द वायर बुलेटिन: आज की ज़रूरी ख़बरों का अपडेट.
भारत सरकार द्वारा कोविड-19 टीकाकरण की बुकिंग के लिए बनाए गए कोविन ऐप पर अपलोड की गई नागरिकों की निजी जानकारी टेलीग्राम ऐप पर डालने की खबर सामने आई है. मलयाला मनोरमा के अनुसार, अगर किसी व्यक्ति का मोबाइल नंबर टेलीग्राम पर डाला जाता तो रिप्लाई बॉट (Reply bot) फ़ौरन उसके द्वारा कोविन ऐप पर दिए गए निजी विवरण जैसे आधार, पासपोर्ट या पैन कार्ड की जानकारी मुहैया करा देता. साथ ही, इसमें व्यक्ति का जेंडर, जन्मतिथि और उन्होंने कहां वैक्सीन ली, यह जानकारी भी थी. हालांकि, सरकार ने डेटा लीक से इनकार किया है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इन ख़बरों को ‘निराधार और शरारतपूर्ण’ बताते हुए कहा है कि मंत्रालय का कोविन पोर्टल डेटा प्राइवेसी के लिए पर्याप्त सुरक्षा उपायों के साथ पूरी तरह से सुरक्षित है.
मणिपुर में कुकी नेताओं ने केंद्र द्वारा गठित शांति समिति में मुख्यमंत्री को शामिल करने का विरोध करते हुए इसके बहिष्कार की बात कही है. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक,अधिकांश कुकी नेताओं ने कहा कि वे समिति का बहिष्कार करेंगे, क्योंकि इसमें मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह और उनके समर्थक शामिल हैं. वे इस बात से खुश नहीं हैं कि सिंह को उनकी सहमति के बिना समिति में शामिल किया गया है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार और मुख्यमंत्री पर सब कुछ छोड़ने के बजाय केंद्र को समिति का हिस्सा होना चाहिए. ज्ञात हो कि केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा मणिपुर में विभिन्न जातीय समूहों के बीच शांति स्थापित करने के लिए गठित समिति की अध्यक्षता राज्यपाल अनुसुइया उइके करेंगी.
अयोध्या में जहां ‘भव्य’ राम मंदिर के उद्घाटन की तारीखें तय की जा रही हैं, वहीं शहर के धन्नीपुर क्षेत्र में मुस्लिम पक्ष को मिली वैकल्पिक ज़मीन पर प्रस्तावित ‘मस्जिद-ए-अयोध्या’ की बस नींव रखी जा सकी है. द वायर हिंदी में प्रकाशित कृष्ण प्रताप सिंह की रिपोर्ट बताती है कि मस्जिद निर्माण का ज़िम्मा संभाल रहा इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन नक़्शा पास कराने की जद्दोज़हद, सरकारी प्रक्रियाओं और धन की कमी से जूझ रहा है.
सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली में दो-पहिया टैक्सी सेवाओं पर रोक को जारी रखा है. नवभारत टाइम्स के मुतबिक, इस साल फरवरी में दिल्ली सरकार ने बिना लाइसेंस दोपहिया टैक्सी सेवाएं चलने की बात कहते हुए दिल्ली में बाइक टैक्सी पर रोक लगा दी थी. इसके खिलाफ टैक्सी कंपनी- रैपिडो और उबर हाईकोर्ट में पहुंचे थे. उनकी मांग थी कि जब तक दिल्ली सरकार नीति नहीं बनाती, तब तक उन्हें बिना लाइसेंस काम करने दिया जाए. हाईकोर्ट ने सरकार के आदेश पर स्टे देते हुए कहा था कि कंपनियां अपनी सेवाएं जारी रखें और सरकारी नीति बनने तक कंपनियों के खिलाफ कोई सख्त कदम न उठाया जाए. केजरीवाल सरकार इसके खिलाफ शीर्ष अदालत पहुंची थी, जिसने सोमवार को हाईकोर्ट के आदेश को पलटते हुए कहा कि नीति बनने तक दोपहिया टैक्सी काम नहीं कर सकतीं.
महाराष्ट्र से आने वाली भाजपा नेता पंकजा मुंडे ने कहा है कि ‘लव जिहाद’ सरकार के एजेंडा में नहीं है. इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, एक प्रेस वार्ता में ‘लव जिहाद’ पर एक सवाल के जवाब में मुंडे ने कहा कि प्यार प्यार होता है, प्यार कोई दीवार नहीं देखता. अगर दो लोग विशुद्ध रूप से प्रेम के लिए एक साथ आए हैं, तो इसका सम्मान किया जाना चाहिए, लेकिन अगर इसके पीछे कोई कड़वाहट और चालाकी है तो इसे अलग तरह से देखा जाना चाहिए. हालांकि, अगर एक महिला को अंतरजातीय विवाह में फंसाया जाता है, तो इसे अलग तरह से देखा जाना चाहिए.’
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने तमिलनाडु में एक जनसभा में कहा कि सेंगोल का धन्यवाद करने के लिए तमिलनाडु से एनडीए के 25 से ज़्यादा सांसद चुनकर भेजें. द हिंदू के अनुसार, मोदी सरकार के नौ साल पूरे होने पर भाजपा द्वारा चलाए जा रहे अभियान के तहत वेल्लोर में आयोजित एक जनसभा में गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि नए संसद में ‘सेंगोल’ के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद करने के लिए राज्य की जनता वहां से आगामी लोकसभा चुनाव में पच्चीस एनडीए सांसद चुने.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से संबद्ध संगठन ‘गर्भ संस्कार’ अभियान गर्भवती महिलाओं को ‘संस्कारी, देशभक्त’ बच्चों को जन्म देना सिखाएगा. हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक,आरएसएस से जुड़े महिला इकाई राष्ट्र सेविका समिति ने 11 जून को इस अभियान की शुरुआत की, जिसके तहत गर्भवती महिलाओं को भगवत गीता एवं रामायण पढ़ने, मंत्रोच्चार करने और योग आदि के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा ताकि ‘संस्कारी, देशभक्त’ बच्चे पैदा हों. अभियान शुरू करने के ऑनलाइन कार्यक्रम में मौजूद तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसाई सुंदराराजन ने कहा कि गर्भवती महिलाओं को मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ बच्चे पैदा करने के लिए ‘सुंदरकांड’ का जाप करना चाहिए और गीता, रामायण और महाभारत का पाठ करना चाहिए. सुंदराराजन स्वयं एक एक स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं.
यूपी के बुलंदशहर जिले में दलित परिवारों ने स्थानीय भाजपा नेता द्वारा प्रताड़ित किए जाने का आरोप लगाया है. टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, देवराला गांव में चार दलित परिवारों के करीब 18-20 सदस्यों ने अपने घरों के बाहर हाथ से लिखे पोस्टर चिपकाए हैं, जिसमें दावा किया गया है कि अरनिया ब्लॉक के एक भाजपा प्रमुख सुरेंद्र सिंह और उनके समर्थकों द्वारा प्रताड़ित किए जाने के कारण उन्हें गांव छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ेगा. आरोप है कि कुछ दिन पहले उनके परिवार के दो सदस्यों पर भाजपा नेता और उनके समर्थकों ने मामूली विवाद के बाद हमला किया था.