द वायर बुलेटिन: आज की ज़रूरी ख़बरों का अपडेट.
राज्यसभा में शुक्रवार को विपक्ष द्वारा मणिपुर हिंसा और दिल्ली अध्यादेश का मुद्दा उठाने के बाद सदन की कार्यवाही बीस मिनट से भी कम समय में स्थगित कर दी गई. इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, सदन की कार्यवाही शुरू होने पर विपक्ष ने मणिपुर हिंसा का मुद्दा उठाया और सवाल किया कि गुरुवार की कार्यवाही के रिकॉर्ड से कुछ अंशों क्यों हटाया गया था. इसे लेकर विपक्षी सांसदों के विरोध के बीच कार्यवाही ढाई बजे तक स्थगित कर दी गई. दोपहर में कार्यवाही शुरू होने पर सभापति जगदीप धनखड़ ने बिज़नेस एडवाइजरी कमेटी द्वारा क्लियर किए गए गए विधेयकों के नाम पढ़े, जिनमें राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार (संशोधन) अध्यादेश, 2023 भी शामिल था. इसे आम आदमी पार्टी के सांसदों ने ‘असंवैधानिक’ बताते हुए विरोध जाहिर किया, जिसके बाद सोमवार सुबह 11 बजे तक के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई.
मणिपुर में जारी हिंसा के बीच कुकी छात्रों ने यूजीसी से उन्हें अन्य विश्वविद्यालयों में ट्रांसफर करने का आग्रह किया है. हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, कुकी महिलाओं के साथ हुई हिंसा और यौन उत्पीड़न का वीभत्स वीडियो सामने आने के एक दिन बाद कुकी छात्र संगठन ने यूजीसी से मणिपुर विश्वविद्यालय और धनमंजुरी विश्वविद्यालय में पढ़ रहे उनके समुदाय के छात्रों और शोधार्थियों को अन्य केंद्रीय विश्वविद्यालयों में भेजे जाने का अनुरोध किया है. उनका कहना है कि विश्वविद्यालय अल्पसंख्यक जनजातीय समूहों के ख़िलाफ़ बहुसंख्यक मेईतेई समुदाय की नफ़रत और हिंसा का केंद्र बन गए हैं.
उत्तर प्रदेश के अयोध्या में 18वीं सदी की मस्जिद की एक मीनार ढहाने का नोटिस मिलने के बाद मामला हाईकोर्ट पहुंच गया है. इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, शहर के गुदड़ी बाज़ार स्थित शिया समुदाय की मस्जिद खजूर वाली की एक मीनार ‘राम पथ’ नाम की सड़क को छह लेन बनाए जाने के लिए होने वाले प्रस्तावित चौड़ीकरण के रास्ते में आ रही है. पीडब्ल्यूडी द्वारा इसे लेकर डिमॉलिशन नोटिस जारी किया गया था, जिसके बाद मस्जिद समिति अदालत में पहुंची है. गुरुवार को मस्जिद के कार्यवाहक परवेज हुसैन ने कहा कि प्रशासन मस्जिद के एक हिस्से को ध्वस्त करने के लिए मस्जिद प्रबंधन पर दबाव डाल रहा है. यह मस्जिद यूपी शिया वक्फ बोर्ड के साथ पंजीकृत है.
मणिपुर में दो महिलाओं के साथ हुए यौन उत्पीड़न का खौफनाक वीडियो सामने आने के बाद इसे लेकर राष्ट्रीय महिला आयोग में हुई शिकायत पर आयोग द्वारा कार्रवाई न करने को लेकर सवाल उठे हैं. हालांकि, इसके बाद शुक्रवार को आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि उन्होंने महिलाओं के ख़िलाफ़ हिंसा के संबंध में मणिपुर के मुख्य सचिव और डीजीपी को तीन पत्र लिखे थे, जिस पर किसी ने ध्यान नहीं दिया. इससे पहले एक रिपोर्ट में पता चला था कि राज्य की दो कुकी महिला के क्रूर और अमानवीय उत्पीड़न के संबंध में बीते 12 जून को एनसीडब्ल्यू से शिकायत की गई थी, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला था.
वाराणसी की जिला अदालत ने ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के साइंटिफिक सर्वे करवाने का आदेश दिया है. अमर उजाला के अनुसार, अदालत ने मां श्रृंगार गौरी मूल वाद में ज्ञानवापी के सील वजूखाने को छोड़कर बैरिकेडिंग वाले क्षेत्र का भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) से सर्वे कराने के आवेदन मंजूर करते हुए कहा कि एएसआई सर्वे के बारे में पूरी तैयारी के साथ चार अगस्त तक रिपोर्ट दाखिल करे. कोर्ट ने यह भी जोड़ा है कि इस बात का ध्यान रखा जाए कि प्रक्रिया में परिसर को कोई नुकसान न पहुंचे.
मणिपुर की महिलाओं के उत्पीड़न का वीडियो सामने आने के बाद राज्य के कुकी-ज़ो विधायकों ने कहा है कि राज्य में महिलाओं के खिलाफ अपराधों के और मामले भी हुए हैं. द हिंदू के अनुसार, राज्य के दस कुकी-ज़ो विधायकों, जिनमें सात भाजपा से हैं, द्वारा जारी बयान में चार अन्य घटनाओं का ब्योरा दिया गया है, जहां 3 मई को हिंसा शुरू होने के बाद से समुदाय की महिलाओं के साथ या तो बलात्कार किया गया या उनकी हत्या कर दी गई. उन्होंने यह भी जोड़ा कि अब तक की हिंसा में कुकी-ज़ो समुदाय के 114 लोग मारे गए हैं.
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने वैश्विक आतंकी संगठन आईएसआईएस के लिए काम करने के आरोप में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के एक छात्र को गिरफ्तार किया है. रिपोर्ट के अनुसार, झारखंड के लोहरदगा ज़िले का रहने वाले 19 वर्षीय छात्र फैजान अंसारी उर्फ फैज की गिरफ़्तारी के बाद एनआईए ने कहा कि लोहरदगा में अंसारी के घर और यूपी के अलीगढ़ में किराये के कमरे पर 16 और 17 जुलाई को तलाशी ली गई और कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और आपत्तिजनक सामग्री और दस्तावेज जब्त किए गए, जिसके बाद उनके खिलाफ आईपीसी और यूएपीए की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया.