द वायर बुलेटिन: आज की ज़रूरी ख़बरों का अपडेट.
श्रीलंका में मरीजों पर हानिकारक प्रभाव सामने आने के बाद वहां भारतीय दवाएं जांच के दायरे में आ गई हैं. द हिंदू के अनुसार, 16 जून को स्थानीय मीडिया ने कैंडी जिले के पेरादेनिया टीचिंग अस्पताल में इलाज करा रहे एक मरीज की मौत की सूचना दी. बताया जा रहा है कि उनकी मौत भारत निर्मित एनेस्थेटिक दवा (बेहोशी की दवा) बुपिवाकाइन दिए जाने के बाद हुई थी. इससे पहले अप्रैल में भी भारतीय एनेस्थेटिक दवा दिए जाने के बाद एक गर्भवती महिला की मौत का मामला सामने आया था. इस संबंध में श्रीलंका के स्वास्थ्य मंत्री केहलिया रामबुकवेला ने कहा है कि फिलहाल दवा बाजार से वापस ले ली गई है और अधिकारी जांच कर रहे हैं, जल्द ही रिपोर्ट आने की उम्मीद है.
उत्तर प्रदेश के बलिया में मौत के चौदह नए मामले सामने आने के बाद बीते चार दिनों में कुल मौतों की संख्या 64 हो गई है. इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, प्रदेश में तेज गर्मी के बीच रविवार को 24 घंटे के भीतर बलिया जिला अस्पताल से कम से कम 14 नई मौतें हुई हैं और 178 नए मरीज भर्ती किए गए हैं. इसके साथ ही 15 जून से 18 जून के बीच चार दिनों में मरने वालों की कुल संख्या 68 हो गई है. अख़बार के अनुसार, लखनऊ के अधिकारी मौतों में हुई इस वृद्धि की जांच कर रहे हैं। इससे पहले इन मौतों को लू से जोड़ने के लिए सरकार ने अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. दिवाकर सिंह को हटा दिया गया था. 16 जून को उन्होंने कहा था कि ‘गर्मी के कारण अस्पताल में 20 से अधिक मरीजों की मौत हुई थी.’
गोरखपुर की गीता प्रेस को साल 2021 के गांधी शांति पुरस्कार देने की घोषणा की गई है. इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, सरकार की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली एक चयन समिति ने ‘अहिंसक और अन्य गांधीवादी तरीकों के माध्यम से सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक परिवर्तन के लिए अपने उत्कृष्ट योगदान’ के लिए गीता प्रेस का नाम चुना है. हालांकि, विपक्षी कांग्रेस ने इस निर्णय की आलोचना की है. पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि गीता प्रेस को गांधी शांति पुरस्कार देना ‘सावरकर और गोडसे को पुरस्कृत करने’ जैसा है.
पिछले हफ्ते रिलीज़ हुई फिल्म ‘आदिपुरुष’ को लेकर देश में विवाद के बीच पड़ोसी नेपाल में काठमांडू-पोखरा में सभी भारतीय फिल्मों पर रोक लगा दी गई है. हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, काठमांडू के मेयर बालेन शाह ने सोशल मीडिया पर ऐलान किया है कि काठमांडू महानगर क्षेत्र में कोई भी भारतीय फिल्म नहीं दिखाई जाएगी. शाह द्वारा भारतीय फिल्मों पर प्रतिबंध लगाए जाने के तुरंत बाद पोखरा के मेयर धनराज आचार्य ने तीन सिनेमाघरों को पत्र भेजकर उन्हें सभी भारतीय फिल्मों का प्रदर्शन बंद करने का निर्देश दिया. मध्य नेपाल के इस शहर के सिनेमाघरों को सोमवार सुबह से सभी बॉलीवुड फिल्मों को दिखाने से रोक दिया गया है. फिल्म के रिलीज होने से एक दिन पहले फिल्म के ‘जानकी (सीता) भारत की बेटी हैं’ संवाद पर आपत्ति जताते हुए शाह ने इन्हें हटाने के लिए तीन दिन का वक्त दिया था. ऐसा न किए जाने पर उन्होंने सभी भारतीय फिल्मों पर प्रतिबंध लगाने की बात कही थी.
मणिपुर में डेढ़ महीने से अधिक समय से जारी हिंसा के बीच पड़ोसी मिजोरम से आने वाले राज्यसभा सांसद ने कहा है कि एन. बीरेन सिंह की अगुवाई वाली भाजपा सरकार को हटाकर वहां राष्ट्रपति शासन लगा दिया जाना चाहिए। मिजोरम से एकमात्र राज्यसभा सदस्य के. वेनलेलवना ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में कहा कि केंद्र को मणिपुर सरकार को हटा देना चाहिए ताकि केंद्रीय बल ‘बेहद पक्षपाती’ मणिपुर पुलिस को अपनी कमांड में लेकर राज्य में हो रही जातीय हिंसा को रोक सकें. उन्होंने यह भी जोड़ा कि मेईतेई लोगों और पहाड़ी जनजातियों के लिए एक अलग प्रशासन के बिना लंबे समय तक शांति लाना असंभव होगा.
उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक नाबालिग बॉक्सर के यौन उत्पीड़न के आरोप में कोच के ख़िलाफ़ केस दर्ज किया गया है. इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट बताती है कि कानपुर शहर में एक 25 वर्षीय एक बॉक्सिंग कोच पर अभ्यास सत्र के दौरान एक ‘नाबालिग’ मुक्केबाज का यौन उत्पीड़न करने और इसकी शिकायत दर्ज कराने पर करिअर बर्बाद करने की धमकी देने के आरोप है. पुलिस ने बताया है कि केस दर्ज हो गया है और कोच को जांच पूरी होने तक खेल सेंटर से हटा दिया गया है.
ओडिशा के बालासोर में हुई रेल दुर्घटना में घायल लोको पायलट के परिवार का आरोप है कि उन्हें उनसे मिलने की अनुमति नहीं दी जा रही है. हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट बताती है कि दुर्घटनाग्रस्त कोरोमंडल एक्सप्रेस के घायल ड्राइवर गुणानिधि मोहंती के परिवार ने आरोप लगाया है कि उनके पास मोहंती के ठिकाने के बारे में कोई जानकारी नहीं है. गंभीर रूप से घायल चालक को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. अस्पताल ने कहा है कि उन्हें 5 दिन पहले डिस्चार्ज किया गया लेकिन उनके परिजनों का कहना है कि उन्हें इस बारे में कोई पुष्ट जानकारी नहीं है. उधर, रेलवे ने भी इस समय चल रही दो जांचों का हवाला देते हुए इस बारे में कोई ब्योरा देने से इनकार किया है.
उत्तर प्रदेश के बरेली में एक महिला पुलिसकर्मी के अंतरधार्मिक विवाह के आवेदन करने के बाद लापता होने की खबर आई है. इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, एसआई के तौर पर कार्यरत महिला (50) ने बीते शुक्रवार को ही बरेली एसडीएम के कार्यालय में विशेष विवाह अधिनियम के तहत एक मुस्लिम व्यापारी से शादी का आवेदन दिया था. बरेली पुलिस ने रविवार को बताया कि इसकी जानकारी स्थानीय अख़बारों और सोशल मीडिया पर सामने आने के बाद वे ड्यूटी से लापता ही गईं. उनके अनुसार, जिस व्यक्ति से वे विवाह करना चाह रही थीं, वे भी लापता हैं. उधर, महिला के भाई ने इन्हीं व्यक्ति पर उनकी बहन पर दबाव डालने का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज करवाई है.