नई दिल्ली: पत्रकारिता के इस चुनौतीपूर्ण दौर में नगालैंड के एक प्रमुख अंग्रेजी दैनिक समाचार पत्र ‘नगालैंड पेज’ ने 25 साल तक प्रकाशन के बाद अब अपना काम करना बंद कर दिया है.
रिपोर्ट के मुताबिक, नगालैंड पेज की संस्थापक और संपादक मोनालिसा चांगकिजा ने मंगलवार (7 जनवरी) को वित्तीय बाधाओं और व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए दीमापुर में एक संवाददाता सम्मेलन में इस फैसले की जानकारी दी.
मालूम हो कि मई 1999 में स्थापित नगालैंड पेज ने 21 दिसंबर, 2024 को अपना अंतिम संस्करण प्रकाशित किया था.
इस संबंध में सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट में नगालैंड पेज ने अपने पाठकों, सब्सक्राइबर्स और शुभचिंतकों को धन्यवाद दिया.
— Nagaland Page (@NagalandPage) January 7, 2025
चांगकिजा ने अखबार के परिचालन में संघर्षों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि नगालैंड पेज शुरू से ही कभी भी वित्तीय रूप से स्थिर नहीं रहा. फिर भी उन्होंने इसके प्रति प्रेम और लगाव के चलते इसका परिचालन दो दशक से अधिक समय तक किया. उन्होंने स्वीकार किया कि इसे बंद करने का फैसला यानी वास्तविकता का सामना करना चुनौतीपूर्ण था, लेकिन ऐसा करना जरूरी था.
मोरंग एक्सप्रेस ने चांगकिजा के हवाले से बताया कि नगालैंड पेज को बंद करने का कारण वित्तीय और व्यक्तिगत दोनों हैं. उन्होंने इस बात को भी स्पष्ट किया कि नगालैंड पेज शुरू से ही कभी भी मजबूत वित्तीय स्थिति में नहीं था, लेकिन किसी तरह वे पच्चीस वर्षों से अधिक समय तक प्यार के सहारे टिके रहे.
चांगकिजा ने अपनी टीम और समर्थकों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए उनके महत्वपूर्ण योगदान को स्वीकार किया, जो अखबार की पूरी यात्रा में उनके साथ खड़े रहे. उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि नगालैंड में मीडिया परिदृश्य फलता-फूलता रहेगा और नगालैंड पेज द्वारा छोड़े गए शून्य को भरने के लिए नए संस्थान उभरेंगे.
अखबार को किसी व्यक्ति या समूह के खरीदने की संभावना के बारे में चांगकिजा ने बताया कि कुछ इच्छुक पार्टियां आगे आई हैं, लेकिन चर्चा अभी भी शुरुआती दौर में ही है.
मोरंग एक्सप्रेस की रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि चांगकिजा ने नगालैंड पेज के ऑनलाइन संस्करण में बदलने की संभावना से इनकार कर दिया. हालांकि, उन्होंने नगालैंड पेज ब्रांड को आवश्यक वित्तीय सहायता मिलने के बाद जारी रखने की अपनी इच्छा जताई.