नई दिल्ली: राजस्थान के अलवर जिले में हैंडपंप में पानी पीने की कोशिश करते समय बाल्टी को छू लेने पर एक आठ वर्षीय दलित लड़के की पिटाई की गई. शिकायत के अनुसार, कथित ऊंची जाति का एक व्यक्ति, जो उस समय बाल्टी में पानी भर रहा था, उसने बाल्टी छू लेने पर लड़के पर हमला कर दिया.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने कहा कि राजस्थान के अलवर जिले के एक गांव में हैंडपंप के पास रखी पानी की बाल्टी को छूने पर आठ वर्षीय दलित लड़के की कथित तौर पर पिटाई की गई.
घटना शनिवार सुबह करीब 9.30 बजे हुई, जब गांव के सरकारी स्कूल में कक्षा 4 का छात्र लड़का स्कूल परिसर में स्थित हैंडपंप पर पानी पीने गया. शिकायत के अनुसार, उस समय ‘ऊंची’ जाति का एक व्यक्ति, जोबाल्टी में पानी भर रहा था, जब लड़के ने बाल्टी को छुआ तो उसने उस पर हमला कर दिया.
मामले में पुलिस में शिकायत दर्ज कराने वाले लड़के के पिता ने अखबार को बताया, ‘स्कूल की सीमा के अंदर एक हैंडपंप है जहां से गांव के अन्य लोग भी पानी भरते हैं. मेरे बेटे ने बाल्टी को एक तरफ हटाने और हैंडपंप से पानी पीने के लिए बस उसे छुआ. वह आदमी ऊंची जाति से थे और उन्होंने मेरे बेटे को बेरहमी से पीटा. उसकी चीख सुनकर मेरे रिश्तेदार, जो स्कूल के पास से गुजर रहे थे, मौके पर पहुंचे और उन्होंने मेरे बेटे को रोते हुए देखा. मुझे घटना के बारे में बताया और हम आरोपी के घर गए.’
पिता के मुताबिक, उस व्यक्ति ने माफी मांगने से इनकार कर दिया और इसके बजाय उनके और उनके परिवार के खिलाफ जातिसूचक अपशब्दों का इस्तेमाल किया. उस व्यक्ति ने कथित तौर पर उनसे यह भी कहा कि वे इस घटना के बारे में कुछ नहीं कर पाएंगे.
लड़के के पिता ने कहा, ‘मेरा बेटा वापस स्कूल जाने से डरता है. उसने मुझसे यह शिकायत वापस लेने के लिए कहा है और वह स्कूल जाने के लिए तैयार नहीं है क्योंकि उसे डर है कि वह आदमी उसे फिर से मारेगा. मैं बस यही चाहता हूं कि न्याय मिले और दोषी को सजा मिले.’
इलाके के सीओ सवाई सिंह ने कहा कि पुलिस घटना की जांच कर रही है. एससी/एसटी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज कर ली गई है और जांच जारी है.
उन्होंने कहा, ‘हमने आरोपियों से पूछताछ की है. यदि वह दोषी पाए गए तो प्रक्रिया अपनाई जाएगी. लड़का स्कूल वापस जाने के लिए सुरक्षित है और उसे अब कोई परेशानी नहीं होगी. हमने उन्हें इसका आश्वासन दिया है.’
उल्लेखनीय है कि जुलाई 2022 में जालोर जिले में नौ वर्षीय दलित छात्र इंद्र कुमार को स्कूल में उच्च जाति के लोगों के लिए रखे गए पेयजल के मटका छूने पर एक शिक्षक ने कथित तौर पर पीटा था. बाद में 13 अगस्त को अहमदाबाद के एक अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी.