केरल: कोच्चि में यूनिवर्सिटी के टेक फेस्ट के दौरान भगदड़ मचने से 4 छात्रों की मौत

केरल के कोच्चि स्थित कोचीन यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (सीयूएसएटी) में शनिवार शा​म को हुआ हादसा. घटना में 64 लोगों के घायल होने की भी सूचना है. विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग के छात्रों द्वारा यह टेक फेस्ट आयोजित किया गया था. महामारी के बाद यह पहला वर्ष था, जब इसे आयोजित किया जा रहा था.

कोचीन यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी. (फोटो साभार: cusat.ac.in/)

केरल के कोच्चि स्थित कोचीन यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (सीयूएसएटी) में शनिवार शा​म को हुआ हादसा. घटना में 64 लोगों के घायल होने की भी सूचना है. विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग के छात्रों द्वारा यह टेक फेस्ट आयोजित किया गया था. महामारी के बाद यह पहला वर्ष था, जब इसे आयोजित किया जा रहा था.

कोचीन यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी. (फोटो साभार: cusat.ac.in/)

नई दिल्ली: केरल के कोच्चि (एर्णाकुलम) स्थित कोचीन यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (सीयूएसएटी) में बीते शनिवार (25 नवंबर) को एक ओपन-एयर टेक फेस्टिवल के दौरान मची भगदड़ में चार छात्रों की मौत हो गई और 64 घायल हो गए. घायलों में से कम से कम चार की हालत गंभीर बताई जा रही है.

मृतकों की पहचान अतुल थम्बी, एन. रुफ्था, सारा थॉमस और एल्विन जोसेफ के रूप में हुई है. एल्विन को छोड़कर अन्य तीन इस विश्वविद्यालय में इंजीनियरिंग के छात्र थे.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, बताया जा रहा है कि विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग द्वारा आयोजित वार्षिक टेक फेस्टिवल के दूसरे दिन कार्यक्रम स्थल पर विभिन्न कॉलेजों के छात्रों और स्थानीय निवासियों समेत 2,000 से अधिक लोग मौजूद थे.

मौके पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों और पुलिसकर्मियों द्वारा दी गई जानकारी का हवाला देते हुए एडीजीपी (कानून और व्यवस्था) एमआर अजित कुमार ने कहा कि घटना शनिवार लगभग शाम 7 बजे हुई.

रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्लेबैक सिंगर निकिता गांधी यूनिवर्सिटी के एम्फीथियेटर में परफॉर्म करने वाली थीं, तभी बारिश शुरू हो गई, जिसके बाद एम्फीथियेटर को ढक दिया गया है. जब बारिश होने लगी तो एकमात्र प्रवेश द्वार के बाहर इंतजार कर रही भीड़ कथित तौर पर एम्फीथियेटर के अंदर चली गई, जिससे अंदर खड़े लोग सीढ़ियों से नीचे गिर गए और भगदड़ मच गई.

एडीजीपी कुमार ने कहा कि एम्फीथियेटर, जिसमें 1,500 लोग बैठ सकते हैं, उस समय आंशिक रूप से भरा हुआ था. उन्होंने कहा कि कार्यक्रम का प्रबंधन और नियंत्रण छात्रों ने स्वयं किया था, विश्वविद्यालय में छह पुलिसकर्मी ड्यूटी पर थे.

विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. पीजी शंकरन ने कहा कि वार्षिक आयोजन स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग के छात्रों द्वारा आयोजित किया गया था. महामारी के बाद यह पहला वर्ष था, जब इसे आयोजित किया जा रहा था.

केरल कैबिनेट, जो राज्यव्यापी दौरे पर है, ने स्थिति का जायजा लेने के लिए कोझिकोड में एक आपातकालीन बैठक की है.

केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने सोशल साइट एक्स पर कहा, ‘एर्णाकुलम की सीयूएसएटी यूनिवर्सिटी में हुई भगदड़ से पूरा राज्य सदमे में है. हादसे में जान गंवाने वाले चार छात्रों के परिवार के सदस्यों के प्रति हार्दिक संवेदना. घायलों के लिए तत्काल और बेहतर उपचार सुविधाओं की व्यवस्था की गई है. उद्योग मंत्री पी. राजीव और उच्च शिक्षा मंत्री आर. बिंदू स्थिति का आकलन करने के लिए एर्णाकुलम के लिए रवाना हो गए हैं. अविलंब घटना की गहन जांच शुरू होगी.’

राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज के हवाले से कहा गया है कि 64 छात्रों को चोटें आईं और गहन चिकित्सा इकाइयों में चार छात्रों की हालत गंभीर है. मंत्री ने कहा कि 18 छात्र भी एक निजी अस्पताल में इलाज करा रहे हैं.

अधिकारियों ने कहा कि कोच्चि के सभी अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया है और त्रिशूर के मेडिकल कॉलेज अस्पताल से डॉक्टरों को बुलाया गया है.

समाचार वेबसाइट मनोरमा ने 26 नवंबर को अपनी एक रिपोर्ट में बताया कि एक आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, केरल के उच्च शिक्षा मंत्री आर. बिंदू ने उच्च शिक्षा के प्रमुख सचिव और कोचीन विश्वविद्यालय के कुलपति सहित तीन सदस्यीय टीम को घटना की जांच करने का निर्देश दिया है.

रिपोर्ट में अज्ञात सूत्रों के हवाले से यह भी कहा गया है कि पुलिस ने हादसे के संबंध में अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज किया है. उनके अनुसार, कार्यक्रम की व्यवस्था में चूक के कारण यह त्रासदी हुई. पुलिस इस मामले में आयोजकों पर मामला दर्ज कर सकती है.