पुलिस एनकाउंटर की वाहवाही करने से कोई भी बेगुनाह इसका शिकार हो सकता है: जस्टिस चेलमेश्वर

हैदराबाद में पिछले साल एक पशु चिकित्सक की सामूहिक बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई थी. मामले के चार आरोपी कथित तौर पर पुलिस मुठभेड़ में मारे गए थे. घटना एक साल बाद हुए एक कार्यक्रम में बोलते हुए जस्टिस चेलमेश्वर ने कहा कि एनकाउंटर की ख़बर को सिविल सोसाइटी द्वारा जश्न के रूप में मनाया गया था, जो हमारे क़ानून व्यवस्था की अक्षमता को दर्शाता है.

भारत बंद: शांतिपूर्ण प्रदर्शन करते हुए किसानों ने कृषि क़ानून वापस लेने की मांग दोहराई

केंद्र सरकार की ओर से लाए गए तीन ​कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ 26 नवंबर से दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे किसानों द्वारा आहूत भारत बंद का देश में मिला-जुला असर रहा. कुछ राज्यों में जनजीवन प्रभावित हुआ, वहीं कुछ राज्यों में सामान्य बना रहा.

जम्मू कश्मीर: क्या है रोशनी क़ानून और इसे लेकर विवाद क्यों मचा हुआ है

साल 2001 में तत्कालीन मुख्यमंत्री फ़ारूक़ अब्दुल्ला सरकार सरकारी ज़मीन पर काबिज़ लोगों को उसका मालिकाना हक़ दिलाने के लिए रोशनी क़ानून लेकर आई थी. साल 2014 में कैग ने इसे 25 हज़ार करोड़ का घोटाला क़रार दिया. अब जम्मू कश्मीर हाईकोर्ट ने रोशनी क़ानून को असंवैधानिक बताते हुए सीबीआई जांच के आदेश दे दिए हैं.

पीटर मुखर्जी ने ईडी को बताया था, मुकेश अंबानी परिवार के पास था आईएनएक्स मीडिया का स्वामित्व

पीटर मुखर्जी का 2018 में दिया यह बयान दिखाता है कि ईडी के आरोपों के अनुसार जो रिश्वत कार्ति चिदंबरम को दी गई थी, वह असल में मुकेश अंबानी की एक फर्म के लिए थी. हालांकि यह साफ नहीं है कि मोदी सरकार की इस प्रमुख जांच एजेंसी ने यह जानकारी मिलने के बाद क्या कदम उठाया था.

किसानों आंदोलन: क्या झुकेगी मोदी सरकार?

वीडियो: नए कृषि क़ानूनों को ख़िलाफ़ किसान पिछले 13 दिनों से दिल्ली सीमाओं पर धरना दे रहे हैं. इस मुद्दे पर द वायर के पॉलिटिकल अफेयर्स एडिटर अजय आशीर्वाद और ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस की अमरजीत कौर से आरफा ख़ानम शेरवानी की बातचीत.

किसान आंदोलन को बदनाम करने का प्रयास भाजपा का आज़माया हुआ तरीका है

कृषि क़ानूनों के विरोध में सड़कों पर उतरे किसानों को ‘खालिस्तानी’ घोषित करना भाजपा के उसी प्रोपगेंडा की अगली कड़ी है, जहां उसकी नीतियों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाने वालों को ‘देश-विरोधी’, ‘टुकड़े-टुकड़े गैंग’ या ‘अर्बन नक्सल’ बता दिया जाता है.

प्रभावशाली लोगों को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के उपयोग में और ज़िम्मेदार होना चाहिए: कोर्ट

सुप्रीम कोर्ट ने अपने उस फैसले में यह टिप्पणी की, जिसमें उसने 15 जून को एक शो के दौरान सूफ़ी संत ख़्वाज़ा मोइनुद्दीन चिश्ती के संबंध में कथित अपमानजनक टिप्पणी को लेकर टीवी एंकर अमीश देवगन के ख़िलाफ़ दर्ज कई प्राथमिकीयों को रद्द करने से इनकार कर दिया.

असम: बोडोलैंड क्षेत्रीय परिषद चुनाव के पहले चरण में 77 प्रतिशत मतदान

असम में 40 सदस्यीय बोडोलैंड क्षेत्रीय परिषद चुनावों के लिए दूसरे चरण का मतदान 10 दिसंबर को होगा. यह चुनाव केंद्र, राज्य और बोडो समूहों के बीच इस साल जनवरी में लंबे समय से चले आ रहे बोडो मुद्दे को लेकर हुए समझौतों के बाद हुआ है. असम में कुछ आदिवासी क्षेत्रों को स्वायत्तता प्रदान की गई है.

उत्तर प्रदेश: किसान की हिरासत में मौत, परिजन ने पुलिस पर पिटाई का आरोप लगाया

मामला बदायूं ज़िले के मुजरिया थाना क्षेत्र का है. ज़मीन को लेकर हुए विवाद के बाद थाने लाए गए एक 50 वर्षीय किसान की मौत हो गई. परिजनों का यह भी आरोप है कि पुलिस ने एकपक्ष पर ही कार्यवाही की, जबकि दूसरे पक्ष को छोड़ दिया गया.

किसान आंदोलन: मशहूर पंजाबी कवि सुरजीत पातर ने भी पद्मश्री पुरस्कार लौटाने की घोषणा की

सुरजीत पातर पंजाब के चौथे व्यक्ति हैं, जिन्होंने किसान आंदोलन के समर्थन में पद्म पुरस्कार लौटाने की घोषणा की है. पंजाब के कई खेल हस्तियों ने भी अपने अवार्ड लौटाने की बात कही है.

ओडिशा: सेना का जवान दिहाड़ी मज़दूर बनकर जीवनयापन करने को मजबूर

ओडिशा के नौपाड़ा ज़िले के 51 वर्षीय चंदूराम माझी गोंड आदिवासी हैं. व​ह आर्मी सर्विस कॉर्प्स में हवलदार थे. पत्नी की बीमारी के लिए ली गई छुट्टी के बाद जब वह तय समय पर सेना में दोबारा जॉइन नहीं कर सके तो उन्हें भगोड़ा घोषित कर दिया गया था.

आंध्र प्रदेश: रहस्यमयी बीमारी से सैकड़ों पीड़ित, केंद्र ने जांच के लिए विशेषज्ञ टीम भेजा

आंध्र प्रदेश के एलुरु शहर में रहस्यमयी बीमारी से 400 से अधिक लोग पीड़ित हैं और अब तक एक व्यक्ति की मौत हुई है. लोगों में सिरदर्द, मिर्गी के दौरे पड़ने, अचानक से बेहोश होने, कांपने और मुंह से झाग आने की शिकायतें आ रही हैं.

कोरोना वायरस: बीते 24 घंटे 26,567 नए केस के साथ कुल मामले 97 लाख के पार

भारत में बीते 24 घंटे के दौरान 385 और लोगों की मौत के साथ मृतक संख्या बढ़कर 140,958 हो गई है. विश्व में संक्रमण के मामले 6.7 करोड़ से ज़्यादा हो गए हैं और अब तक 15.44 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.

महाराष्ट्र: लगभग दृष्टिहीन हो चुके गौतम नवलखा को जेल अधिकारियों ने चश्मा देने से इनकार किया

मानवाधिकार कार्यकर्ता गौतम नवलखा को इस साल अप्रैल में कथित तौर पर भीमा-कोरेगांव हिंसा मामले से जुड़े होने के संबंध में गिरफ़्तार किया गया था. उनकी पार्टनर का कहना है कि डाक के माध्यम से उन्होंने महाराष्ट्र की तलोजा जेल में उनका चश्मा भेजा था, लेकिन जेल अधिकारियों ने उसे वापस लौटा दिया.