हिमंत बिस्वा शर्मा के कैंसर संबंधी बयान पर पी चिदंबरम ने कहा पार्टी बदलने वाले के साथ यही होता है, वहीं सफाई देते हुए शर्मा ने कहा भगवान कृष्ण की मृत्यु भी उनके कर्मों के फलस्वरूप हुई थी.
गुवाहाटी: असम के स्वास्थ्य मंत्री हिमंत बिस्वा शर्मा कैंसर पर टिप्पणी करके विवाद खड़ा कर दिया. उन्होंने बुधवार को कहा कि कुछ लोग कैंसर जैसी घातक बीमारियों से इसलिए ग्रस्त हैं क्योंकि उन्होंने अतीत में पाप किए हैं और यह ईश्वर का न्याय है. इस टिप्पणी की राजनीतिक दलों और कैंसर पीड़ितों ने कड़ी आलोचना की है.
शर्मा ने बुधवार को शिक्षकों को नियुक्ति पत्र वितरित करने के लिए आयोजित कार्यक्रम में कहा, ‘जब हम पाप करते हैं तो भगवान हमें सजा देता है. कई बार हम देखते हैं कि युवाओं को कैंसर हो गया या कोई युवा हादसे का शिकार हो गया. अगर आप पृष्ठभूमि देखेंगे तो आपको पता चलेगा कि यह ईश्वर का न्याय है और कुछ नहीं. हमे ईश्वर के न्याय का सामना करना होगा.
शर्मा की टिप्पणियों पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेसी नेता देबब्रत सैकिया ने गुरुवार को कहा, ‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि स्वास्थ्य मंत्री ने कैंसर के मरीजों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली टिप्पणियां कीं. चूंकि उन्होंने यह टिप्पणी सार्वजनिक रूप से की है, मंत्री को इसके लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए.’
पूर्व केंद्रीय मंत्री चिदंबरम ने कैंसर को दैवीय इंसाफ बताने वाले शर्मा की निंदा करते हुए कहा कि पार्टी बदलने से व्यक्ति के साथ यही होता है. ज्ञात हो कि कांग्रेस में रहे शर्मा पिछले साल भाजपा में शामिल हो गए थे.
'Cancer is divine justice for sins' says Assam Minister Sharma. That is what switching parties does to a person.
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) November 22, 2017
चिदंबरम ने ट्वीट किया, ‘असम के मंत्री शर्मा कहते हैं कि कैंसर पापों के लिए ईश्वर का इंसाफ है. व्यक्ति के दल बदलने से यही होता है.
सोशल मीडिया पर आलोचना के बाद मंत्री शर्मा ने सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने सिर्फ नए बैच को हिदायत दी थी की वे गरीबों के लिए काम करे और अपने कैंसर वाले बयान के पीछे का तर्क पर उन्होंने भागवत गीता का हवाला दिया है.
Should I deserve this tweet for quoting Bhagavadgita before a new batch of teachers and asking them to teach poor students sincerely. I do not know from when quoting Hindu philosophy to inspire a batch of teachers suddenly become a sin in this country https://t.co/wpKz7rpLYn
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) November 22, 2017
हिमंत ने आगे कहा कि अगर कोई व्यक्ति गलत काम करेगा, तो उसका फल उसे अगले जन्म में मिलेगा और यह बात विज्ञान नहीं साबित कर सकता और धर्मानुसार यही सत्य है.
Go through my speech. I never said that sin cause cancer.it was a speech to motivate teacher.serve poor or otherwise you may face karmic deficiency and suffer in next https://t.co/H4KfY7M9HQ can not promote human value.religion might.good night https://t.co/YTxbCZZnD9
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) November 22, 2017
Not arguing with anyone. Only availing a huge opportunity to speek little bit about Hindu philosophy. We accept that even Lord Krishna died because of karmic deficiency. That’s is our philosophy https://t.co/7Cpec6Kioq
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) November 23, 2017
उन्होंने आगे यह भी कहा कि भगवान कृष्ण की मृत्यु भी उनके कर्मों के फलस्वरूप हुई थी.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)