम में तब्दील करेंगे, कोई कहता है कि पूरी दुनिया को ईसाइयत में बदलेंगे. मैं कहता हूं कि करके करोगे क्या वो तो बताओ.’
रामदेव का दावा था कि हिंदू धर्म अहिंसा और ईमानदारी सिखाता है. बता दें कि केवल एक हफ्ते पहले मुंबई में एक हिंदुत्ववादी नेता हिंदुओं को हथियार उठाने और ‘मुसलमानों को सबक सिखाने’ के लिए उकसा रहे थे.
खबरों के मुताबिक, राजस्थान पुलिस ने रामदेव के बयान का स्वत: लेते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है.
रामदेव की आलोचना करते हुए सिटीजन्स फॉर जस्टिस एंड पीस नाम के एनजीओ ने कहा कि इस भाषण के माध्यम से उन्होंने मुस्लिम और ईसाई समुदायों पर हमला करते हुए अपमानजनक बयान दिए. हिंदू धर्म को सबसे अच्छे धर्म के रूप में चित्रित करने के लिए रामदेव ने लोगों को एक पूर्वाग्रही मुस्लिम विरोधी कहानी को स्वीकार करने के लिए उकसाने की कोशिश की.
यह पहली बार नहीं है जब रामदेव ने आपत्तिजनक बयान दिया है. नवंबर 2022 में उन्होंने कहा था, ‘आप साड़ी पहनकर भी अच्छी लगती हैं, आप सलवार सूट में भी अमृता जी (महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस की पत्नी) की तरह अच्छी लगती हैं और मेरी तरह से कुछ न भी पहने तो भी अच्छी लगती हैं.’
महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग ने उन्हें इस बयान के लिए नोटिस जारी किया, जिसके बाद उन्होंने माफी मांग ली थी. महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की पत्नी अमृता फडणवीस और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे मंच पर थे, जब रामदेव ने यह बयान दिया था.
बिहार: रामदेव के खिलाफ अदालत में परिवाद पत्र दायर
बहरहाल रामदेव द्वारा इस्लाम पर की गई कथित भड़काऊ टिप्पणी के खिलाफ बिहार के मुजफ्फरपुर जिले की एक अदालत में शनिवार को एक परिवाद पत्र दायर किया गया.
मुजफ्फरपुर के सामाजिक कार्यकर्ता तमन्ना हाशमी ने अदालत में रामदेव के खिलाफ दर्ज कराई गई उक्त शिकायत में कथित तौर पर मुसलमानों की धार्मिक भावनाओं को आहत करने के मामले में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है.
हाशमी ने कहा, ‘मुसलमानों और इस्लाम के खिलाफ रामदेव द्वारा दिया गया बयान आपत्तिजनक है और यह मुस्लिम समुदाय के लोगों की भावनाओं को आहत करता है.’
उन्होंने कहा, ‘राजस्थान के बाड़मेर में एक कार्यक्रम में भड़काऊ टिप्पणी करते हुए रामदेव ने हिंदू धर्म की तुलना इस्लाम और ईसाई धर्म से करते हुए मुसलमानों पर आतंक का सहारा लेने और हिंदू महिलाओं का अपहरण करने का आरोप लगाते हुए कहा था कि मुसलमान दिन में पांच बार नमाज पढ़ते हैं और फिर जो चाहे करते हैं. वे हिंदू लड़कियों का अपहरण करते हैं और सभी प्रकार के पाप करते हैं. उनके भाषण का एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है.’
हाशमी ने मुजफ्फरपुर में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में शिकायत दर्ज कराने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘मुसलमानों और इस्लाम के खिलाफ रामदेव का बयान आपत्तिजनक है और इससे उनकी भावनाएं आहत हुई हैं.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ. रिपोर्ट को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)