कोई भी व्यक्ति जाति विशेष से जुड़े पूर्वाग्रह से बचने के लिए सरनेम बदल सकता है: दिल्ली हाईकोर्ट

कोर्ट सीबीएसई के दो भाइयों के कक्षा 10 और कक्षा 12 के बोर्ड प्रमाणपत्रों पर उनके पिता का सरनेम बदलने से मना करने के ख़िलाफ़ याचिका सुन रहा था. इसमें कहा गया था कि उनके पिता ने अपना सरनेम 'मोची' से बदलकर 'नायक' किया, क्योंकि उन्हें सरनेम के आधार पर जातिगत दुराग्रहों का सामना करना पड़ रहा था.

बुलंदशहर के मंदिरों में तोड़फोड़ को मीडिया ने सांप्रदायिक बनाकर पेश किया

वीडियो: मई के आख़िरी हफ्ते में बुलंदशहर के बराल गांव के कुछ मंदिरों में तोड़फोड़ की घटना सामने आई थी, जिसे मीडिया के एक तबके ने बिना किसी प्रमाण के मुस्लिमों द्वारा तोड़े जाने से जोड़ा दिया. बाद में पुलिस जांच में सामने आया कि सभी आरोपी हिंदू हैं.

संघ का ‘गर्भ संस्कार’ अभियान गर्भवती महिलाओं को ‘संस्कारी, देशभक्त’ बच्चों को जन्म देना सिखाएगा

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से संबद्ध राष्ट्र सेविका समिति ने 11 जून को ‘गर्भ संस्कार’ अभियान की शुरुआत की है, जिसके तहत गर्भवती महिलाओं को भगवत गीता व रामायण पढ़ने, मंत्रोच्चार करने और योग आदि के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा ताकि 'संस्कारी, देशभक्त' बच्चे पैदा हों.

‘लव जिहाद’ पर भाजपा नेता पंकजा मुंडे ने कहा- प्यार प्यार होता है, प्यार कोई दीवार नहीं देखता

एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ‘लव जिहाद’ पर एक सवाल के जवाब में भाजपा की राष्ट्रीय सचिव पंकजा मुंडे ने कहा कि अगर दो लोग विशुद्ध रूप से प्रेम के लिए एक साथ आए हैं, तो इसका सम्मान किया जाना चाहिए, लेकिन अगर इसके पीछे कोई कड़वाहट और चालाकी है तो इसे अलग तरह से देखा जाना चाहिए.

‘ज़िवामी’ से महिलाओं के डेटा की कथित हैकिंग को कैसे सांप्रदायिक रंग दिया गया?

वीडियो: राजस्थान के एक शख़्स- संजय सोनी ने महिलाओं के अंतर्वस्त्र बेचने वाली कंपनी 'ज़िवामी' से कथित तौर पर 15 लाख महिलाओं के निजी डेटा के लीक होने का दावा करते हुए कहा था कि वेबसाइट से केवल हिंदू महिलाओं का डेटा हैक कर मुस्लिमों से साझा किया गया. बाद में सोनी को ही डेटा हैकिंग आरोप में गिरफ़्तार किया गया. आरोप यह भी है कि उसने कंपनी को डेटा लीक करने की धमकी देकर पैसे ऐंठने का प्रयास भी

कृष्ण प्रताप सिंह की कविताई: यह कविता पर मुग्ध होने का नहीं, उसे हथियार बनाने का वक्त़ है

पुस्तक समीक्षा: वरिष्ठ पत्रकार कृष्ण प्रताप सिंह ‘डरते हुए’ शीर्षक वाले अपने काव्यसंग्रह के माध्यम से बिल्कुल अलग अंदाज़ में सामने हैं. उनकी कविताएं उनके उस पक्ष को अधिक ज़ोरदार ढंग से उजागर करती है, जो संभवत: पत्रकारीय लेखन या ‘तटस्थ’ दिखते रहने के पेशेवर आग्रहों के चलते कभी धुंधला दिखता रहा.

ऊटी कोर्ट में महिला वकीलों के लिए शौचालय सुविधाओं के अभाव पर सुप्रीम कोर्ट ने संज्ञान लिया

तमिलनाडु के ऊटी में एक अदालत परिसर में महिला वकीलों के लिए शौचालय सुविधाओं की कमी पर प्रकाशित एक मीडिया रिपोर्ट पर स्वतः संज्ञान लेते हुए सुप्रीम कोर्ट ने इस बारे में मद्रास हाईकोर्ट से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है.

हिंदी के प्रति इतनी हिकारत कहां से आई?

इंदौर में हिंदी माध्यम से पढ़ाई करके आई एक इंजीनियरिंग छात्रा ने भाषा को लेकर मज़ाक उड़ाए जाने से क्षुब्ध होकर आत्महत्या कर ली. क्या इससे समझा जा सकता है कि छात्र अपनी मातृभाषा में ही ‘अपना सर्वश्रेष्ठ’ दे सकते हैं और उन पर शिक्षा का गैर-मातृभाषा माध्यम थोपकर कितनी प्रतिभाओं का संहार कर दिया जा रहा है!

नाबालिग रेप पीड़िता की गर्भपात याचिका पर कोर्ट ने कहा- पहले महिलाएं कम उम्र में मां बन जाती थीं

गुजरात हाईकोर्ट की जस्टिस समीर दवे की एकल पीठ एक नाबालिग रेप सर्वाइवर के पिता की याचिका सुन रही थी, जिसमें उनकी बेटी के गर्भपात के लिए अनुमति मांगी गई थी. इस दौरान जस्टिस दवे ने कहा कि पहले 14 से 16 लड़कियों की शादी की सामान्य उम्र थी और 17 साल तक वे कम से कम एक बच्चे को जन्म दे देती थीं.

महापंचायत में बोले खाप प्रधान- लोकतंत्र का ‘तंत्र’ बृजभूषण को बचा रहा है

वीडियो: पहलवान विनेश और संगीता फोगाट के गांव बलाली में सात जून को 'सर्वखाप सर्वजातीय महापंचायत' में मांग की गई कि यौन उत्पीड़न मामले में आरोपी भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह और ऐसे ही आरोपों का सामना कर रहे हरियाणा के मंत्री संदीप सिंह की गिरफ़्तारी हो. साथ ही, सभी खेल संघों से राजनीतिक दलों के नेताओं को बाहर किया जाए.

क्या खेल मंत्री की प्रदर्शनकारी पहलवानों की मांगें मानने की बात पर यक़ीन किया जा सकता है?

वीडियो: बुधवार को बृजभूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रहे पहलवानों- बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक के साथ लंबी बैठक के बाद केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा था कि उन्होंने पहलवानों से 15 जून तक आंदोलन स्थगित करने को कहा है और सरकार द्वारा उन्हें दिए गए सभी आश्वासन पूरे किए जाएंगे. 

गुजरात: कथित ऊंची जाति के लोगों ने बच्चे के बॉल उठाने पर दलित शख़्स का अंगूठा काटा

घटना पाटन ज़िले की है. काकोशी गांव के एक स्कूल के मैदान में चल रहे मैच के दौरान एक 8 वर्षीय बच्चे ने क्रिकेट की गेंद को उठा लिया था, जिससे कथित उच्च जाति के कुछ लोग भड़क गए. आरोप है कि बाद में उन्होंने बच्चे के चाचा पर लाठी-डंडों और तलवार से हमला किया.

गुजरात: पूर्वोत्तर भारत का खाना बेचने के चलते नगालैंड के दो युवकों पर हमला

घटना अहमदाबाद के चाणक्यपुरी की है, जहां एक फूड जॉइंट पर काम करने वाले दो युवकों का आरोप है कि रविवार को करीब दस लोगों ने उनसे मारपीट की और कहा कि वे 'हिंदु बहुल गुजरात जैसी जगह में मांसाहारी खाद्य पदार्थ और नॉर्थईस्टर्न खाना नहीं बेच सकते.'

देश के केवल 66 प्रतिशत ज़िले मैला ढोने की प्रथा से मुक्त: सरकार

केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा जारी डेटा के मुताबिक देश के कुल 766 ज़िलों में से सिर्फ 508  ने ही ख़ुद को मैला ढोने (मैनुअल स्केवेंजिंग) से मुक्त घोषित किया है. देश में पहली बार 1993 में इस प्रथा पर प्रतिबंध लगाया गया था. बाद में 2013 में क़ानून बनाकर इस पर पूरी तरह से बैन लगाया गया.

यूपी: पीछा करने वाले से तंग आकर 16 वर्षीय लड़की ने आत्महत्या की, मार्च के बाद ऐसी तीसरी मौत

उत्तर प्रदेश के आगरा शहर का मामला. पुलिस ने बताया कि 10वीं कक्षा की छात्रा को युवक द्वारा पीछा किए जाने के कारण इस साल आगरा में अपना स्कूल और बोर्ड परीक्षा छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा था. परिवार पहले फ़िरोज़ाबाद के एक गांव में रह रहा था और युवक से पीछा छुड़ाने के लिए कुछ महीने पहले आगरा चला आया था.

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