लॉकडाउन के दौरान भूख शहरी ग़रीबों की सबसे बड़ी दुश्मन बनकर उभरी है

बीते दो महीनों में दिल्ली में हज़ारों लोगों के बीच खाना और राशन पहुंचाते हुए देखा कि हम भूख के अभूतपूर्व संकट से गुजर रहे हैं. सैकड़ों लोग बेबसी और अनिश्चितता के अंधेरे में जी रहे हैं, उन्हें नहीं पता कि अगला निवाला उन्हें कब और किसके रहमोकरम पर मिलने वाला है.

कोरोना वायरस: भारत में संक्रमण के मामले एक मई के बाद से अब तक चार गुना हुए

बीती एक मई को स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, देश में संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 35,043 थी, जबकि 1,147 लोगों की मौत हो चुकी थी. कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते मामलों की वजह से भारत सर्वाधिक प्रभावित देशों की सूची में 10वें स्थान पर पहुंच गया है.

कोरोना वायरस: बीते 24 घंटे में 6,535 नए मामले, लगातार पांचवें दिन छह हज़ार से अधिक केस दर्ज

बीते 24 घंटे के दौरान कोरोना वायरस के कारण 146 और लोगों के जान गंवाने के साथ ही देश में इस बीमारी से मरने वालों की संख्या 4,167 हो गई है.

डब्ल्यूएचओ ने कोरोना मरीजों पर हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन के परीक्षण पर रोक लगाई

विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक ने कहा कि मेडिकल जर्नल द लैंसेट में पिछले सप्ताह प्रकाशित एक अध्ययन में दिखाया गया था कि हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन लेने वाले लोगों में इसे न लेने वाले लोगों की तुलना में हृदय की समस्याओं और मौत का अधिक खतरा है.

कोरोना वायरस: देश में मृतक संख्या चार हजार के पार, दुनिया में 3.45 लाख से अधिक की मौत

कोरोना वायरस महामारी के दुनिया भर में कुल मामलों की संख्या 54 लाख से अधिक हो गई है. वायरस के केंद्र रहे चीन के वुहान शहर में बिना लक्षण वाले मामले बढ़े. तुर्की में चार हज़ार से अधिक लोगों की जान गई.

असम: तबलीगी जमात को लेकर विवादित पत्र लिखने वाले विदेशी न्यायाधिकरण सदस्य को हटाया गया

असम में विदेशी न्यायाधिकरण के सदस्य केके गुप्ता ने पिछले महीने स्वास्थ्य और वित्त मंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा को लिखे पत्र में कहा था कि कुछ सदस्यों द्वारा कोविड-19 के लिए इकट्ठा किए गए पैसों को दिल्ली में तबलीगी जमात की बैठक में शामिल होने वालों को राहत देने में इस्तेमाल न किया जाए क्योंकि वे जिहादी और जाहिल हैं.

कोरोना वायरस: लगातार चौथे दिन संक्रमण में रिकॉर्ड वृद्धि, 24 घंटे में क़रीब सात हज़ार नए मामले

देश में लगातार बढ़ोतरी के साथ संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 138,845 हो चुकी है और मरने वालों की संख्या चार हज़ार का आंकड़ा पार कर चुकी है. भारत कोरोना वायरस महामारी से सर्वाधिक प्रभावित 10 देशों की सूची में शामिल हो गया है.

अमेरिका में मृतक संख्या एक लाख के क़रीब, न्यूयॉर्क टाइम्स ने फ्रंट पेज पर मृतकों की सूची छापी

दुनिया भर में कोरोना वायरस महामारी से अब तक 3.41 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि संक्रमण के मामले बढ़कर 53 लाख से अधिक हो चुके हैं. भारत में लगातार तीसरे दिन संक्रमण के मामलों में रिकॉर्ड वृद्धि देखी गई, यहां अब तक 3,867 लोग जान गंवा चुके हैं.

उत्तर प्रदेश: आलोचना के बाद सरकार ने वापस लिया कोविड वार्ड में मोबाइल पर पाबंदी का फैसला

उत्तर प्रदेश सरकार के फैसले पर सवाल उठाते हुए पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आरोप लगाया था कोविड अस्पतालों के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती मरीजों के मोबाइल फोन इस्तेमाल पर पाबंदी इसलिए लगाई गई है ताकि अस्पतालों की दुर्दशा का सच जनता तक ना पहुंचे.

अचानक लॉकडाउन लागू किया जाना गलत था, तुरंत हटाना उतना ही गलत होगा: उद्धव ठाकरे

एक वीडियो संदेश में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि केंद्र सरकार ने थोड़ी मदद की है लेकिन वह कोई राजनीतिक छींटाकशी नहीं करेंगे.

लॉकडाउन: घोषणाओं से दिल भले बहल जाएं, पेट कैसे भरेंगे

मज़दूरों के नाम पर हो रही बड़ी-बड़ी घोषणाओं के बीच यह स्पष्ट दिख रहा है कि सरकार और समाज के पास न तो उनके लिए सरोकार है, न सम्मान की भाषा और व्यवहार. न ही वह गरिमा और आंख का पानी बचा है, जिसके साथ एक मनुष्य दूसरे को मनुष्य समझते हुए देखता है.

क्या चीन में काम कर रहीं कंपनियों को देश में लाने में सफल होगा भारत?

चीन में कामगारों के बढ़ते वेतन और अमेरिका के साथ इसके ट्रेड वॉर के बाद कई मल्टीनेशनल कंपनियों ने वहां से अपने मैन्युफैक्चरिंग बेस शिफ्ट करने शुरू कर दिए थे, लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद अप्रैल 2018 से लेकर अगस्त 2019 के बीच ऐसी कंपनियों में से सिर्फ तीन ही भारत आईं.

क्या सरकार मान चुकी है कि उसका काम सिर्फ़ घोषणा करना है, तर्क ढूंढना जनता की ज़िम्मेदारी है?

आज सबसे बड़ा प्रश्न यह है कि क्या किसी चीज़ का कोई तर्क बचा है? क्या यह इसलिए है कि सरकार निश्चिंत है कि उसके फैसलों की तर्कहीनता की हिमाकत पर उसकी जनता मर मिटने को तैयार बैठी है?

हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन से कोरोना मरीजों में हृदय संबंधी परेशानियों और मौत का खतरा: अध्ययन

मेडिकल जर्नल द लैंसेट में प्रकाशित अध्ययन में कहा गया है कि कोविड-19 मरीजों पर मलेरिया रोधी क्लोरोक्वीन या हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन दवाओं का इस्तेमाल क्लिनिकल ट्रायल्स के अलावा नहीं किया जाना चाहिए. इससे हृदय संबंधी परेशानियों के साथ मौत का खतरा भी बढ़ जाता है.

नए क्वारंटीन नियमों के विरोध में उतरे डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी, काला रिबन बांधकर किया काम

बीते दिनों केंद्र सरकार ने कोविड-19 संबंधी ड्यूटी कर रहे स्वास्थ्यकर्मियों के क्वारंटीन नियमों में बदलाव करते हुए कहा है कि उन्हें तब तक क्वारंटीन में भेजने की ज़रूरत नहीं है, जब तक उन्हें या तो बहुत अधिक ख़तरा न हो या वायरस संक्रमण के लक्षण नज़र आ रहे हों. दिल्ली के विभिन्न अस्पतालों के डॉक्टरों द्वारा इसका विरोध किया गया है.

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