ओडिशा के जाजपुर ज़िले में एक सरकारी स्कूल में चौथी कक्षा के एक छात्र की बीते 21 नवंबर को उस समय मौत हो गई, जब एक शिक्षक ने स्कूल में खेलने के कारण उसे कथित तौर पर उठक-बैठक करने के लिए मजबूर किया था. ज़िला प्रशासन ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं. मृतक छात्र के परिवार की ओर से अब तक कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है.
नई दिल्ली: ओडिशा के जाजपुर जिले में एक सरकारी स्कूल में चौथी कक्षा के एक छात्र की बीते मंगलवार (21 नवंबर) को उस समय मौत हो गई, जब एक शिक्षक ने उसे कथित तौर पर उठक-बैठक करने के लिए मजबूर किया.
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, छात्र की पहचान रुद्र नारायण सेठी के तौर पर हुई है. वह ओरली में सूर्य नारायण नोडल उच्च प्राथमिक विद्यालय का छात्र था.
10 वर्षीय छात्र को मंगलवार को दोपहर तीन बजे पढ़ाई के समय स्कूल परिसर में चार साथियों के साथ खेलता हुआ देखा गया था. इसके बाद एक शिक्षक ने दंड के रूप में उठक-बैठक करने का आदेश दिया.
हालांकि इस दौरान रुद्र गिर गया और उसके माता-पिता को तुरंत सूचित किया गया, जो रसूलपुर प्रखंड के ओरली गांव के रहने वाले हैं.
रुद्र को पहले स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, इसके बाद रात में कटक के एससीबी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
रसूलपुर प्रखंड के शिक्षा अधिकारी निलांबर मिश्रा से संपर्क करने पर उन्होंने बताया कि इस मामले में उन्हें कोई औपचारिक शिकायत नहीं मिली है. उन्होंने कहा, ‘अगर हमें औपचारिक शिकायत मिलती है तो जांच की जाएगी और दोषी के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी.’
कुआखिया थाने के आईआईसी श्रीकांत बारिक ने कहा कि उन्हें किसी से कोई शिकायत नहीं मिली है.
उन्होंने कहा, ‘न तो बच्चे के पिता और न ही स्कूल ने एफआईआर दर्ज कराई है. इसलिए, हमने स्कूल में लड़के की मौत के संबंध में कोई मामला दर्ज नहीं किया है.’
रसूलपुर के सहायक शिक्षा अधिकारी प्रभंजन पति ने स्कूल का दौरा किया और मामले में पूछताछ की. इसी बीच, जाजपुर जिला प्रशासन ने घटना की विस्तृत जांच के आदेश दिए.
न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, जाजपुर जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) निबेदिता पाणि ने रसूलपुर ब्लॉक शिक्षा अधिकारी (बीईओ) नीलांबर मिश्रा को 10 वर्षीय छात्र की मौत की परिस्थितियों की जांच करने का निर्देश दिया.
प्रभंजन पति ने कहा, ‘उस शिक्षक से पूछताछ की गई जिसने कथित तौर पर छात्र को क्लास के दौरान खेलने की सजा के रूप में उठक-बैठक करने के लिए कहा था. साथ ही घटना के संबंध में स्कूल प्रधानाध्यापिका से भी पूछताछ की गई. टीम ने अन्य छात्रों और स्थानीय लोगों से भी बातचीत की. एक व्यापक रिपोर्ट जल्द ही बीईओ को सौंपी जाएगी.’
डीईओ पाणि ने कहा कि हालांकि मृतक छात्र के परिवार की ओर से कोई शिकायत नहीं आई है, लेकिन मीडिया में मामला आने के बाद प्रशासन ने मामले पर स्वत: संज्ञान लिया है.
इस बीच, छात्र का शव पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया और बुधवार शाम को ओरली गांव में अंतिम संस्कार कर दिया गया.