मोदी सरकार को ख़ामियों वाली अग्निवीर योजना के लिए युवाओं से माफ़ी मांगनी चाहिए: कांग्रेस अध्यक्ष

हाल ही में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि सरकार ज़रूरत पड़ने पर अग्निवीर योजना में बदलाव करने के लिए तैयार है. इस पर प्रतिक्रिया देते हए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि इससे पता चलता है कि मोदी सरकार द्वारा लाखों देशभक्त युवाओं पर थोपी गई अग्निवीर योजना अब काम नहीं कर रही है.

मल्लिकार्जुन खरगे. (फोटो साभार: फेसबुक)

नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने गुरुवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के उस बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त की, जिसमें उन्होंने कहा था कि नरेंद्र मोदी सरकार जरूरत पड़ने पर सशस्त्र बलों के लिए अग्निवीर योजना में बदलाव करने के लिए तैयार है.

गौरतलब है कि ‘अग्निपथ योजना’ की घोषणा 14 जून 2022 को की गई थी, जिसमें साढ़े 17 साल से 21 साल के बीच के युवाओं को केवल चार वर्ष के लिए सेना में भर्ती करने का प्रावधान है. चार साल बाद इनमें से केवल 25 प्रतिशत युवाओं की सेवा नियमित करने की बात कही गई थी. इस योजना के खिलाफ कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन हुए थे. बाद में सरकार ने 2022 में भर्ती के लिए अधिकतम आयु सीमा को एक बढ़ाकर 23 वर्ष कर दिया था.

द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक, अग्निपथ योजना को ‘खामियों वाली और भेदभावपूर्ण’ बताते हुए कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों ने सरकार से इसे खत्म करने और भर्ती की पुरानी प्रणाली पर वापस लौटने को कहा है.

गुरुवार को एक समाचार चैनल को दिए साक्षात्कार में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पुरानी योजना पर लौटने की बात तो नहीं की, लेकिन संकेत दिया कि सरकार इसमें और बदलाव करने को तैयार है.

इसे लेकर एक खबर को साझा करते हुए खरगे ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा, ‘देश के रक्षा मंत्री ने (बशर्त) कहा है कि वो अग्निवीर योजना में सुधार व बदलाव करने के लिए तैयार है. इससे पता चलता है कि मोदी सरकार द्वारा लाखों देशभक्त युवाओं पर थोपी गई अग्निवीर योजना अब काम नहीं कर रही है. पहले मोदी सरकार ने हमारे लाखों युवाओं का भविष्य से खिलवाड़ किया, अब चुनाव के चलते अग्निवीर योजना की खामियों को मानने की बात की है.’

कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि सरकार को पहले युवाओं से माफी मांगनी चाहिए और दोहराया कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आई तो वह इस योजना को खत्म कर देगी.

उन्होंने कहा कि इस योजना ने राष्ट्रीय सुरक्षा को ‘कमजोर’ कर दिया है क्योंकि ‘कोई भी युवा केवल चार साल तक सेना में शामिल नहीं होना चाहता.’

खरगे ने आगे कहा कि उनकी पार्टी ने अपने ‘जय जवान’ अभियान के माध्यम से लगभग 1.5 लाख युवाओं की दुर्दशा पर प्रकाश डाला और जिन्हें कठोर चयन प्रक्रिया से गुजरने के बाद 2019 और 2022 के बीच नियमित भर्ती अभियान में सशस्त्र बलों के लिए चुना गया था. हालांकि, उनका समावेश नहीं हो सका क्योंकि मोदी सरकार ने अचानक सशस्त्र बलों के लिए अग्निपथ योजना की घोषणा की.

खरगे ने कहा, ‘पूर्व सेना प्रमुख (सेवानिवृत्त) जनरल एमएम नरवणे जी ने हाल ही में बताया था कि ‘अग्निवीर योजना’ में 75% लोगों को लेना है और 25% लोगों को रिलीज करना था. लेकिन मोदी सरकार ने इसके विपरीत किया और इस योजना को तीनों सशस्त्र बलों पर जबरन थोप दिया.’

उन्होंने कहा, ‘भाजपा के चुनावी जुमलों को देश का जागृत युवा सिरे से ख़ारिज करेगा! उनके भविष्य को अंधकारमय बनाने के लिए भाजपा दोषी है.’