नई दिल्लीः पटना के एक आश्रय गृह (शेल्टर होम) में सात दिनों के भीतर तीन लड़कियों की मौत हो चुकी है, मामले में जांच जारी है. बताया जा रहा है कि इस शेल्टर होम में मानसिक रोग से ग्रस्त महिलाएं और लड़कियां रहती हैं.
डॉक्टरों के अनुसार, तीनों मृतक कुपोषण की शिकार थीं. वहां रहने वाली कई आश्रितों का वजन बहुत कम पाया गया है. घटना के बाद शेल्टर होम से खाद्य सामग्री के सैंपल जांच के लिए भेजे गए, जांच रिपोर्ट में कुछ खाद्य नमूने दूषित पाए गए हैं.
बिहार समाज कल्याण विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव हरजोत कौर बम्हरा ने बताया कि हल्दी और धनिया पाउडर के नमूनों में कुछ समस्याएं पाई गईं हैं. हल्दी में लेड क्रोमेट और अप्राकृतिक रंग पाए गए. वहीं धनिया पाउडर की भी गुणवत्ता खराब पाई गई.
बता दें कि बिहार में आश्रय गृह समाज कल्याण विभाग के अंतर्गत आते हैं. मामले में कार्रवाई करते हुए राज्य सरकार ने शेल्टर होम की निरीक्षिका को निलंबित कर दिया है, साथ ही वहां कार्यरत अन्य कर्मियों को भी हटा दिया गया है.
हिंदुस्तान के मुताबिक़ शेल्टर होम में खाद्य सामग्री की सप्लाई करने वाली एजेंसी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.
पटेल नगर स्थित इस शेल्टर होम में 7 नवंबर को खाना खाने के बाद 13 लड़कियों की तबीयत बिगड़ी, जिसके बाद 8 नवंबर को एक 23 वर्षीय महिला की मौत हो गई. बाकियों को इलाज के लिए पीएमसीएच (पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल) ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान 10 नवंबर को एक 24 वर्षीय और 13 नवंबर को एक 12 वर्षीय बच्ची की मौत हो गई.
पटना के जिलाधिकारी द्वारा मामले की जांच के लिए एक समिति का गठन किया गया. खाद्य सामग्री के सैंपल जांच के लिए भेजे गए. बताया गया है कि किराए के मकान में चल रहे इस आश्रय गृह में 50 महिलाएं रह सकती हैं.
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार पटना जिले के एक अधिकारी ने बताया कि पहली मौत के बाद आश्रितों को दिए जाने वाले भोजन में बदलाव किया गया और उन्हें खिचड़ी दी जाने लगी. साथ ही आरओ वॉटर प्यूरीफायर भी लगा दिया गया.
अधिकारी ने यह भी बताया कि आश्रितों की मानसिक बीमारियों का इलाज चल रहा था. उन्होंने बताया कि यहां रहने वाले लोगों को सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा रेलवे स्टेशनों या अन्य जगहों से उठाकर यहां लाया जाता है.
इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में पटना के डीएम चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि हादसे के सही कारणों का पता लगाने के लिए जांच के आदेश दिए जा चुके हैं, और शेल्टर होम में मौजूद सभी खाद्य सामग्री को बदल दिया गया है.